बिहार
CM नीतीश ने समाधान यात्रा के क्रम में खगड़िया जिले की जीविका दीदियों के साथ किया संवाद
Shantanu Roy
28 Jan 2023 2:53 PM GMT
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पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समाधान यात्रा के क्रम में खगड़िया जिले की जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। जिला योजना सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदियों ने हिस्सा लिया। संवाद कार्यक्रम में जीविका समूह के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य करने वाली 5 जीविका दीदियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किये। सभी ने जीविका समूह से जुड़ने के बाद अपने जीवन स्तर में आये बदलाव को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। जीविका दीदी श्रीमती पिंकी देवी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि हम वर्ष 2010 में जीविका समूह से जुड़े, इसके बाद मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति में बदलाव आया। हमने समूह से कर्ज लेकर खेती और पशुपालन शुरू किया, उसके बाद ट्रैक्टर खरीदा। हमारी अच्छी आमदनी हो रही है। मेरे बेटे ने आई०आई०टी०, गुवाहाटी से पी०एच०डी० किया है। मैं संकुल संघ के अध्यक्ष पद पर हूं। हमारे यहां सभी जीविका दीदियों का जॉब कार्ड और राशन कार्ड बना हुआ है। पशुपालन और रोजगार से हमें प्रतिमाह 10 हजार रुपये की मासिक आमदनी हो रही है। हमारा परिवार खुशहाल है।
आपकी बदौलत महिलाओं का चहुंमुखी विकास हो रहा है। हम आपका आभार व्यक्त करते हैं। जीविका दीदी श्रीमती काजल देवी ने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद हममें और हमारे परिवार में काफी बदलाव आया है। दहेज प्रथा के खिलाफ और शराबबंदी को लेकर लगातार लोगों के बीच अभियान चलाते रहे हैं। आपके चलते बेटियों का मान-सम्मान बढ़ा है। एक जीविका दीदी की बेटी की शादी तय हो गई थी, जिसमें दहेज दिया जा रहा था, लेकिन हमने उस शादी को रुकवाया और पुलिस को इसकी सूचना दी। बाद में उसकी शादी दूसरी जगह बिना दहेज के सम्पन्न हुई। हम सभी जीविका दीदियों ने संकल्प लिया है कि न दहेज देना है और न दहेज लेना है। नीतीश भईया आपकी बदौलत हम सब खुश हैं। जीविका दीदियों को समाज में काफी सम्मान मिला है और वे आगे बढ़ रही हैं। जीविका दीदी श्रीमती त्रिफला देवी ने बताया कि मेरे पति शराब पीते थे और झगड़ा करते थे। वर्ष 2016 में शराबबंदी के बाद मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति और घर के माहौल में बदलाव आया। मैंने सतत् जीविकापार्जन योजना से जुड़कर 10 हजार रुपये का कर्ज लेकर बकरी खरीदी। इसके बाद 50 हजार रुपये का कर्ज लेकर भैंस खरीदी और प्रतिदिन 5 लीटर दूध सेंटर पर पहुंचाने लगी। अब हमें अच्छी आमदनी हो रही है और हमारे बच्चे ठीक से पढ़ रहे हैं। नीतीश भईया आपके कारण हम लोगों की गरीबी दूर हो रही है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
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