बिहार
नहाय खाय के साथ छठव्रती प्रसाद के लिए गेहूं सुखाने में रही व्यस्त
Shantanu Roy
28 Oct 2022 6:01 PM GMT
x
बड़ी खबर
अररिया। शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ विभिन्न छठ घाट सहित व्रती महिलाओं ने अपने अपने घरों के छत पर छठ का प्रसाद तैयार करने के लिए गेहूं धोकर सुखाने में जुटी रहीं। छत पर खुले आसमान के नीचे सामूहिक रूप से गेहूं सुखाती महिलाएं दिनभर बैठकर पक्षी एवं अन्य किट पतंगों का निगरानी करती रहीं, ताकि कोई उसमें चोंच न लगा दे।पक्षियों को सुख रहे गेहूं से दूर करने के लिए महिलाएं हाथों में डंडा थामे रही।साथ ही बीच बीच मे पसारे गये गेहूं को सुखाने और धूप लगाने के लिए उल्टाती और पुल्टाती रही। इस दौरान छठ से जुड़े मंगल गीत से वातवरण गूंजता रहा। लोक आस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ को लेकर चारों ओर पूजा का उल्लास और उत्साह बना हुआ है।
छठव्रती महिला चांदनी सिंह ने बताया कि यह पर्व बहुत ही पवित्र है। इसमें स्वच्छता और पवित्रता का पूरा ख्याल रखना पड़ता है। कहीं कोई चूक न हो जाए। इसको लेकर पूरा परिवार सावधान रहता है। गेहूं सुखाने के साथ ही महिलाओं ने मिट्टी के चूल्हे को भी धूप में सुखाया। सूर्योपासना पर्व पर फारबिसगंज के शहरी और ग्रामीण इलाकों के विभिन्न घाटों पर रविवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा।फारबिसगंज में कोठीहाट,सुल्तान पोखर,श्रीपंचमुखी हनुमान सरोवर,डॉ अलख निरंजन का पोखर,कॉलेज चौक वाली नहर सहित अन्य घाटों पर की जा रही तैयारियां अंतिम चरण पर हैं।कोठीहाट नहर पर सबसे अधिक भीड़ उमड़ती है। इसे लेकर प्रशासन यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी करता है।
सोमवार को उदीयमान सूर्य को अहले सुबह अर्घ्य दिया जाएगा। छठ पर्व को लेकर फारबिसगंज के बाजारों में चहल-पहल है। गली-मोहल्ले में छठी मइया के गीत गूंज रहे हैं। साफ-सफाई के साथ कद्दू की सब्जी, अरवा चावल का भात और चने की दाल सहित विविध व्यंजन बनाकर सपरिवार प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। भगवान के सामने छठ व्रत का संकल्प लेते हुए व्रतियों ने पूजा के गेहूं को सुखाने में सतर्कता बरती। सुबह पूजा के गेहूं को धोकर उसे साफ स्थान पर सूखने के लिए रखा। आटा चक्की वालों ने भी पर्व को लेकर चक्की की साफ-सफाई की।जहां गेहूं पिसाई के लिए व्रतियों की भीड़ लगी रही।
Next Story