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PATNA : बीएसपीएचसीएल को वित्तीय वर्ष 2022 -23 के प्रथम छमाही में 6237 करोड़ रूपये की राजस्व प्राप्ति हुई है। जबकि विगत वर्ष 2021-22 के इसी अवधि में 4521 करोड़ रूपये राजस्व की प्राप्ति हुई थी। इस प्रकार वितरण कंपनियो द्वारा 1716 करोड़ रूपये (38%) अधिक राजस्व वसूली हुई है। कोरोना काल के बाद दो वर्षो में राजस्व संग्रहण मे सालाना 36 फीसदी उछाल देखने को मिला है। जबकि पिछले 10 वर्षों के प्रथम छमाही में लगातार 12.5 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर्ज की जा रही है।
बीएसपीएचसीएल ने विगत वित्तीय वर्ष में 2021-22 में कुल 19637 लोगों पर बिजली चोरी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर 41 करोड़ रूपये की वसूली की थी। जबकि चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम छमाही में ही लगभग 25 हजार लोगों से अधिक पर प्राथमिकी दर्ज कर पिछले साल के वसूली के आंकड़े को पार कर लिया गया है।बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने पदाधिकारियों / कर्मचारियों तथा सभी सम्मानित ग्राहकों को बधाई देते हुए कहा कि यह वृद्धि सभी के बेहतरीन प्रयासों एवं विश्वास का नतीजा है। बिजली के लगातार बढ़ते दामों के बावजूद नागरिकों को तत्परता से बिजली मुहैया कराने के लिए कंपनियां सदैव तत्पर हैं।
हंस ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम छमाही में नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने 2844 करोड़ रूपये और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने 3393 करोड़ रूपये राजस्व की वसूली की है। बिहार की दोनों डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों द्वारा संग्रहण का महत्वाकांक्षी वार्षिक लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करना हेतु लगातार उच्चतम स्तर पर अनुश्रवण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा की हमारी बेहतर प्रबंधन ने लोगों को बिजली बिल जमा करने के प्रति जागरूक किया है। बिहार बिजली सुविधा ऐप के कारण लोगों को बिजली जमा करने में काफी सुविधा हो गई है तथा ऑनलाइन विकल्प का उपयोग कर उपभोक्ता अतिरिक्त छूट का लाभ उठा रहे हैं । समय से बिल भुगतान करने पर 1.5 प्रतिशत एवं डिजिटल (ऑनलाइन) माध्यम से राशि जमा करने पर 1 प्रतिशत अतिरिक्त छूट उपलब्ध है। इस प्रकार प्रत्येक उपभोक्ता अपने बिजली बिल पर 2.5 प्रतिशत की छूट प्राप्त कर सकते हैं।
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