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बिहार के मधेपुरा के सरकारी अस्पताल से रिश्वखोरी का मामला सामने आया है
Madhepura: बिहार के मधेपुरा के सरकारी अस्पताल से रिश्वखोरी का मामला सामने आया है. यहां पर डिस्चार्ज के नाम पर प्रभारी चिकित्सक मरीजों से मोटी रकम वसूल रहे हैं. वहीं रिश्वत लेते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है.
डिस्चार्ज के दौरान मांगे गए चार हजार रुपये
दरअसल, यह मामला मधेपुरा के कुमारखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बताया जा रहा है. यहां के प्रभारी चिकित्सक राजीव रंजन मरीजों से इलाज के बाद डिस्चार्ज के दौरान चार हजार की रकम ले रहे हैं. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि जी मीडिया इस वायरल वीडियो की पुष्टी नहीं करता है.
भेजा गया शो-कॉज नोटिस
वहीं, इस मामले में मधेपुरा के सिविल सर्जन डॉक्टर अब्दुस सलाम ने जांच का हवाला देते हुए प्रभारी चिकित्सक को शो-कॉज नोटिस भेजा है. वहीं, दूसरी ओर स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
सरकारी अस्पताल में वसूले जाते हैं हजारों रुपये
इस मामले के बारे में बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो कुमारखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत डॉ राजीव रंजन का है, जो कि एक मरीज के इलाज के बाद उनके परिजनों से मरीज को डिस्चार्ज करते समय चार हजार रुपये वसूलते नजर आ रहे हैं. इस बारे में लोगों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में अक्सर इस प्रकार के मामले सामने आते रहते हैं. इन सरकारी अस्पतालों में आए दिन इलाज के नाम पर, प्रसव के नाम पर, नर्स से लेकर चिकित्सक तक रिश्वत लेते हैं. इस तरह से तो पैसे सभी मरीजों से लिए जाते हैं.
चिकित्सक प्रभारी ने दिए जांच के आदेश
जबकि सरकार की तरफ से किसी भी मरीज को इलाज की फीस के नाम पर महज दो या पांच रुपये की रशीद कटवा कर देनी पड़ती है. लेकिन इन अस्पतालों में अगर सही से जांच की जाए तो ऐसे कई दर्जनों मामले सामने आ सकते हैं. वहीं, इस वीडियो के वायरल होने के बाद मधेपुरा के स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है. इस मामले को लेकर मधेपुरा सिविल सर्जन डॉ अब्दुस सलाम ने बताया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसी जानकारी मिली है. वहां के चिकित्सक प्रभारी से बात कर निर्देश दिया गया है कि मामले की जांच विस्तृत रूप से की जाए और जांच के बाद अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रस्तुत करें.
Rani Sahu
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