बिहार

भाजपा ने जल्द हटाने को कहा, पटना SSP के बयान से बढ़ा बवाल

Admin4
14 July 2022 2:45 PM GMT
भाजपा ने जल्द हटाने को कहा, पटना SSP के बयान से बढ़ा बवाल
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पटना. देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त तीन आतंकियों को पटना के फुलवारी शरीफ इलाके से धर दबोचा गया है. इसके बाद लगातार एक से बढ़कर एक बड़े खुलासे हो रहे हैं. भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने का प्लान डीकोड होने के बाद खलबली मच गई है. इसके साथ ही मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है. एफआईआर में 26 लोगों को नामजद बनाया गया है. प्राथमिकी के अनुसार तामिलनाडु और केरल से 12 लोग आये थे जो लोगों को शारीरिक प्रशिक्षण के साथ ही तलवारबाजी की भी ट्रेनिंग दे रहे थे. हालांकि, इस बीच पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो के एक बयान ने बखेड़ा खड़ा कर दिया है. पटना एसएसपी ने कहा कि आरएसएस की तरह फुलवारी शरीफ में संगठन द्वारा युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी. फुलवारी में चल रहे संगठन दूसरे राज्यों में भले ही प्रतिबंधित हो, लेकिन बिहार में इन संगठनों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है.

फुलवारी शरीफ मामले में मंशा पर सवाल उठाते हुए बीजेपी ने पटना एसएसपी को कठघरे में खड़ा किया है. बीजेपी ने तत्काल एसएसपी को हटाने की मांग की है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने एसएसपी पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI के प्रवक्ता की तरह काम करने का आरोप लगाया है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि आतंवादियों की तुलना आरएसएस से करना शर्मनाक है. आरएसएस के बारे में एसएसपी को कुछ पता ही नहीं.एसएसपी इस मामले में पृरी तरह फेल रहे हैं. भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली IB के इनपुट पर फुलवारी शरीफ में यह कार्रवाई संभव हुई है. उन्होंने सवाल पूछा कि पटना एसएसपी का इनपुट कहां गया था? सरकार ऐसे एसएसपी को तत्काल हटाए.

बीजेपी नेता गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि वोटबैंक की राजनीति के कारण ऐसे लोगो को संरक्षण मिला हुआ है. जहां भी क्षेत्रीय पार्टियां हैं वहां ऐसे लोगो को पनपने की जगह मिल जाती है. फुलवारी शरीफ सहित सीमांचल के इलाके में भी ऐसी गतिविधियां चल रही हैं. भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचोल ने इस पूरे मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, कांग्रेस ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए और पुलिस के पास सबूत होते हैं और अगर एसएसपी इस तरह का बयान दे रहे हैं तो उनके पास जरूर पुख्ता प्रमाण रहा होगा.

बता दें कि इस मामले में अब तक मिली जानकारी के अनुसार, 26 नामजद लोगों मे पटना दरभंगा और दूसरे जिलों के लोग शामिलथे. पूर्व पुलिस अफसर भी मीटिंग में शामिल लगातार शामिल हुआ करता था. बताया जा रहा है कि केरल पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश तमिलनाडु समेत कई राज्यों से जुड़े सिमी के पुराने सदस्यों को एकजुट कर गोपनीय तरीके से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए दिए जा रहे प्रशिक्षण दिए जा रहे थे. पहले इस मामले में फुलवारी शरीफ के नया टोला के अमर पैलेस के मकान मालिक मोहम्मद जलालुद्दीन और प्रतिबंधित संगठन सिमी से जुड़े मोहम्मद अतहर को गिरफ्तार करने के बाद आज एजेंसियों ने पटना पुलिस की मदद से एक और शख्स अरमान मलिक को गिरफ्तार किया है.

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