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दरभंगा। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए सिलाई प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रम वरदान सदृश्य है। सिलाई सीखने के बाद कम पढ़ी लिखी महिला भी कमाई करने लगने लगती हैं। सिलाई कला ही एक ऐसा रोजगार है जो कम पूंजी में आरंभ हो जाता है। यह बातें सारामोहम्दपुर के डीहटोल में डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन के सिलाई शिविर का शुभारंभ करते हुए वार्ड सदस्य अमित कुमार ने कही। शिविर की प्रशिक्षिका शोभा देवी ने बताया कि इस शिविर के द्वारा आगामी 60 दिनों तक सिलाई सीखाया जाएगा। जिसमें लेटेस्ट डिजाइनों की विशेष तौर पर जानकारी दी जाएगी।अभी 22 लड़कियों का नामांकन किया गया।नामांकन एक सप्ताह तक लिया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन अनील सिंह ने किया। मौके पर पिंकी कुमारी, अमिका कुमारी, आरती देवी, रूबी कुमारी, मीना देवी, नयना कुमारी, मंजू देवी, सोनी देवी, मनीषा देवी, कंचन देवी आदि मौजूद थी।
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