पटना: देश की राजधानी नई दिल्ली में तालकटोरा स्टेडियम में हुए राजद के खुले अधिवेशन में पार्टी द्वारा राजनीतिक, आर्थिक और विदेश नीति से संबंधित प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया. इसके अलावा पार्टी संविधान में संशोधन करते हुए पार्टी से जुड़े सभी फैसले लेने का अधिकार लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को सौंप दिया गया. अधिवेशन में लालू प्रसाद को 12वीं बार राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के फैसले को मंजूरी दी गयी है. अधिवेशन शुरू होने से पहले सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की याद में एक मिनट का मौन रखा गया.
'गलत बयानबाजी करने से बचें पार्टी नेता'
अधिवेशन को पहले लालू यादव ने संबोधित किया. इसके बाद तेजस्वी यादव ने इस दौरान तेजस्वी ने पार्टी के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि राजद अब ए-टू-जेड पार्टी है. इसलिए सभी नेता गलत बयानबाजी करने से बचें. उन्होंने कहा कि वे अनर्गल बयानबाजी करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई करेंगे.
'देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर'
लालू प्रसाद ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है. समाज में तनाव पैदा हो रहा है. ऐसे में देश बचाने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा, जो दल इस मुहिम में शामिल नहीं होंगे, उन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी. वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव में सभी मिलकर भाजपा सरकार को उखाड़ फेकेंगे. ये लोग लोग इडी और सीबीआई का छापा मरवा देते हैं, लेकिन हम ऐसे छापों से डरने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि अब पार्टी के मामले पर सिर्फ तेजस्वी ही बोलेंगे. लालू प्रसाद ने कहा कि मैं इलाज के लिए सिंगापुर जा रहा हूं. नेताजी के अंतिम कार्यक्रम में तेजस्वी यादव शामिल होने के लिए सैफई जायेंगे.
अनुशासन में रहें नेता और कार्यकर्ता- तेजस्वी
वहीं, अधिवेशन को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा विपक्षी सरकारों को पैसे और डराकर सरकार गिराने का काम रही थी. लेकिन बिहार ने भाजपा को गिराने का काम किया. बिहार में सात दलों की महागठबंधन सरकार बनी है और भाजपा अकेली रह गयी है. बिहार मॉडल को पूरे देश में लागू करना है. तेजस्वी ने पार्टी नेताओं की अनावश्यक बयानबाजी पर सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि कोई अनर्गल बयानबाजी नहीं करे. ऐसा करने वालों के खिलाफ पार्टी कड़ा कदम उठा सकती है. उन्होंने कार्यकर्ताओं व नेताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दी. तेजस्वी ने कहा कि राजद अब ए टू जेड की पार्टी है. पार्टी से अति पिछड़ा और दलितों को जोड़ना होगा.