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बिहार ; कटिहार गोलीकांड की जिम्मेदारी लें, न्यायिक जांच करायें नीतीश: सुशील मोदी

Tara Tandi
27 July 2023 2:00 PM GMT
बिहार ; कटिहार गोलीकांड की जिम्मेदारी लें, न्यायिक जांच करायें नीतीश: सुशील मोदी
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कटिहार गोलीकांड को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सह बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने सीएम नीतीश पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि सीएम नीतीश को कटिहार गोलीकांड की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और मामले के न्यायिक जांच करायें जाने के आदेश देने चाहिए. सुशील मोदी ने आगे कहा कि पुलिस की गोली से मृत हुए लोगों को परिवारों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देना चाहिए. साथ ही उन्होंने बिजली आपूर्ति को लेकर भी सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा है उन्होंने कहा कि बिहार के गावों को पहले 20 घंटे बिजली मिलती थी लेकिन अब सिर्फ 4 घंटे ही बिजली मिल रही है.
मृतकों के परिजनों को मुआवजा दे नीतीश सरकार
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कटिहार में बिजली की मांग करने वालों पर गोली चलवा कर दो लोगों की जान लेना और इस बर्बरता को जायज ठहराना शर्मनाक है. सुशील मोदी ने कहा कि पुलिस की गोली से मारे गए लोहों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए, पूरे मामले की न्यायिक जांच करायी जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलम्बित किया जाए.
कटिहार गोली कांडी की जिम्मेदारी लें सीएम नीतीश
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृह विभाग के मंत्री के नाते नीतीश कुमार को कटिहार गोली कांड की जिम्मेवारी लेनी चाहिए. सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार के समय ग्रामीण क्षेत्रों को 18 से 20 घंटे तक बिजली मिलती थी. आज मात्र चार घंटे बिजली मयस्सर होती है, जिससे ग्रामीणों में व्यापक रोष है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपना घाटा कम रखने के लिए खुले बाजार से बिजली नहीं खरीद रही है, जिसकी मार जनता पर पड़ रही है.
क्या हुआ था कटिहार में:
बिहार के कटिहार जिले में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग की चपेट में आने से 2 प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है और 2 लोग घाय़ल हुए हैं. हालांकि, प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस द्वारा पांच राउंड फायरिंग की गई है और पुलिस की गोली से तीन लोगों की अबतक मौत हुई है. वहीं, अब जो बात निकलकर सामने आ रही है वह हैरान करने वाली है.
दरअसल, लोगों को प्रदर्शन करने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा दी गई थी. जिला प्रशासन के मुताबिक, लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते और ज्ञापन सौंपते. ज्ञापन को जिला प्रशासन बिजली विभाग को अग्रसरित करता और लोगों की समस्या का निवारण करने का आदेश देता. आरोप है कि कुछ आसामाजिक तत्वों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे प्रदर्शन को अचानक हिंसानात्मक बना दिया और शांति से चल रहा प्रदर्शन अचानक उग्र कैसे हो गया ये बात खुद शांति से प्रदर्शन कर रहे लोग भी नहीं समझ सके. वहीं, पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक शख्त की मौत के मामले को प्रशासन द्वारा आत्मरक्षा में गोली चलाया जाना बताया है.
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