बिहार

शक्तिपीठ से प्रखंड परिभ्रमण के लिए चल पड़ा 108 कुंडीय महायज्ञ शक्ति कलश

Shantanu Roy
3 Nov 2022 6:00 PM GMT
शक्तिपीठ से प्रखंड परिभ्रमण के लिए चल पड़ा 108 कुंडीय महायज्ञ शक्ति कलश
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बड़ी खबर
बेगूसराय। बेगूसराय में 16 से 19 दिसम्बर तक होने वाले 108 कुंडीय नव चेतना जागरण गायत्री महायज्ञ-सह-युवा सम्मेलन के लिए शांतिकुंज हरिद्वार से आए अभिमंत्रित शक्ति कलश का प्रखंड परिभ्रमण गुरुवार से शुरू हो गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिला मुख्यालय के सर्वोदय नगर स्थित गायत्री शक्तिपीठ पहुंचे परिजन पूजा-अर्चना के बाद गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा दिए गए उज्जवल भविष्य के नारों के साथ शक्ति कलश लेकर चल पड़े। भ्रमण कार्यक्रम की शुरुआत चेरिया वरियारपुर प्रखंड से की गई है।
माता गायत्री, गायत्री परिवार के संस्थापक गुरुदेव एवं माताजी माता जी की प्रतिमा से सजे रथ पर शक्ति कलश सबसे पहले चेरिया बरियारपुर प्रखंड की सीमा में पहुंचा। जहां बड़ी संख्या में परिजनों ने दर्शन एवं पूजन किया तथा रात्रि विश्राम खोदावंदपुर प्रखंड में होगा। यहां देर रात दीप यज्ञ एवं विश्राम के बाद यह शक्ति कलश रथ चार नवम्बर को प्रथम पाली में छौड़ाही एवं द्वितीय पाली में गढ़पुरा प्रखंड में भ्रमण एवं दीप यज्ञ होगा।
पांच नवम्बर को प्रथम पाली में बखरी एवं द्वितीय पाली में नावकोठी, छह नवम्बर को प्रथम पाली में वीरपुर एवं द्वितीय पाली में भगवानपुर, सात नवम्बर को प्रथम पाली में मंसूरचक एवं द्वितीय पाली में बछवाड़ा, आठ नवम्बर को प्रथम पाली में तेघड़ा एवं द्वितीय पाली में बरौनी, नौ नवम्बर को प्रथम पाली में साहेबपुर कमाल एवं द्वितीय पाली में डंडारी, दस नवम्बर को प्रथम पाली में बलिया एवं द्वितीय पाली में मटिहानी तथा 11 नवम्बर को पूरे दिन शाम्हो प्रखंड भ्रमण करेगा।
इस दौरान प्रत्येक दिन संबंधित जगहों पर गुरुदेव का संदेश, कलश दर्शन के बाद शाम में दीप यज्ञ होगा। गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माताजी भगवती देवी शर्मा के सूक्ष्म संरक्षण में बेगूसराय के आईटीआई मैदान में 16 से 19 दिसम्बर तक 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ, युवा सम्मेलन, संस्कार महोत्सव, युवा सम्मेलन एवं सदगुरू ज्ञान गंगा सदग्रंथ स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस महायज्ञ में अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता के लिए शांतिकुंज हरिद्वार से आए शक्ति कलश का जन जागरण के उद्देश्य से सभी प्रखंडों में भ्रमण शुरू किया गया है।
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