अरुणाचल प्रदेश

अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावों को राज्य के लोगों ने बताया गलत, कहा- ‘प्रदेश भारत का अभिन्न अंग’

Harrison
1 Oct 2023 10:55 AM GMT
अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावों को राज्य के लोगों ने बताया गलत, कहा- ‘प्रदेश भारत का अभिन्न अंग’
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अरुणाचल प्रदेश | चीन ने अगस्त महीने में अपना एक नया नक्शा जारी किया था। जिसमें अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपने हिस्सा दिखाया था। वहीं अब भारत ने चीन के दावों को खारिज कर दिया है। और वहां के लोगों का भी कहना है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है।राज्य से सटे गांव के लोगों ने अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन की हरकतों पर गुस्सा जताया है। उन्होंने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा भारत का अंग बना रहेगा।
दरअसल, अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले की सीमाएं चीन से लगती हैं। इस जिले के सेंगनुप, खारसेनेंग और ग्रेंगखार गांवों के ग्रामीणों ने कहा कि वे शांतिपूर्ण माहौल में रह रहे हैं। साथ में उनका ये भी कहना है कि भारतीय सेना की मौजूदगी की वजह से वे यहां पर सुरक्षित महसूस करते हैं।
मोदी सरकार ने किया है विकास कार्य
खरसेनेंग क्षेत्र के एक ग्रामीण ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की पेमा खांडू की सरकार ने सीमावर्ती गांवों में बहुत से विकास कार्य किए हैं। इन्होंने बताया कि पहले हमारे इलाके की सड़कों का बुरा हाल था, लेकिन वर्तमान सरकार ने हमारे गांवों में कंक्रीट की सड़कें बनवाई हैं। इस वजह से गांव की रोड कनेक्टिविटी भी बढ़ गई है।
'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम'को दी थी मंजूरी
गौरतलब है कि इसी साल फरवरी में , केंद्र सरकार ने 'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम' को मंजूरी दी थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 की अवधि के लिए केंद्र ने 4800 करोड़ रुपये आवंटित किए है, जिसमें विशेष रूप से सड़क कनेक्टिविटी के लिए 2500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इस योजना का मकसद सीमावर्ती इलाकों में बसे गांवों में सड़कों को ठीक करना और वहां पर ढांचागत सुधार करना है।
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