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क्यों होती है महिलाओं को अनीमिया की समस्या, कैसे इससे निपटें?

Kajal Dubey
7 May 2023 1:12 PM GMT
क्यों होती है महिलाओं को अनीमिया की समस्या, कैसे इससे निपटें?
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भारत की एक बड़ी जनसंख्या अनीमिया से परेशान है. ग्लोबल डेटा वेबसाइट के एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत में 40 प्रतिशत लोगों को अनीमिया की समस्या है, और इसमें भी 50 प्रतिशत से ज़्यादा जनसंख्या महिलाओं की है. हर महीने महिलाओं को होनेवाले पीरियड्स की वजह से अनीमिया की समस्या होना सामान्य बात है. आमतौर पर आयरन की कमी से होनेवाली अ‌नीमिया भारतीय महिलाओं में बेहद आम है. किशोरावस्था, प्रेग्नेंसी, स्तनपान और मेनोपॉज़ जैसे ज़िंदगी के कई अहम् चरणों में महिलाएं कई हार्मोनल बदलावों से गुज़रती हैं. इन सभी मौक़ों पर महिलाओं को ज़्यादा आयरन लेने की ज़रूरत होती है. और जब हम ज़रूरत जितना आयरन नहीं लेते, तब अनीमिया की समस्या होती है. अनीमिया की समस्या होने पर चक्कर आना, ऊर्जा की कमी, शरीर का पीला पड़ना, डार्क सर्कल का बढ़ना, नींद न आना, शरीर में कंपकपाहट, सांस लेने में व ध्यान लगाने में दिक़्क़त महसूस होना जैसे कई अन्य संकेत आप महसूस कर सकते हैं.
क्या और क्यों होती है अनीमिया?
अनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जब आपके शरीर में पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं होता. यह लाल रक्त कणों की कमी की वजह से भी हो सकती है. आयरन की कमी से शरीर में लाल रक्त कणों की कमी हो जाती है. असल में, आयरन शरीर में लाल रक्त कण बनाने में मदद करता है. अनीमिया होने की चार सबसे बड़ी वजहें हैं:
1. हैवी मेन्सट्रुअल साइकल की वजह से ख़ून जाना
2. सर्जरी या ट्रॉमा की वजह से ख़ून जाना
3. कुछ प्रकार के कैंसर की वजह से
4. क्रोन्स (पेट में सूजन से जुड़ी एक तरह की बीमारी) डिज़ीज़ या सिलिएक डिज़ीज़ की वजह से
कैसे पाएं इससे निजात?
महिलाओं में यदि 12-15 ग्राम प्रति डेसीलीटर हीमोग्लोबिन हो, तो इसे सामान्य मात्रा माना जाता है. यदि ब्लड टेस्ट में आपका हीमोग्लोबिन स्तर इससे कम आता है, तो हो सकता है आपका डॉक्टर आपको कुछ दवाएं शुरू करने के लिए कहे. लेकिन दवाओं के साथ ही आपको अपनी डायट में कुछ बदलाव लाकर आयरन से भरपूर डायट फ़ॉलो करना होगा.
सेलेब्रिटी डायटीशियन और नमामी लाइफ़ की फ़ाउंडर नमामी अग्रवाल अपनी डायट में आयरन को शामिल करने के लिए कुछ ज़रूरी टिप्स देते हुए कहती हैं,“आयरन के कई स्रोत हैं. उसमें हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, जैसे-पालक, केल, ब्रोकलि इत्यादि शामिल हैं, तो वहीं चुकंदर में भी आयरन की अच्छी मात्रा पाई जाती है. फलों में अनार और बेरीज़ आयरन के अच्छे स्रोत हैं. खजूर, किशमिश, अंजीर, एप्रिकोट जैसे ड्रायफ्रूट्स में भी आयरन होता है. वहीं ब्राउन राइस, गेहूं का आटा, अमरांथ, कीन्वा को भी अपनी डायट में शामिल करके आप आयरन पा सकते हैं. बादाम, अखरोट, पाइन नट्स, तिल, कद्दू के बीज, सनफ़्लावर के बीज, दाल इत्यादि में भी आयरन पाया जाता है. दूसरी ओर नॉनवेज में चिकन, ऑयस्टर्स, मछली, टर्की, अंडे में आयरन की भरपूर मात्रा होती है.”
प्रिकॉशन्स, ताकि इस समस्या से गुज़रना ही न पड़े
आप कभी अनीमिया का शिकार न हों, इसलिए हमेशा अपनी डायट में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को ज़रूर शामिल करें.
• विटामिन सी युक्त फ़ूड्स को भी अपनी डायट का हिस्सा बनाएं, क्योंकि यह आयरन के एब्ज़ॉर्प्शन को बढ़ाता है.
• खाने के बाद चाय या कॉफ़ी न पीएं. इससे आयरन का अवशोषण रुक जाता है.
• आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के साथ कैल्शियम युक्त फ़ूड्स न लें. इससे आयरन का अवशोषण नहीं हो पाता.
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