लाइफ स्टाइल

बॉडी फैट का कौन सा टाइप शरीर के लिए है सबसे अधिक खतरनाक

Kajal Dubey
5 May 2023 11:55 AM GMT
बॉडी फैट का कौन सा टाइप शरीर के लिए है सबसे अधिक खतरनाक
x
1.सफेद फैट / व्हाइट फैट (White fat)
सफेद वसा या व्हाइट फैट बड़ी और सफेद कोशिकाओं से बना होता है। यह फैट पेट, हाथ, हिप्स और जांघों में स्किन के नीचे या अंगों के आसपास जमा होता है। यह फैट सेल्स शरीर में एनर्जी स्टोर्ड के रूप में होता है, जिनका शरीर बाद में एनर्जी के रूप में उपयोग कर लेता है।
सफेद फैट हार्मोन्स के कामों में भी एक अहम भूमिका निभाता है। जैसे,
एस्ट्रोजन (Estrogen)
लेप्टिन (हार्मोन में से एक जो भूख को उत्तेजित करता है) (Leptin, one of the hormones that stimulates hunger)
इंसुलिन (Insulin)
कोर्टिसोल (Cortisol,a stress hormone)
ग्रोथ हार्मोन (Growth hormone)
कुछ सफेद फैट अच्छी हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है, वहीं इसका अधिक मात्रा में होना खतरनाक होता है। अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज ( American Council on Exercise) के अनुसार, नॉन-एथलीट पुरुष के शरीर में कुल फैट का प्रतिशत 14 से 24 प्रतिशत होना चाहिए। (1)
2. ब्राउन फैट (Brown fat)
ब्राउन फैट मुख्य रूप से बच्चों में पाया जाता है। हालांकि, वयस्कों में अभी भी बहुत कम मात्रा में ब्राउन फैट होता है, लेकिन यह सिर्फ गर्दन और कंधे पर होता है। ब्राउन फैट बॉडी गर्म रखने के लिए फैटी एसिड को बर्न करती है।
रिसर्चर्स के मुताबिक, यह ब्राउन फैट की एक्टिविटी को बढ़ाने पर वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
3. विसेरल फैट (Visceral fat)
विसेरल फैट को "पेट की चर्बी" के रूप में जाना जाता है। यह सफेद फैट है, जो आपके पेट के साथ लिवर, किडनी, आंत और हार्ट के आसपास जमा होता है और उन्हें नुकसान पहुंचाता है।
अधिक मात्रा में विसेरल फैट का लेवल डायबिटीज, हार्ट इश्यूज, स्ट्रोक, आर्टरी डिसीज और कुछ प्रकार के कैंसर संबंधित जोखिम पैदा करता है। इसलिए ऐसे फैट को सबसे खतरनाक माना जाता है।
4. बेज / ब्राइट फैट (Beige / Brite fat)
बेज या ब्राइट फैट रिसर्च करने के लिए नया एरिया है। यह फैट सेल्स ब्राउन और सफेद फैट सेल्स के बीच में काम करती हैं। ब्राउन फैट की तरह, बेज कोशिकाएं भी फैट को स्टोर करने के बजाय उसे जलाने में मदद कर सकती हैं।
ऐसा माना जाता है कि जब आप तनावग्रस्त होते हैं, कूल होते हैं या जब आप एक्सरसाइज करते हैं तो कुछ हार्मोन और एंजाइम रिलीज होते हैं। यह हार्मोन सफेद फैट को बेज फैट में बदलने में मदद कर सकते हैं। यह संभवतः मोटापे को रोकने और हेल्दी बॉडी में फैट के लेवल को बैलेंस करते हैं।
5.सबक्यूटेनियस फैट / त्वचा के नीचे का फैट (Subcutaneous fat)
सबक्यूटेनियस फैट / त्वचा के नीचे का फैट, स्किन के ठीक नीचे और मसल्स के ठीक ऊपर होता है। यानी कि मसल्स और स्किन के बीच के फैट को सबक्यूटेनियस फैट / त्वचा के नीचे का फैट कहते हैं।
हमारे शरीर का 90 प्रतिशत फैट स्किन के नीचे होता है, जो ब्राउन फैट, बेज फैट और सफेद फैट सेल्स से बनता है। इस प्रकार की फैट को आसानी से हाथ, पेट, जांघों या हिप्स में स्किन को पकड़कर महसूस किया जा सकता है।
कुछ मात्रा में सबक्यूटेनियस फैट / त्वचा के नीचे का फैट की उपस्थिति सामान्य और स्वस्थ मानी जाती है। हालांकि, इसकी अधिक मात्रा होने से हार्मोन लेवल और सेंसेविटी में इम्बैलेंस पैदा हो जाता है।
6. एसेंसिअल या आवश्यक फैट (Essential fat)
एसेंसिअल या आवश्यक फैट वह फैट होता है जो आपकी बॉडी और हेल्दी लाइफ के लिए काफी जरूरी होता है। यह फैट बॉडी के अंदर पाया जाता है।
दिमाग (Brain)
बोन मेरो (Bone marrow)
नर्व्स (Nerves)
झिल्ली जो आपके अंगों की रक्षा करती हैं (Membranes that protect your organs)
आदि में एसेंसिअल या आवश्यक फैट काफी मददगार होता है। साथ ही साथ यह प्रजनन क्षमता, विटामिन अवशोषण और तापमान रेगुलरेशन कंट्रोल करने वाले हार्मोन के काम में भी मुख्य भूमिका निभाता है।
अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज के अनुसार, पुरुषों की बॉडी में कम से कम 2 से 5 प्रतिशत असेंसिअल या आवश्यक फैट होना जरूरी होता है।
Next Story