लाइफ स्टाइल

क्या, पानी से भी बढ़ता है वज़न!

Kajal Dubey
7 May 2023 1:49 PM GMT
क्या, पानी से भी बढ़ता है वज़न!
x
आप वज़न कम करने के लिए कितने भी टिप्स आज़मा लें, पर कई ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से आपकी कोशिशें क़ामयाब नहीं होती हैं. इन कारणों में आप का सही आहार ना लेना, वज़न बढ़ने के सही कारण को नहीं समझ पाना, सही एक्सरसाइज़ ना करना आदि शामिल हो सकते हैं. इनसे वज़न कम करने का टास्क काफ़ी मुश्क़िल बन जाता है. अगर आप हर समय ब्लॉटेड फ़ील कर रहे हों तो हो सकता है वॉटर वेट आपके वज़न के न कम होने की वजह हो. इस आलेख में हम आपको वॉटर वेट के कारणों के साथ, उसे रोकने के उपायों के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं.
वॉटर वेट क्या है?
जब फ़्लूइड, टिशू में इकट्ठा हो जाता है, तो वही सूजन का कारण बन जाता है. वॉटर वेट, वह हिस्सा होता है, जहां शरीर फ़्लूइड इकट्ठा करता है और आमतौर पर यह किडनी के आसपास ही इकट्ठा होता है. फ़्लूइड को बाहर फ़्लश करने के बजाय हमारा शरीर इसे अंगों और त्वचा के बीच इकट्ठा करके रखता है, जो आपको असहज बनाता है. वॉटर वेट से वज़न बढ़ना आपका वास्तविक वज़न नहीं होता.
वॉटर गेन के मुख्य कारण
वॉटर गेन के मुख्य कारणों में नमक और कार्ब्स शामिल हैं. अधिक नमक खाने की वज़ह से सोडियम पानी के साथ शरीर में घुलकर अटक-सा जाता है. अतः आप जितनी अधिक मात्रा में नमक का सेवन करेंगे वॉटर वेट बढ़ने की संभावना उतनी ही अधिक रहेगी. अधिक कार्ब्स का सेवन भी हमें इसी तरह से प्रभावित करता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार जब हम अधिक मात्रा में कार्ब्स खाते हैं, तो हमारा शरीर उसे तुरंत एब्ज़ॉर्ब नहीं करता और उसे ग्लाइकोजन के रूप में इकट्ठा करता है. ग्लाइकोजन अधिक पानी एब्ज़ॉर्ब करता है, जिससे वॉटर वेट बढ़ने की संभावना रहती है.
वॉटर वेट के और दूसरे कारण
कुछ दवाएं: कुछ दवाओं के सेवन से शरीर में फ़्लूइड निकलने की बजाय शरीर में ही अटका रह जाता है. विशेष रूप से इसमें हाई ब्लड प्रेशर, ऐंटी-इन्फ़्लैमेटरी और डायबिटीज़ की कुछ दवाएं शामिल हैं, जो फ़्लूइड को अवरुद्ध करती हैं. ऐसी दवाएं लेते समय अपने हेल्थ एक्स्पर्ट से जान लें कि कहीं आप की दवाएं वॉटर वेट गेन की वजह तो नहीं बन रही हैं.
ख़राब रक्त संचारः वॉटर वेट गेन का एक अन्य कारण ख़राब रक्त संचार भी हो सकता है. हमारे पैर की नसों के वॉल्व, हृदय की ओर होनेवाले रक्त प्रवाह में मदद करते हैं. लेकिन जब रक्त संचार ख़राब होता है, तो शरीर के निचले हिस्से में रक्त ठीक तरह से प्रवाहित ही नहीं हो पाता है, जिससे शरीर में फ़्लूइड का रिटेंशन होने लगता है.
गर्भावस्थाः प्रेग्नेंसी भी वॉटर वेट गेन करने का एक कारण हो सकती है. आमतौर पर गर्भवती महिलाएं जब डिलिवरी डेट के क़रीब होती हैं तो उनके हाथ, पैर, चेहरे और टखनों में सूजन आ जाती है. यह वॉटर वेट के कारण ही होता है. आप अपने बदलते हार्मोन को दोष दे सकती हैं, लेकिन बढ़ता पेट भी इसमें शामिल है. यह रक्त वाहिनियों पर दबाव डालता है और फ़्लूइड टिशू में जमा होता है, जिसे वापस पाने के लिए रक्त वाहिनियों को मशक़्क़त करनी पड़ती है. गर्भावस्था के दौरान सूजन, दर्द का कारण बनती है, जो चिंता का विषय है. गर्भवती महिला को तत्काल इसका इलाज करवाना चाहिए.
वॉटर वेट गेन को कैसे रोकें?
आप वॉटर वेट को रोक सकते हैं, जिसके लिए आप को कुछ बातों का ध्यान रखना होगा.
- नमक के अधिक सेवन से बचें.
-ज़्यादा पानी पिएं. अगर आप कम पानी पीते हैं तो यह आप के शरीर को प्रभावित करता है.
-अधिक चाय, कॉफ़ी और शराब के सेवन से बचें.
-नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करें, जिससे आप का वज़न कम होगा.
-हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थ खाएं.
Next Story