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डायबिटीज में क्या नुकसानदायक है गन्ने का जूस का सेवन

Apurva Srivastav
7 April 2023 1:47 PM GMT
डायबिटीज में क्या नुकसानदायक है गन्ने का जूस का सेवन
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गन्ने का जूस स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट होता है, जिसे भारत के अलावा अफ्रीकी और एशियाई देशों में काफी पसंद किया जाता है। यह नैचुरल होने के साथ सेहत को कई तरह से फायदा भी पहुंचा सकता है। कई सभ्यताओं में इसका इस्तेमाल लिवर, किडनी और दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। गंदे का जूस टेस्टी होने की वजह से पॉपुलर है, ऐसे में क्या इसे डायबिटीज के मरीज पी सकते हैं? गन्ना उनके लिए कितना सुरक्षित साबित हो सकता है, आइए जानें।
इसमें आमतौर पर नींबू का रस मिलाकर पिया जाता है। जो खासकर गर्मी के मौसम में काफी राहत पहुंचाता है। गुड़, ब्राउन शुगर और गन्ने की चीनी बनाने के लिए इसे प्रोसेस किया जाता है। गन्ने का रस पूरी तरह से चीनी नहीं होता, इसमें 70-75% पानी होता है, 10-15% फाइबर और 13-15% चीनी होती है।
गन्ने का जूस प्रोसेस्ड नहीं होता इसलिए यह फेनॉलिक और फ्लेववॉइड एंटीऑकिसीडेंट्स का अच्छा स्त्रोत होता है। इन्हीं एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदी की वजह से ही इसे हेल्दी माना जाता है। इसमें पोटैशियम भी होता है, जो अपनी हाइड्रेटिंग गुण के लिए जाना जाता है। 15 साइकिल एथलीट्स पर गन्ने के जूस से शोध किया गया। जिसमें देखा गया कि इस जूस ने उनकी पर्फोर्मेंस बेहतर बनाई और शरीर को रीहाइड्रेट किया। हालांकि, साथ ही एथलीट्स का ब्लड शुगर का स्तर भी बढ़ा।
गन्ने के जूस में कितनी शुगर होती है?
गन्ने में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन साथ ही चीनी और कार्ब की उच्च मात्रा भी होती है।
एक कप यानी 240 एमएल गन्ने के जूस में:
कैलोरी: 183
प्रोटीन: 0 ग्राम
फैट: 0
चीनी: 50 ग्राम
फाइबर: 0-13 ग्राम
एक कप जूस में 50 ग्राम चीनी होती है, जो 12 चम्मच के बराबर है। अमेरिकन हार्ट असोसियेशन के मुताबिक, पुरुषों को दिन में 9 चम्मच और महिलाओं को 6 चम्मच से ज्यादा चीनी के सेवन से बचना चाहिए।
चीनी एक तरह का कार्ब होचा है, जिसे हमारा शरीर ग्लूकोज़ में तोड़ता है। कुछ हाई कार्ब फूड्स और ड्रिंक्स ब्लड शुगर के स्तर को जरूरत से ज्यागा बढ़ाने का काम करते हैं, खासतौक पर अगर आपको डायबिटीज है, तो यह खतरा पैदा करते हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को चीनी का सेवन देखभाल ही करना होता है।
गन्ने का जूस का ग्लायेमिक इंडेक्स वैसे तो कम होता है, लेकिन फिर भी ग्लायसेमिक लोड उच्च होता है। इसका मतलब यह हुआ कि यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाता है।
तो क्या डायबिटीज होने पर गन्ने का जूस पीना चाहिए?
डायबिटीज में जिस तरह चीनी युक्त ड्रिंक्स से बचने की सलाह दी जाती है, वैसे ही गन्ने का जूस से भी दूरी बनाना बेहतर माना जाता है। इसमें मौजूद उच्च चीनी आपके ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकती है। इसलिए इसे न ही पिएं।
गन्ने के जूस में पोषक तत्व कई हैं, लेकिन साथ ही चीनी की मात्रा भी काफी ज्यादा है, जो डायबिटीज में ब्लड शुगर के स्तर को और बढ़ा सकती है। इससे बेहतर है कि आप बिना चीनी की चाय, कॉफी या फिर दूसरी ड्रिंक्स पिएं।
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