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कीटो डाइट क्या है , जानिए इसका सही तरीका और फायदे

Kajal Dubey
15 May 2023 11:27 AM GMT
कीटो डाइट क्या है , जानिए इसका सही तरीका और फायदे
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वजन कम करने के लिए आमतौर पर सभी लोग सोचते हैं, अभी तो खूब जंक फूड खाओ, जब वजन कम करना होगा तब रनिंग करके वजन कम कर लेंगे। हर वो व्यक्ति जिसका वजन बढ़ा हुआ है, जो मोटा है, जिसकी बॉडी में अधिक चर्बी है उन लोगों के मुंह से मैंने अक्सर ये बातें सुनी हैं।
जब उनकी आधी अधूरी जानकारी काम नहीं आती, तो फिर वे डाइट के पीछे भागते हैं, जल्दबाजी में वजन कम करने के लिए कुछ गलतियां कर देते हैं। जैसे-
कुछ लोग खाना-पीना पूरी तरह छोड़ देते हैं और रात में भी भूखे पेट सोने लगते हैं।
कुछ लोग इतना वर्कआउट और कार्डियो करते हैं, कि वे अपना मसल्स लॉस कर बैठते हैं।
कुछ लोग हमेशा कन्फ्यूज ही रहते हैं कि उन्हें मसल्स बिल्डिंग करना है या फैट लॉस
वहीं कुछ लोग इंटरनेट से बिना जांच पड़ताल करके अपने लिए कोई भी डाइट फॉलो करने लगते हैं, जो उन्हें लगता है कि वो हेल्दी होगी।
तो दोस्त बताना चाहूंगा कि आपको वजन कम करने के लिए सबसे ज्यादा जिस चीज की जरुरत है वो है डाइट।
इसलिए जब वजन कम करने वाली डाइट का नाम आता है तो उसमें कीटो डाइट का नाम सबसे ऊपर आता है।
इसलिए आज मैं आपको कीटो डाइटके बारे में सारी जानकारी दे रहा हूं, जो आपको जानना जरूरी है। जैसे की कीटो डाइट क्या है (keto diet kya hoti hai) , कीटो डाइट क्या होना चाहिये और इसके फायदे
क्या है कीटो डाइट (What Is The Keto Diet in hindi)
कीटो डाइट मैक्रो
कीटो डाइट करने से होने वाली समस्याएं
कीटो डाइट में क्या खाना चाहिए
कीटो डाइट में क्या नहीं खाना चाहिए
कीटो डाइट के फायदे (Benefits of Keto Diet in Hindi)
क्या है कीटो डाइट (What Is The Keto Diet in hindi)
कीटो डाइट को कीटोजेनिक डाइट, लो-कार्ब डाइट, लो-कार्ब हाई फैट डाइट आदि नाम से भी जानते हैं। नॉर्मल डाइट में प्रोटीन कार्ब हाई होता है, प्रोटीन काफी कम होता है और फैट मीडियम होता है, जिस कारण अधिकतर लोग अनहेल्दी रहते हैं।
लेकिन वहीं दूसरी ओर कीटो डाइट में सबकुछ उल्टा होता है। इसमें कार्ब की मात्रा सबसे कम, फैट की मात्रा सबसे अधिक और प्रोटीन की मात्रा फैट और कार्ब के बीच होती है।
कीटो डाइट मैक्रो
यदि आप कीटो डाइट कर रहे हैं, तो आपकी हर मील में प्रोटीन, कार्ब और फैट का ये रेश्यो होना चाहिए।
फैट- 70 प्रतिशत
प्रोटीन- 25 प्रतिशत
कार्ब- 5 प्रतिशत
हमारी बॉडी को कार्ब्स से एनर्जी मिलती है ये बिल्कुल सही है। बॉडी में कार्ब्स न होने पर फैट से एनर्जी मिलती है और यदि आपके शरीर में फैट भी नहीं होता, तो आपके मसल्स को बर्न करके आपकी बॉडी आपको एनर्जी देती है।
आप जब ज्यादा कार्ब खाते हैं तो आपकी बॉडी उनको ब्रेक करके ग्लूकोस में कन्वर्ट कर देता है। अब सोचिए जब आप ज्यादा कार्ब खाते हैं, तो उनमें से कुछ भाग को तो बॉडी ग्लूकोस में कन्वर्ट करके किसी काम या शरीरिक एक्टिविटी के द्वारा बर्न कर देती है और बाकी ग्लूकोस आपकी बॉडी फैट के रूप में स्टोर हो जाता है, जिससे आप धीरे-धीरे मोटे हो जाते हैं।
कार्ब को ग्लूकोस में कन्वर्ट करना आपकी बॉडी के लिए सबसे सरल काम होता है। आपको वजन कम करने के लिए इस ग्लूकोस को कम करना होगा और ग्लूकोस बनता है कार्ब से तो इसका सीधा-सीधा मतलब है आपको कार्ब्स की मात्रा कट करना होगी।
कीटो डाइट में आप जब कार्ब लेना बंद कर देते हैं, तो आपकी बॉडी को आपको एनर्जेटिक रखने का जो दूसरा जरिया बचता है वो है फैट।
ऐसे में आपके लीवर में कीटोन्स बनने लगते हैं और आपकी बॉडी कीटो स्टेज में पहुंच जाती है और आपकी बॉडी सेकेंडरी एनर्जी सोर्स यानि फैट को बर्न करके आपको एनर्जी देती है, क्योंकि उसे पता होता है कि आप कार्ब्स लेना बंद कर चुके हैं।
आपके शरीर में जमा हुआ फैट आपकी स्टोर्ड एनर्जी है और कीटो स्टेज में आपकी बॉडी आपके उसी स्टोर्ड फैट को बर्न करेगी और ऐसे आपका फैट लॉस होगा, वेटलॉस होगा और धीरे-धीरे आप लीन होने लगेंगे।
उस समय आपको प्रोटीन लेना इसलिए जरूरी है, क्योंकि आपकी बॉडी मसल्स को ब्रेक न करे और आप बहुत अधिक लीन न हों।
कीटो डाइट करने से होने वाली समस्याएं
कीटो डाइट में कम कार्बोहाइट्रेड लेने से आपके शरीर में कुछ प्रोब्लम्स आने लगती हैं। जैसे :
1. होल ग्रेन बंद करने से आपकी बॉडी में फाइबर की काफी कमी हो जाएगी। इससे आपकी जो बॉल्व मूवमेंट (Flash Out) में प्रोब्लम्स आ सकती है। इसके लिए आपको अपनी डाइट में इतना फाइबर एड करना जरूरी है, कि आप 20-25 ग्राम फाइबर तक पहुंच जाएं।
अब आप सोच रहे होंगे कि फाइबर कैसे एड करेंगे, क्योंकि मीट, चिकन, अंडे, तेल आदि में फाइबर नहीं पाया जाता। तो बताना चाहूंगा कि इसके लिए आप अपनी डाइट में हरी सब्जियां एड करें जिनमें काफी अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जैसे - पालक, मेथी, लेट्युस, खीरा, लौकी, पुदीना आदि।
2. ग्रेन्स बंद करने से आपकी बॉडी को काफी सारे मिनरल्स और विटामिन्स नहीं मिलेंगे, तो आपकी बॉडी में इन सबकी कमी हो जाएगी। इसलिए आपको मल्टीविटामिन टेबलेट को अपनी डाइट में एड करना जरूरी हो जाएगा।
3. तीसरी जिस चीज की कमी होगी, वो है पानी। जब आपकी बॉडी में कार्ब की मात्रा कम होगी तो आपकी बॉडी पानी को होल्ड नहीं करेगी, क्योंकि आप तो जानते ही होंगे कि एक ग्राम कार्बोहाइड्रेट 3 ग्राम पानी को होल्ड करता है और जब शरीर में कार्ब ही नहीं होगा तो पानी की भी कमी होगी। इसलिए ध्यान रखें कि ऐसे में दिन भर में कम से कम 10 गिलास पानी जरूर पिएं।
कीटो डाइट शुरू करने के बाद जब आपका मेटाबॉलिज्म चेंज होगा, तो आपको कुछ टेम्परेरी हेल्दी प्रोब्लम्स भी होंगी, जो कि 5-7 दिन तक ही रहेंगी। जिससे आपको काफी भूख लगेगी, आलस आएगा, थकान होगी आदि। इसके लिए आपको मेंटली रूप से तैयार रहना होगा, तो ये काफी अच्छे से काम करेगी।
इस डाइट को 1-3 महीने तक ही फॉलो करें, इसके बाद फिर अपनी नॉर्मल डाइट पर आएं और फिर कुछ समय बाद अपने गोल के मुताबिक इस डाइट को फिर से रिपीट कर सकते हैं।
कीटो डाइट में क्या खाना चाहिए
कीटो डाइट प्लान (Keto Diet Plan in Hindi) में आपको सबसे ज्यादा ध्यान खाने का ही रखना होता है, क्योंकि यदि आप बीच में कुछ गलत खा लेते हैं, तो आप कीटोसिस से बाहर आ सकते हैं। इस डाइट में आपको वो चीजें खानी हैं जिसमें हाई फैट और लो कार्ब हो और मीडियम प्रोटीन हो। जैसे- नट्स, सीड्स, ऑलिव ऑयल, चिकन, मटन, हरी सब्जियां, बादाम, काजू, मूंगफली, पनीर, क्रीम, बटर, अखरोट, नारियल तेल का सेवन कर सकते हैं।
कीटो डाइट में क्या नहीं खाना चाहिए
कीटो डाइट में खाने वाली चीजों की अपेक्षा न खाने वाली चीजों की लिस्ट ज्यादा लंबी है। इसमें आप फल (सेब, केला, पाइनेप्पल, संतरा, मोसम्मी, अंगूर यानि कुछ भी), आलू, ब्रेड, दाल, चने, गेहूं, शुगर, दही, दूध आदि में से कुछ भी नहीं खा सकते। क्योंकि इनमें काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है।
कीटो डाइट के फायदे (Benefits of Keto Diet in Hindi)
कोलेस्ट्रॉल : कीटो डाइट ट्राइग्लिसराइड के लेवल में सुधार करता है और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी सुधार सकता है।
वजन कम : आपकी बॉडी शरीर के स्टोर्ड फैट को बर्न करती है जिससे आपके फैट सेल्स में कमी आती है और आपका वजन कम होने लगता है।
ब्ल्ड शुगर : ये डाइट समय के साथ LDL कोलेस्ट्रॉल की कमी और टाइप-2 डायबिटीज जैसी बीमारियों को खत्म कर सकती है।
एनर्जी : इस डाइट से आपको बेहतर एनर्जी मिलती है। आप इस दौरान अधिक एनर्जेटिक फील करते हैं और आपको तो पता ही होगा एनर्जी के रूप में फैट कण सबसे अधिक एनर्जी देते हैं।
भूख कम लगना : कीटो डाइट करने के कुछ समय बाद ही व्यक्ति को कम भूख लगने लगती है।
मुंहासे : यदि आप 12 सप्ताह तक कीटो डाइट करते हैं तो आपके मुंहासे और स्किन में सूजन नहीं आती।
वरुण धवन, अरशद वारसी, आलिया भट्ट, अर्जुन कपूर, सोनाक्षी सिन्हा आदि ने वजन कम करने के लिए कीटो डाइट का ही सहारा लिया था
तो दोस्त अब आप समझ ही गए होंगे, कि वजन कम करने के लिए ये डाइट कितनी अहम है। बस ध्यान रखें कि इसे फॉलो करने के पहले अपने फिटनेस ट्रेनर या फिर न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह जरूर लें।
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