- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- क्या है गैस्ट्रो-कॉलिक...
लाइफ स्टाइल
क्या है गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स, जानें इसके लक्षण
Ritisha Jaiswal
18 March 2021 1:13 PM GMT
x
पाचन दुरुस्त होना बेहद जरूरी है। हमारे बदलते लाइफस्टाइल और खाने-पीने की आदतों ने हमारी पाचन शक्ति को ही कमजोर कर दिया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पाचन दुरुस्त होना बेहद जरूरी है। हमारे बदलते लाइफस्टाइल और खाने-पीने की आदतों ने हमारी पाचन शक्ति को ही कमजोर कर दिया है। कुछ लोगों का पाचन इतना ज्यादा बिगड़ जाता है कि उन्हें कुछ भी खाते ही टॉयलेट जाना पड़ता है। खाना-खाने के तुरंत बाद पॉटी लगने की समस्या को गैस्ट्रो-कॉलिक रिफलक्स कहते हैं। देखा गया है कि ये समस्या उन लोगों को ज्यादा आती है, जो शुरुआत में लंबे समय तक स्टूल को रोककर रखते हैं। यह समस्या तब और भी गंभीर हो जाती है, जब खाना खाते ही शौचालय जाने से वजन घटने लगता है। कई बार शौच जाने से बचने के लिए व्यक्ति अपनी डाइट में कटौती तक कर लेता है। ऐसे में कुछ ऐसे उपाय हैं, जिससे आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि इस समस्या का उपचार कैसे करें।
इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले आप अपनी डाइट में आम, दही और अदरका को शामिल करें। मीठे आम का रस, दही, अदरक का रस इन तीनों को मिलाकर एक चम्मच हर रोज़ दिन में 2 बार पीएं।
टॉयलेट जाने की समस्या का बेस्ट उपचार है कि आप इमली की छाल का चूर्ण, ताजा दही में मिलकार इस्तेमाल करें। इसे खाने से इस समस्या से निजात मिल जाएगी।औषधीय गुणों से भरपूर ईसबगोल को गर्म पानी में भिगोएं, ठंडा होने के बाद उसमें नारंगी या अनार का जूस मिलाकर पीन से इस समस्या से निजात पाई जा सकती है।
बेल के कच्चे फल को आग में सेंक कर गूदा निकालकर 10 ग्राम गूदे में थोड़ी शक्कर मिलाकर सेवन करते रहने से इस परेशानी से राहत मिलती है।इस बीमारी से निजात पाने के लिए कुछ आदतों में करें बदलाव
इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पानी का अधिक सेवन करें।
एक्सरसाइज इस समस्या का बेहतर उपचार है। नियामित वॉक और रेगुलर एक्सरसाइज करके आप इस परेशानी से निजात पा सकते हैं।
कैफिन के अत्याधिक सेवन पर कंट्रोल करें।
तला-भुना मसालेदार खाना खाने से परहेज करें। कोशिश करें कि थोड़ा-थोड़ा निश्चित समय अंतराल पर खाएं।
तनाव हर बीमारी की जड़ है इससे दूर रहें। तनाव की वजह से आपका पाचन बिगड़ सकता है।
समय पर जागे और पूरी नींद लें। कम नींद इस परेशानी को बढ़ा सकती है।
खाने को हमेशा चबा-चबाकर खाएं।
खाने में फाइबर युक्त आहारों को शामिल करें।
भोजन को हमेशा थोड़ा-थोड़ा करके ही खाएं।
डाइट में करें इन चीजों को शामिल
डाइट में शामिल करें इन चीजों को
इस समस्या से निबटने के लिए फाइबर से भरपूर फूड्स जैसे नाशपाती, सेब, मटर, ब्रोकोली, साबुत अनाज, सेम और दालें अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही आहार में दही, कच्चे सलाद, अदरक, अनानास, अमरूद, अजमोद आदि को भी शामिल करें।
Ritisha Jaiswal
Next Story