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शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना यानी खतरे की घंटी का बजना। शरीर में बढ़ते यूरिक एसिड को रोकना बेहद जरूरी होता है।
शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना यानी खतरे की घंटी का बजना। शरीर में बढ़ते यूरिक एसिड को रोकना बेहद जरूरी होता है। इससे होने वाली सबसे बड़ी परेशानी है जोड़ों में दर्द होना। इन दिनों ये बीमारी दिन पर दिन आम होती जा रही है। आम हो या खास इस दिक्कत से सभी परेशान है। यूरिक एसिड बढ़ने से आपको कई तरह की बीमारी अपनी चपेट में ले लेती है।
जैसे हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी समस्याएं, गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस, ये सब बीमारियां यूरिक एसिड बढ़ने से आपको शरीर में घर बना लेती हैं। इसके अलावा यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी और मोटापे से संबंधी दिक्कते भी झेलनी पड़ सकती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने के लिए हल्दी रामबाढ़ की तरह इस्तेमाल की जाती है । हल्दी को आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में शामिल किया गया है। ये कई बीमारियों में काफी मददगार साबित भी हुई है। आज हम आपको हल्दी से यूरिक एसिड को कम करने का तरीका बताएंगे।
हल्दी एक ऐसी चीज़ है जो हर घर की रसोई में बेहद आसानी पाई जाती है। हल्दी में करक्यूमिन होता है जो सूजन से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं। यूरिक एसिड को कम करने में हल्दी का सेवन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। हल्दी वाला दूध यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में काफी मदद करता है। क्योंकि इससे आपके शरीर के रक्तचाप की गति नियंत्रित रहती है और पूरा पाचन तंत्र अच्छे सा काम करता है तो शरीर में हानिकारक चीजें नहीं रुक पाती हैं। हल्दी के अलावा मुलेठी, त्रिफला, गिलोय और अश्वगंधा का सेवन करने से भी इस बीमारी से राहत पाई जा सकती है। ये सभी चीज़े यूरिक एसिड को कम करने में बेहद मददगार साबित होती है।
Tagsहल्दी
Ritisha Jaiswal
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