लाइफ स्टाइल

असफल रिश्ते, दुःख और दर्द नहीं बल्कि सबक देकर जाते है

Manish Sahu
15 July 2023 3:13 PM GMT
असफल रिश्ते, दुःख और दर्द नहीं बल्कि सबक देकर जाते है
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लाइफस्टाइल: रिश्तों का अंत भले ही दर्दनाक या दुखभरा होता है, लेकिन ये हमें कुछ न कुछ सबक सिखाकर जाता है। ये शायद ऐसा सबक हो सकता है, जो आपके और आपके आने वाले रिश्ते को हमेशा के लिए खुशनुमा बना सकता है। हम सभी अपनी जिंदगी में कई रिश्ते बनाते हैं, जिनमें से बहुत से हमारे साथ अंत तक जाने के लिए नहीं बने होते हैं। ये रिश्ते एक मोड़ पर आकर खत्म हो जाते हैं। रिश्तों का खत्म होना दर्दनाक हो सकता है। इस दर्द को झेलना हर किसी के लिए आसान नहीं होता है। कुछ लोग एक मुस्कान के साथ कुछ पल में आगे बढ़ जाते हैं। वहीं कुछ लोग टूटकर इतना बिखर जाते हैं कि उन्हें मूव ऑन करने में समय लग जाता है। रिश्तों का अंत भले ही दर्दनाक या दुखभरा होता है, लेकिन ये हमें कुछ न कुछ सबक सिखाकर जाता है। ये शायद ऐसा सबक हो सकता है, जो आपके और आपके आने वाले रिश्ते को हमेशा के लिए खुशनुमा बना सकता है। इसलिए रिश्ते के अंत को दुखी नजरों से देखने की बजाय इसमें खुद को अपनी की हुई गलितयों को ढूंढ़ने की कोशिश करें ताकि आने वाले समय में आप फिर से पुरानी वाली गलतियों को दोहराने से बच सकें। आज हम आपको कुछ ऐसे सबक के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आप अपने टूटे रिश्ते से सिख सकते हैं।
खुद के विकास पर फोकस करने का समय
रिश्ते में लोग बंधकर रहते हैं, जो उनके खुद के विकास को रोक देता है। इसलिए रिश्ता टूटने के बाद लोगों को अपने खुद के अंदर झाँकने का मौका मिलता है। इस दौरान लोगों को अपनी कमियों, कमजोरियों और मजबूतियों के बारे में पता चलता है। इसी के साथ अपनी किन गलत आदतों को खुद से अलग करना है ये भी पता चलता है।
चेतावनी संकेतों को समझना सीखें
रिश्ते में रहने के दौरान अक्सर लोग अपने पार्टनर की गलत हरकतों को देखकर भी अनदेखा कर देते हैं, जो रिश्ते को टॉक्सिक बना देती हैं। इसलिए रिश्ता टूटने के बाद अकेले में बैठे और अपने टूटे रिश्ते के चेतवानी संकेतों को याद करें, जो अपने नजरअंदाज कर दिए थे। इन संकेतों को समझकर इनसे सबक लिया जा सकता है, जो जिंदगी भर आपके काम आएगा।
सीमाएँ निर्धारित करना सीखना शुरू करें
बहुत से लोग रिश्ते में रहते हुए सीमाएँ निर्धारित करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं कर पाते क्योंकि उन्हें ऐसा करना आता ही नहीं। सीमाएँ निर्धारित नहीं कर पाना आत्मविश्वास की कमी की वजह से हो सकता है। इसके अलावा अपनी आवश्यकताओं को प्राथमिकता नहीं देना भी इसका प्रमुख कारण है। इसलिए रिश्ते के खत्म हो जाने के बाद खुद की जरूरतों को प्राथमिकता देना सीखें और साथ सीमाएँ निर्धारित करने के तरीकों के बारे में जानें।
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