लाइफ स्टाइल

थायराइड के मरीज बरतें ये सावधानी, खाने में इन चीजों से करें परहेज

Subhi
23 Dec 2022 3:33 AM GMT
थायराइड के मरीज बरतें ये सावधानी, खाने में इन चीजों से करें परहेज
x

पहले घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता था। लेकिन आंगन खत्म होते गए और तुलसी के पौधे की अहमियत भी ज़्यादातर पूजा-पाठ तक सिमट गई। लेकिन कोरोना में जिस तरह तुलसी के काढ़े ने चमत्कारी असर दिखाया तब से एक बार फिर तुलसी की खासियत लोगों की नजर में बढ़ गई है। सिर्फ तुलसी ही नहीं, कई ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां हैं जो हजारों बीमारियों में कारगर हैं। ऐसी ही एक बीमारी है थायराइड। हेल्दी रहने के लिए थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी होता है।

अगर वक्त रहते थायराइड कंट्रोल ना किया जाए तो हार्ट प्रॉब्लम, मेंटल डिसऑर्डर, हेयर फॉल, स्किन प्रॉब्लम, हार्मोनल इम्बैलेंस, बॉडी टेंपरेचर में गड़बड़ी जैसी कई दिक्कते हो जाती हैं। क्योंकि थायराइड ग्लैंड थायरोक्सिन हार्मोन के जरिए शरीर के लगभग हर पार्ट को रेग्युलेट करता है। इस हार्मोन के इम्बैलेंस होने से थायराइड कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

मेडिकल वर्ल्ड में तो ये भी माना जाता है कि एक बार थायराइड हो गया तो ज़िंदगी भर गोली खानी पड़ेगी लेकिन तुलसी से ना सिर्फ थायराइड की गोली छूटेगी बल्कि हार्मोन बैलेंस रहेंगे। ऐसे में योग गुरु स्वामी रामदेव से जानिए कि तुलसी के पत्ते से थायराइड पर योगिक और आयुर्वेदिक स्ट्राइक कैसे करें।

क्या है थायराइड?

थायराइड गले में स्थित एक ग्रंथि का नाम है। यह ग्लैंड गले के आगे के हिस्से में मौजूद होता है और इसका आकार एक तितली के समान होता है। यह बॉडी के कई तरह के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने के लिए जरूरी होता है। जब ये असंतुलित होता है तो थायरायड की बीमारी होती है। ये रोग हाइपो थायरायड और हाइपर थायरायड दो तरह का होता है।

Next Story