लाइफ स्टाइल

हार्ट अटैक की टेंशन से मुक्त करेगा यह करामाती इंजेक्शन

Manish Sahu
16 Aug 2023 10:17 AM GMT
हार्ट अटैक की टेंशन से मुक्त करेगा यह करामाती इंजेक्शन
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लाइफस्टाइल: हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. युवा उम्र में ही हार्ट अटैक के कई मामलों की खबरें आए दिन देखने-सुनने को मिलते रहते हैं. कभी किसी को जिम करते-करते हार्ट अटैक आ जाता है तो कई डांस करते हुए ही मौत तक पहुंच जाते हैं. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया भर में 1.28 अरब लोगों को हाई ब्लड प्रेशर है. इनमें आधे को पता ही नहीं कि उन्हें हाई बीपी है. इसका नतीज अचानक हार्ट अटैक के रूप में सामने आते हैं. हालांकि हार्ट अटैक या स्ट्रोक के सिर्फ हाई ब्लड प्रेशर ही कारण नहीं होते हैं. इसके कई कारण होते हैं लेकिन मुख्य रूप से इसके लिए लाइफस्टाइल से संबंधित गलतियां जिम्मेदार होते हैं. इन घातक बीमारियों के कारण अचानक होने वाली मौतों को रोकने के लिए दुनिया भर में रिसर्च चल रही है. अब एक नई रिसर्च में यह दावा किया गया है कि एक इंजेक्शन लगा लेने से हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है.
45 साल से उपर वालों पर परीक्षण
डायबेट्स कम्युनिटी की वेबसाइट के मुताबिक फर्मास्युटिकल कंपनी नोवो नोर्डिस्क ने सप्ताह में एक दिन लगने वाले वेट लॉस इंजेक्शन वीगोवी से हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने संबंधी रिसर्च कर रही है. इसमें 45 साल से उपर ज्यादा वजन वाले लोगों को सप्ताह में एक दिन वीगोवी इंजेक्शन लगाया जा रहा है. इसमें हार्ट अटैक का खतरा कम होते हुए देखा जा रहा है. सीमित ट्रायल में इंजेक्शन के आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिला है. ट्रायल में पाया गया है कि जो लोग वीगोवी इंजेक्शन लगाते हैं, उनमें कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का जोखिम 20 प्रतिशत तक कम हो जाता है. यानी इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियों का खतरा बहुत हद तक टल जाता है.
मोटापा और हार्ट डिजीज के इलाज में क्राांतिकारी परिवर्तन की उम्मीद
जिन लोगों का वजन बहुत बढ़ा होता है, उन्हें हार्ट अटैक का खतरा बहुत ज्यादा रहता है. क्योंकि इसके कारण हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट संबंधी अन्य जटिलताएं बढ़ जाती है. नोवो नॉर्डिस्क का मानना है कि वीगोवी इंजेक्शन मोटे लोगों में इस समस्या का हल निकाल सकता है. कंपनी का मानना है कि इससे वजन भी कम होता है और हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है. सीमित ट्रायल में इस इंजेक्शन का परीक्षण 17 हजार लोगों पर किया गया है. कंपनी के वैज्ञानिकों को उम्मीद थी कि इस इंजेक्शन से 15 से 17 प्रतिशत तक हार्ट अटैक का जोखिम कम होगा लेकिन नतीजे में यह 20 प्रतिशत तक कम हो गया. इस दवा से अमेरिका और यूरोप में उम्मीद की नई किरण जगती हुई दिखाई दे रही है.
कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट मार्टिन होल्सट लांग ने दावा किया है कि यह इंजेक्शन मोटापे के इलाज और इसके कारण हार्ट अटैक के जोखिम संबंधी आशंकाओं का निदान करने में महत्वपूर्ण साबित होगा. कंपनी अब इस दवा को अमेरिका और यूरोप के दवा नियामकों से मंजूरी लेने की प्रक्रिया के लिए आवेदन करने का फैसला किया है.
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