लाइफ स्टाइल

खाते वक्त रखना चाहिए इन बातों का ध्यान

Apurva Srivastav
3 March 2023 1:46 PM GMT
खाते वक्त रखना चाहिए इन बातों का ध्यान
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आज कल के लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि दो पल चैन से बैठकर खाना भी
हम हमेशा सुनते हैं कि हमें अच्छा खाना चाहिए, हेल्दी डायट लेना चाहिए, समय से खाना चाहिए। लेकिन अगर स्वस्थ आहार लेने के बाद भी अब पूरी तरह से स्वस्थ नहीं है तो इसकी क्या वजह हो सकती है क्या आपने कभी इसपर गौर किया है? जीवनशैली में मामूली बदलाव करके और बिना कोई स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो किए भी हेल्दी रहा जा सकता है, साथ अगर आप वेट लूज करने के बारे में सोच रहे हैं तो वो भी मुमकिन हो सकता है। बस आपको माइंडफुल ईटिंग की जरूरत है क्योंकि यह आपकी भावनाओं और शारीरिक संवेदनाओं की पहचान करता है।
यह खाने के विकार, डिप्रेशन, चिंता और भोजन से संबंधित विभिन्न व्यवहारों सहित कई स्थितियों का इलाज करता है। साथ ही माइंडफुल ईटिंग भी वजन कम करने में मदद कर सकता है। तो चलिए जानते हैं खाना खाने के ऐसे ही कुछ टिप्स के बारे में, जिनका आपको खाते वक्त जरूर ध्यान रखना चाहिए-
सिरेमिक या स्टील के बर्तनों में खाएं: खाने के लिए हमेशा सिरेमिक या स्टील की प्लेट्स का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करने से आपको पता चलता है कि आप कितना खा रहे हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि जब लोगों ने पेपर प्लेट के बजाय चीनी मिट्टी की प्लेट से खाना खाया, तो उन्होंने इसे नाश्ते के बजाय संपूर्ण भोजन के रूप में देखा। इससे वे खुद को भरा हुआ महसूस कर रहे थे और सिरेमिक प्लेट में स्नैक्स खाने के बाद उन्हें लग रहा था कि उन्होंने लंच कर लिया है। ऐसा करने से उन्हें जल्दी भूख नहीं लगी और अगले भोजन में उन्होंने अधिक कैलोरी का सेवन नहीं किया।
छोटे निवाले चबाएं: अगर आप बड़े निवाले खाते हैं, तो खुद को रोकना आसान हो जाता है। लेकिन, इसके विपरीत, विशेषज्ञों का कहना है कि जब आप धीमी गति से छोटे निवाले खाते हैं तो आपका शरीर संकेत देता है कि अब आपका पेट भर गया है। इसके अलावा हमेशा से ये कहा जाता रहा है कि छोटे-छोटे निवाले खाने चाहिए उसे 32 बार चबाना चाहिए, जिससे वो हमारे शरीर में अच्छी तरह से घुल सके। छोटे निवाले चबाकर खाने से वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है।
जमीन पर बैठकर खाएं: आज कल के लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि दो पल चैन से बैठकर खाना भी मुश्किल से हो पाता है। ऐसे में अक्सर हम अपने आस-पास लोगों को चलते-फिरते खाते हुए देखते हैं। हाल ही में हुए एक शोध में पाया गया कि लोग चलते समय 5 फीसदी ज्यादा खा लेते हैं। जबकि नीचे बैठ कर भोजन करना माइंडफुल ईटिंग का हिस्सा है। सदियों से हमारे यहां फर्श पर बैठकर खाना खाने की परंपरा रही है, इसका वैज्ञानिक कारण यही है कि इससे हम सही मात्रा में आहार लेते हैं, साथ ही इसे पचाने में आसानी होती है। इसके अलावा आपको अपने भोजन पर ध्यान केंद्रित करने में भी मदद मिलती है। इसलिए टेबल की बजाय जमीन पर बैठकर खाना बेहतर रहेगा।
खाते वक्त ध्यान ना भटकाएं: बहुत से लोगों की आदत है कि वो रात को या फिर दिन में भी खाना खाते समय अपने मोबाइल फोन की स्क्रीन पर देखते रहते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग खाना खाते समय अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं, वो अपने आदर्श आहार का करीब 11 फीसदी ज्यादा खा लेते हैं। जब आपका दिमाग खाने के अलावा किसी और चीज पर केंद्रित होता है तो आपका ध्यान दो हिस्सों में बंट जाता है जिससे आप ज्यादा खा लेते हैं। इसलिए खाना खाते समय कभी भी मोबाइल का इस्तेमाल न करें।
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