लाइफ स्टाइल

मां बनने से जुड़ी ये 5 बातें, जो आपको कोई नहीं बताएगा

Kajal Dubey
29 April 2023 1:58 PM GMT
मां बनने से जुड़ी ये 5 बातें, जो आपको कोई नहीं बताएगा
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मां बनने को दुनिया का सबसे ख़ूबसूरत और सबसे अलहदा एहसास कहा जाता है. मातृत्व के बाद आपकी ज़िंदगी हमेशा के लिए और पूरी तरह से बदल जाती है. इस बदलाव की कुछ बातें बेहद प्यारी होती हैं तो कुछ बातें उतनी सुहानी नहीं होतीं. यहां हम बात करने जा रहे हैं उन पांच बातों की जिनके बारे में बात-बात पर सलाह देनेवाले लोग भी आपको बहुत ज़्यादा नहीं बनाएंगे. बहरहाल आप उन बातों के बारे में जान लें, ताकि उन चुनौतियों के लिए ख़ुद को दिमाग़ी तौर पर तैयार रख सकें.
पहली बात: मां बनने का अनुभव हर किसी का अलग-अलग होता है
सबसे पहली बात जो आपको जान और समझ लेनी चाहिए वह यह है कि मदरहुड का कोई एक फ़िक्स रूल नहीं होता. दुनिया का हर बच्चा अलग होता है, तो मां भी अलग ही होती है. ज़रूरी नहीं बच्चों की परवरिश का जो तरीक़ा आपकी मां, बहन, बुआ, मौसी या तायी के काम आया था, आपके लिए भी कारगर ही साबित हो. तो आप अपने मन में किसी तरह की पूर्व धारणा को जगह न बनाने दें. वक़्त के साथ हौले-हौले आपकी अपनी पैरेंटिंग स्टाइल डेवलप होगी, जो आपके काम आएगी.
दूसरी बात: घर को साफ़-सुथरा और सुसज्जित रखने की आपकी परिभाषा बदलने वाली है
आप उन लोगों में से हैं, जिन्हें इस बात पर काफ़ी फ़ख्र महसूस किया करती थीं कि आपका घर बेहद साफ़-सुथरा और व्यवस्थित रहता है, तो बच्चे के बाद हो सकता है व्यवस्थित घर की परिभाषा बदल जाए. आप चाहे जितनी कोशिश कर लें घर भर में बच्चों के खिलौने, किताबें और दूसरी छोटी-मोटी चीज़ें बिखरी मिलेंगी. सबसे बड़ी बात-आपको अब बिखरे हुए घर से कोई फ़र्क़ नहीं पड़नेवाला है.
तीसरी बात: ब्रेस्टफ़ीडिंग उतना आसान काम नहीं, जितना लगता है
आपको लगता होगा कि ब्रेस्टफ़ीडिंग तो बेहद आसान है, बस बच्चे को गोद में लो और दूध पिलाना शुरू कर दो. पर जब आप असल में ब्रेस्टफ़ीडिंग कराना शुरू करेंगी तब प्रैक्टिकल और थीयरी के बीच के अंतर को महसूस करना शुरू करेंगी. ब्रेस्टफ़ीडिंग साइंस के साथ-साथ एक आर्ट भी है. यानी बेबी को कैसे पकड़ना है, गोद में लेने की अपनी तकनीक होती है. आपको ब्रेस्ट्स के सूजन या इन्फ़ेक्शन्स का भी सामना करना पड़ सकता है. कई बार दूध ज़्यादा आने से परेशान होंगी तो कभी दूध कम होने की परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है.
चौथी बात: ऐसा भी समय आएगा, जब लगेगा सबकुछ छोड़कर कहीं भाग जाऊं
शुरू-शुरू में तो आपको मां बनने की अंदरूनी ख़ुशी इतनी अधिक होगी कि सबकुछ एकदम परफ़ेक्ट लगेगा. आप ख़ुशी-ख़ुशी सबकुछ हैंडल कर लेंगी. पर एक समय बाद यह ख़ुशी कम होनी शुरू होगी. बार-बार बच्चे की नैप्पी चेंज करना, सोते-जागते उसे संभालना, उसकी सफ़ाई करना, घर की सफ़ाई करना, कपड़े धोना, रतगजे करना…आप टूट सी जाएंगी. और आपका मन करेगा कि सब छोड़ छाड़कर कहीं भाग जाऊं. पर हर मां को सुपरमॉम बनना होता है, जो कि आप भी बन ही जाएंगी.
पांचवीं बात: आपको अंदाज़ा नहीं होगा कि आगे आपका करियर किस दिशा में जाएगा
मां बनने के बाद वर्किंग वुमन्स की ज़िंदगी में बहुत बड़ा बदलाव आ जाता है. यह सच है कि बहुत सी महिलाएं मां बनने के बाद भी काम करना जारी रखती हैं, पर शुरुआती कुछ साल उन्हें भावनात्मक और शारीरिक रूप से थका ज़रूर देता है. वे ऑफ़िस और घर में अपना बेस्ट देती हैं, पर बावजूद इसके आमतौर पर ऑफ़िस में वह ग्रोथ नहीं मिल पाती, जिसकी वह हक़दार होती हैं. हां, बच्चे के थोड़ा बड़ा होने के बाद उनके करियर की गाड़ी दोबारा रफ़्तार पकड़ लेती है.
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