लाइफ स्टाइल

पुरुषों की ये 4 आदतें बताती हैं उनकी मेंटल हेल्थ का हाल

Kajal Dubey
15 May 2023 5:22 PM GMT
पुरुषों की ये 4 आदतें बताती हैं उनकी मेंटल हेल्थ का हाल
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1. शांति पसंद अब नहीं
कई लोग ऐसे होते हैं, जो ज्यादातर मामलों में शांति पसंद ही होते हैं, उन्हें कौन क्या कह रहा है, कैसे कह रहा है और क्या कर रहा है, से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। वो बस शांति से मामला सुलझाने और जिंदगी जीने में यकीन करते हैं। अक्सर लोग ये सोच कर हैरान भी होते हैं कि कोई ऐसा भी है, जिसे कभी गुस्सा ही नहीं आता है। पर अब पिछले 6 महीने से मामला पूरा पलट गया है।
वही शांति पसंद इंसान अब बेहद छोटी बातों पर भी नाराजगी जता देता है। अगर आप भी ऐसे किसी शख्स को जानते हैं, तो उस पर आगे से नाराज बिलकुल ना होइएगा। बल्कि ये समझिएगा कि वो एक ऐसा पुरुष है, जो मानसिक परेशानियां झेल रहा है और पुरुष होने के नाते किसी से कह भी नहीं पा रहा है। मतलब उसको मेंटल हेल्थ पर ध्यान देने की जरुरत है। कोई तो बात है, जो उसे बहुत सता रही है और वेल विशर होने के नाते आपका फर्ज है कि आप उसकी मदद करें, ना कि कमियां निकालें।
2. अचानक शांत होना
कई लोग मानसिक परेशानी के बाद अचानक से गुस्से का इजहार करने लगते हैं, तो कई लोगों के साथ इसका उल्टा भी हो जाता है। मतलब हो सकता है कि वो पहले बहुत चुलबुले स्वभाव के हों या फिर बात-बात पर गुस्से में आ जाते हों। लेकिन अब कुछ दिनों से बिलकुल इसका उल्टा करते हैं। अब वो किसी भी बात पर नाराज ही नहीं होते हैं बल्कि बस शांत हो जाते हैं।
कोई कुछ भी कहे, मानो वो अपनी ही अलग दुनिया में होते हैं। हो सकता है आपके खुद के साथ भी ऐसा हो रहा हो। या फिर आपके जानने में कोई ऐसे ही बदल गया हो, तो समझ जाइए कि अब यही समय है, जब जान लिया जाए कि मेंटल हेल्थ में कुछ गड़बड़ तो नहीं है।
इस वक्त जरुरत है कि विशेषज्ञों से मिला जाए और सुधार के बारे में सोचा जाए। ऐसे वक्त में मानसिक दिक्कत का सामना कर रहे शख्स को सिर्फ सहयोग की जरुरत होती है।
3. एडिक्ट हो जाना
वैसे तो आजकल महिलाएं भी स्मोकिंग और ड्रिंकिंग जैसी आदतों के जद में आ चुकी हैं। लेकिन ये बात पुरुषों के मामले में ज्यादा सटीक बैठती है। मतलब पुरुष जल्दी इन बुरी आदतों स्मोकिंग, ड्रिंकिंग के लती हो जाते हैं। ये मामला तब और खराब होता है, जब किसी खास परेशानी के बाद वो ऐसा करते हैं।
दरअसल ज़्यादातर बार देखा गया है कि कभी-कभी ही धूम्रपान करने वाले पुरुष जब अचानक से इसका नियमित सेवन करने लगते हैं, तो जरूर इसके पीछे कोई मानसिक दिक्कत होती है। अगर वो ऐसा कर रहे हैं, तो इसके पीछे उनकी इच्छा न देख कर बल्कि ये समझने की कोशिश की जानी चाहिए कि आखिर वो किस दुख को इस तरह निकाल रहे हैं। कौन सी बात है, जो वो कह नहीं पा रहे।
विशेषज्ञ तो ये भी मानते हैं कि नॉन स्मोकर्स की तुलना में स्मोकर्स के डिप्रेशन में होने की संभावना ज्यादा होती है। माना जाता है कि स्मोकिंग के बाद डिप्रेशन के शिकार लोग कुछ बेहतर महसूस करते हैं। यहां लेकिन एक बात और ध्यान देने वाली है, एक्सपर्ट मानते हैं कि डिप्रेशन के शिकार लोग स्मोकिंग से जल्दी आकर्षित होते हैं।
तो समझ लीजिए कि स्मोकिंग करते हैं तो डिप्रेशन जल्दी होने की संभावना है और डिप्रेशन में हैं तो स्मोकिंग की लत लगने की भी पूरी पॉसिबिलिटी है। इसलिए जरूरी है कि बहुत ज्यादा स्मोकिंग करने वाले शख्स को मेंटल हेल्थ की दिक्कत से भी जोड़कर देखा जाए।
4. परिवार से दूरी बना लेना
कई सारे मेंटल हेल्थ की दिक्कत झेल रहे लोग परिवार से दूरी भी बना लेते हैं। उनके दिमाग में कितने भी झंझावत चल रहे हों, पर वो परिवार के किसी सदस्य से साझा करने से बचते हैं। जबकि बाहर वालों या दोस्तों से दिल का पूरा हाल बता देते हैं। इसके पीछे का कारण ये माना जाता है कि वो खुद तो दिक्कत झेल लेते हैं, लेकिन परिवार को दुख देने से बचते हैं। मतलब अब आप के आसपास कोई पुरुष परिवार से कटा-कटा रह रहा है, तो पॉसिबिलिटी है कि उसे कोई मानसिक दिक्कत भी हो।
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