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बच्चों के शरीर में नमक की अधिकता के लक्षण

Apurva Srivastav
10 March 2023 5:55 PM GMT
बच्चों के शरीर में नमक की अधिकता के लक्षण
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जब आपका बच्चा बार-बार पेशाब जा रहा हो तो ये किसी समस्या का इशारा हो सकता है।
नमक खाने के टेस्ट को बढ़ाने का काम करता है। इसके बिना कोई भी डिश अच्छी नहीं लगती लेकिन कई बार नमक का अधिक सेवन सेहत के लिए हनिकारक भी हो सकता है। आज के आर्टिकल में हम आपको बताने जा रही हैं कि बच्चों के शरीर में नमक की अधिकता का पता कैसे चलता है। दरअसल जब बच्चे के शरीर में नमक की अधिकता हो जाती है तो इसके कुछ लक्षण पहले से ही दिखाई देने लगते हैं।
नमक का सिमित मात्रा में सेवन करने से कोई भी नुकसान नहीं होता। लेकिन जब शरीर में इसकी अधिकता हो जाती है तो कई प्रकार के रोग अपना शिकार बना लेते हैं। ऐसे में अपने बच्चों को बचपन से ही कम नमक खाने की आदत डालनी चाहिए। इससे उनके सेहत भी ठीक रहेगी और आगे के लिए आदत भी अच्छी बनी रहेगी। आइए जानते हैं कि बच्चों के शरीर में नमक कि मात्रा बढ़ने के क्या लक्षण होते हैं। और उन्हें कितनी मात्रा में नमक का सेवन करना चाहिए।
नमक की अधिकता के लक्षण
पेशाब का रंग बदलना Health Tips
जब आपका बच्चा बार-बार पेशाब जा रहा हो तो ये किसी समस्या का इशारा हो सकता है। साथ ही अगर उसके पेशाब का रंग गहरा पीला हो रहा हो और बदबू भी आ रही हो तो सावधान हो जाएं। क्योंकि ये इशारा है उसके शरीर में नमक की अधिकता का। ऐसे में बच्चा बीमार पड़ सकता है। इसलिए तुरंत बच्चे का यूरीन टेस्ट करवाएं और दिक्कत होने पर डॉक्टर से सम्पर्क करें।
बार-बार प्यास लगना
वैसे तो पानी पीना अच्छी आदत में शुमार होता है। लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी पीना सेहत (Health) के लिए हानिकारक भी होता है। जोम बच्चे बहुत ज्यादा नमक खाते हैं उन्हें बहुत ज्यादा प्यास भी लगती है। दरअसल शरीर को सोडियम और पानी के बीच सही संतुलन बनाने की जरूरत होती है, और सोडियम पानी को बनाए रखने का काम करता है। इसी वजह से बहुत ।ज्यादा पानी की प्यास लगती है।
हाथ सूज जाना Health Tips
बता दें कि जब आपका बच्‍चा बहुत ज्‍यादा नमक खता है तो उसकी बॉडी ज्‍यादा सोडियम रखने लगती है जिससे शरीर में फ्लूइड की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में हाथों और पैरों में सूजन और पफीनेस कि समस्या होने लगती है। इसके अलावा ज्यादा नमक खाने से हाई बीपी कि सामस्य भी हो जाती है। जो हार्ट की बीमारी का कारण बनती है। ऐसे में बच्चों को कम नमक खाने की आदत डलवानी चाहिए।
कितनी मात्रा में खाएं नमक
नमक का सिमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। इससे सेहत ठीक रहती है। बच्चों को खास तौर पर कम नमक खाना चाहिए। इससे उनका ठीक से विकास होता है। बता दें कि एक से 3 साल तक के बच्चों को एक दिन में 2 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। 4 से 6 साल के बच्चे को 3 ग्राम और 7 से 10 साल के बच्चे को 5 ग्राम नमक का सेवन करना चाहिए। इससे ज्यादा नमक खाना सेहत के लिए हानिकरक हो सकता है।
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