लाइफ स्टाइल

डायबिटीज मरीजों की कंट्रोल में रहेगी शुगर

Kajal Dubey
21 May 2023 6:00 PM GMT
डायबिटीज मरीजों की कंट्रोल में रहेगी शुगर
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डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या भारत में लगातार बढती जा रही है। डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी बीमारी है जो शरीर में पर्याप्त इंसुलिन ना बन पाने या शरीर में इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाने की वजह से होती है। इंसुलिन खून में ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। इसके बिना ब्लड शुगर का स्तर बहुत अधिक हो जाता है। डायबिटीज की बीमारी का कोई इलाज नहीं है बल्कि इसको सही खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान रखकर कंट्रोल में रखा जा सकता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (ADA) डायबिटीज के मरीजों को जीरो-कैलोरी या कम कैलोरी वाले पेय पदार्थों के सेवन की सलाह देता है ताकि ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सके। ऐसे में अगर आप डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित है तो किस तरह का पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए यह हम आज आपको बताने जा रहे हैं...
पानी
डायबिटीज मरीजों के लिए पानी सबसे अच्छा विकल्प है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये आपके ब्लड शुगर के स्तर को नहीं बढ़ने देता है। पर्याप्त पानी पीने से आपके शरीर से अतिरिक्त ग्लूकोज यूरीन के जरिए निकल जाता है। ADA की सलाह है कि एक वयस्क पुरुष को दिन में कम से कम 13 गिलास (तीन लीटर) और महिलाओं को लगभग नौ गिलास (दो लीटर) पानी पीना चाहिए। अगर आप सादा पानी नहीं पी सकते है तो इसमें नींबू, संतरे के टुकड़े, तुलसी, पुदीना जैसी चीजें मिला सकते हैं।
सोडा वॉटर
सेल्टज़र वॉटर एक तरह से सोडा वॉटर ही है। इसे स्पार्कलिंग वॉटर भी कहा जाता है जिसमें कोई एडिटिव्स नहीं होता। ये शुगर वाली सोडा ड्रिंक्स का बेहतरीन विकल्प है। सादे पानी की तरह सेल्टज़र पानी में कैलोरी, कार्ब्स और चीनी नहीं होती। ये हाइड्रेटेड रहने और शरीर में हेल्दी ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करने का बेहतरीन तरीका है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी का आपकी सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। कई रिसर्च में ये साबित हुआ है कि ग्रीन टी के रोजाना सेवन से लोगों की टाइप 2 डायबिटीज से बचाव हो सकता है। हालांकि इस पर अधिक शोध की जरूरत है। आप ग्रीन टी के साथ ही ब्लैक, व्हाइट या बाकी हर्बल टी भी पी सकती हैं। इसके अलावा डायबिटीज से पीड़ित लोग कैमोमाइल, हिबिस्कस, अदरक और पेपरमिंट जैसी हर्बल चाय भी पी सकते हैं। ये दूध और चीनी वाली चाय के बेहतरीन विकल्प हैं।
बिना चीनी की कॉफी
कॉफी शुगर के मेटाबॉलिज्म में सुधार कर टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद करती है। चाय की तरह ही ये बिना चीनी के होनी चाहिए। अगर आप कॉफी में दूध, क्रीम या चीनी मिला देते हैं तो इससे उसकी कैलोरी की संख्या बढ़ जाती है जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
सब्जियों का जूस
फलों के जूस में 100 फीसदी चीनी होती है लेकिन अगर आप टमाटर या किसी और सब्जी के जूस को पीते हैं तो ये ना केवल आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखेगा बल्कि आपकी सेहत को भी कई तरह से फायदा पहुंचाएगा। आप अलग-अलग प्रकार की हरे पत्तेदार सब्जियों के रस में खीरे का जूस, मुट्ठी भर बेरीज और अजवायन मिलाकर एक हेल्दी ड्रिंक तैयार कर सकते हैं जिससे आपको ढेरों विटामिन्स और मिनरल्स भी मिलेंगे।
लो फैट मिल्क
दूध में शरीर के लिए जरूरी विटामिन और खनिज होते हैं लेकिन ये आपके शरीर में कार्बोहाइड्रेट भी बढ़ाता है। डायबिटीज के मरीजों को लो फैट वाले दूध का सेवन करना चाहिए। आप स्किम्ड मिल्क का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
मिल्क के विकल्प
आप दूध की जगह आल्मंड, ओट, राइस, सोया या कोकोनट मिल्क का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ये कार्ब्स में कम होते हैं। इनसे शरीर को कैल्शियम और विटामिन डी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी मिलते हैं जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं।
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