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Spiritual Tourism : मथुरा-वृन्दावन जा रहे हो तो इन प्रसिद्ध स्थानों पर जरूर जाये

Shiddhant Shriwas
27 Sep 2021 1:24 PM GMT
Spiritual Tourism : मथुरा-वृन्दावन जा रहे हो  तो इन प्रसिद्ध स्थानों पर जरूर जाये
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मथुरा-वृन्दावन में कई ऐसे आकर्षक केंद्र हैं जो भारत ही नहीं दुनिया भर में रहने वाले कृष्ण भक्तों को हर साल अपनी ओर खींचते हैं. यहां बहुत से धार्मिक मंदिर और तीर्थस्थल हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान कृष्ण की जन्मभूमि और बाल लीलाओं के लिए प्रसिद्ध मथुरा और वृंदावन हर साल तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. अगर आप एक ब्रेक लेने और एक छोटे से आध्यात्मिक प्रवास पर जाने के इच्छुक हैं, तो मथुरा और वृंदावन भी जा सकते हैं. यहां कई धार्मिक मंदिर और तीर्थस्थल भी हैं. जन्माष्टमी और होली के त्योहार के समय यहां भारी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं.

मथुरा-वृन्दावन के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

घूमने के स्थान

यहां के दर्शनीय स्थल एक-दूसरे से अधिक दूर नहीं हैं, आप केवल एक दिन में यहां मुख्य आकर्षण और पर्यटन स्थल को कवर कर सकते हैं. वृंदावन में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें सेवा कुंज और निधिबन, शाहजी मंदिर, गोवर्धन हिल और बांके बिहारी मंदिर हैं. मथुरा में कुछ दर्शनीय स्थलों में कृष्ण जन्म भूमि मंदिर, कुसुम सरोवर, प्रेम मंदिर, जामा मस्जिद और द्वारकाधीश मंदिर हैं.

इन चीजों का ले सकते हैं अनुभव

मथुरा और वृंदावन हर साल भक्तों और यात्रियों की भीड़ को आकर्षित करते हैं. जब आप इन प्राचीन शहरों की यात्रा पर हों, तो मंदिरों के अलावा कई रोमांचक चीजों का भी अनुभव ले सकते हैं, जो आप केवल मथुरा और वृंदावन में ही अनुभव कर पाएंगे जैसे यमुना नदी में तैरते और रोशन करने वाले दीयों की सुंदरता, कुसुम सरोवर में तैरने जाएं. ऐसा माना जाता है कि श्री कृष्ण राधा से मिलने कुसुम सरोवर आते थे. अगर आप अतीत और इतिहास के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं, तो आप मथुरा सरकारी संग्रहालय, जामा मस्जिद और कंस किला की यात्रा का आनंद ले सकते हैं.

घूमने का सबसे अच्छा समय

मथुरा और वृंदावन घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और फरवरी के महीनों के बीच है. इस समय यहां का मौसम सुहावना होता है.

कहां रह सकते हैं

वृंदावन और मथुरा दोनों ही जगहों पर दिन बिताने के लिए बहुत सारे होटल, होमस्टे और यहां तक कि धर्मशालाएं भी हैं. मंदिर यहां के प्रमुख आकर्षण हैं, इसलिए आपको इन क्षेत्रों के पास आसानी से आवास विकल्प मिल जाएंगे, जो रहने के लिए अच्छे स्थान हैं. आप वृंदावन में रहने का भी विकल्प चुनते हैं जिससे आप वृंदावन में अधिकतर समय व्यतीत कर सकें.

पहुंचने के लिए कैसे करें?

मथुरा और वृंदावन राजधानी दिल्ली से लगभग 150 और 170 किमी दक्षिण में हैं. इन पवित्र शहरों तक पहुंचना आपके लिए इतना मुश्किल नहीं है. आप इनमें से किसी भी स्थान पर आसानी से ड्राइव कर सकते हैं. इसके अलावा कुछ ऐसी बसें हैं जो दिल्ली के अंतरराज्यीय बस टर्मिनल से हर 10 या 15 मिनट में मथुरा के लिए रवाना होती हैं. आप ट्रेन के माध्यम से भी मथुरा पहुंच सकते हैं. आपको कई ट्रेनें आसानी से मिल जाएंगी जो आपको बहुत ही किफायती किराए पर मथुरा जंक्शन तक पहुंचाएंगी. एक बार जब आप मथुरा पहुंच जाते हैं, तो आप ऑटो या कैब से वृंदावन की यात्रा कर सकते हैं.

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