लाइफ स्टाइल

रागी एक, फ़ायदे अनेक

Kajal Dubey
17 Jun 2023 1:19 PM GMT
रागी एक, फ़ायदे अनेक
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आजकल हर इंसान किसी न किसी बीमारी से परेशान है. किसी को हाईब्लड प्रेशर है तो किसी को कब्ज़. कोई डायबिटीज़ से डर रहा है तो किसी का इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो रहा है. ऐसे में सिर्फ़ कुछ लाल-भूरे दाने कमाल कर सकते हैं. ये दाने हैं, अनाज रागी के. एक्स्पर्ट भी मानते हैं कि रागी से ढेरों बीमारियों का इलाज संभव है. क्या-क्या हैं इसके फ़ायदे, बता रही है फ़ेमिना.
वज़न कम करना है, कब्ज़ की भी दिक़्क़त है, डायबिटीज़ भी दस्तक दे रहा है, दिल की भी चिंता है, कैल्शियम की कमी भी है-तो इन सबका सस्ता और बेहतरीन इलाज रागी है. एक ऐसा मोटा अनाज, जो अपने छोटे-छोटे दानों में ढेरों बीमारियों का इलाज समेटे है. बहुत आसान तरीक़े से रागी का सेवन किया जा सकता है. ये आपके खाने को इस कदर पौष्टिक बना देता है कि आप सोच भी नहीं सकतीं. इसको ऐसे समझ सकते हैं कि 100 ग्राम रागी में पूरे 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है. यह ग्लूटन फ्री भी है. इसका सेवन ग्लूटन एलर्जी वाले भी कर सकते हैं.
बॉडी होगी रिलैक्स
रागी को नियमित खानपान में शामिल करना बॉडी रिलैक्सेशन के लिए भी फ़ायदेमंद है. दरअस्ल, इसमें मौजूद तत्वों के चलते यह अवसाद से निकलने में मदद करती है तो ग़ुस्से और इन्सोम्निया से भी राहत दिलाती है. इन्सोम्निया नींद न आने की बीमारी होती है. रागी से यह सारे फ़ायदे इसमें मौजूद ऐंटीऑक्सिडेंट्स की वजह से होते हैं. ख़ासतौर पर ट्रिप्टोफ़ैन और अमीनो एसिड नाम के ऐंटीऑक्सिडेंट्स रागी को बेहद स्पेशल अनाज बना देते हैं.
त्वचा भी चमकाए
रागी के छोटे-छोटे दाने त्वचा पर बड़ा असर करते हैं. रागी का सेवन त्वचा को जवां और चमकदार बना देता है. इसमें मौजूद मिथायोनिन और लाइसिन त्वचा की कसावट को बनाए रखने और झुर्रियों को रोकने में मदद करते हैं.
पाचन होगा आसान
रागी पेट का भी भरपूर ख़्याल रखता है. रागी को आहार का हिस्सा बनाने से ये पाचनतंत्र को ठीक रखता है. दरअस्ल रागी में मौजूद ऐल्कलाइन तत्व खाने को जल्दी पचाने में मदद करता है. बहुत ही मानी हुई बात है कि पेट ख़राब होना, कई और दिक़्क़तों की वजह भी बनता है. ऐसे में रागी का सेवन कई बीमारियों का एक साथ इलाज करेगा.
हड्डियों का रखेगा ख़्याल
आजकल सबसे ज़्यादा परेशान करने वाली समस्याओं में से एक है हड्डियों से जुड़ी बीमारी. पर रागी के पास इसका भी इलाज है. रागी में पाया जाने वाला फ़ास्फ़ोरस हड्डियों के विकास में सहायक होता है.
नुक़सान भी हैं
रागी का ज़रूरत से ज़्यादा सेवन नुक़सानदायक होता है. ज़्यादा सेवन से शरीर में आक्ज़ैलिक एसिड बढ़ता है. इसके अलावा यह गुर्दे की पथरी वालों को भी नहीं दिया जाना चाहिए.
रखें ध्यान
रागी के छिलकों को हटा कर ही सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसके छिलके पचाने में दिक़्क़त होती है. इसके लिए रागी को पहले अच्छे से धो लें और उसकी परत यानी छिलके हटा दें.
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