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अधिक नींद या कम नींद, मोटापे के कारण आपको इन दोनों
,कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जिनसे कोई खास परेशानी नहीं होती है। लेकिन इन बीमारियों के कारण और दूसरी बीमारियां जरूर परेशान करने लगती हैं। ऐसी ही एक बीमारी है मोटापा, जिसके कारण सिर्फ उठने-बैठने में ही दिक्कत होती है, लेकिन मोटापे के कारण कोलेस्ट्रॉल से लेकर डायबिटीज और दिल की बीमारी जैसी कई समस्याएं हो जाती हैं। यहां ऐसी ही 8 बीमारियों के बारे में बताया जा रहा है...
1. ऑस्टियोआर्थराइटिस: मोटापे के कारण बढ़ा हुआ अतिरिक्त वजन घुटनों पर बहुत बुरा असर डालता है. हालांकि, इसका प्रभाव हर इंसान के शरीर पर अलग-अलग होता है। लेकिन कुछ लोगों के लिए मोटापे के कारण बढ़ा हुआ वजन घुटने के जोड़ों में मौजूद कार्टिलेज (उपास्थि) को नुकसान पहुंचाता है। यह स्थिति आगे चलकर ऑस्टियोआर्थराइटिस का रूप ले लेती है।
2. स्ट्रोक और हृदय रोग: जिन लोगों का वजन बहुत अधिक बढ़ जाता है, उनके शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड शुगर की समस्या होती है, इन दोनों स्थितियों से हार्ट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
3. डायबिटीज टाइप-2: डायबिटीज टाइप-2 मोटापे से जुड़ी सबसे आम बीमारियों में शामिल है. यानी उस तरह की शुगर की बीमारी जो लाइफस्टाइल डिजीज है।
4. कैंसर का खतरा: कुछ प्रकार के कैंसर मोटापे के कारण होते हैं। इसलिए कहा जाता है कि मोटे लोगों में कैंसर का खतरा बहुत ज्यादा होता है। उदाहरण के लिए, पेट का कैंसर, स्तन कैंसर, गुर्दे का कैंसर आदि।
5. गॉलब्लैडर की बीमारी फिट रहने वाले लोगों की तुलना में मोटे लोगों में गॉलब्लैडर संबंधी बीमारियां ज्यादा होती हैं। खासकर उन लोगों में जिनका वजन बहुत जल्दी बढ़ जाता है या बहुत जल्दी वजन कम हो जाता है। इसलिए वजन कम करते समय गॉल ब्लैडर स्टोन की समस्या से बचने के लिए सुनिश्चित करें कि आप हर हफ्ते एक पाउंड वजन कम करें।
6. नींद संबंधी विकार: अधिक नींद या कम नींद, मोटापे के कारण आपको इन दोनों में से कोई भी समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वसा की अधिकता के कारण श्वसन तंत्र का ऊपरी हिस्सा सिकुड़ जाता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और रक्त की आपूर्ति धीमी हो जाती है, इसलिए अधिक नींद आती है।
7. अस्थमा अमेरिकन लंग एसोसिएशन के अनुसार, पेट और छाती पर चर्बी के अत्यधिक जमा होने से फेफड़े सिकुड़ जाते हैं और सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। इससे अस्थमा की समस्या हो जाती है।
8. यूरिक एसिड की समस्या : खून में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या को गाउट कहते हैं। खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में दर्द होने लगता है।
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Apurva Srivastav
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