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लाइफ स्टाइल
सिर्फ शुगर ही नहीं जीरो कैलोरी स्वीटनर भी आपके बच्चे को मोटा बना सकते हैं
Manish Sahu
23 July 2023 12:23 PM GMT
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लाइफस्टाइल: प्रेग्नेंसी में क्या खाना है और क्या नहीं इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है। महिलाएं इस दौरान अपनी सेहत को लेकर काफी सजग और जागरुक रहती हैं। लेकिन एक गलती जो अधिकांश प्रेग्नेंट महिलाएं करती हैं, वे है शुगर की जगह आर्टिफीशियल स्वीटनर का सेवन। इस दौरान महिलाओं को मीठा खाने की क्रेविंग होती है जिस वजह से वे शुगर की बजाय आर्टिफीशियल स्वीटनर का प्रयोग करने लगती हैं। माना जाता है कि आर्टिफीशियल स्वीटनर में सामान्य से कम कैलोरी होती है जो शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती। लेकिन आपको बता दें कि कई स्टडी में इस बात खुलासा हुआ है कि प्रेग्नेंसी में आर्टिफीशियल स्वीटनर के सेवन से होने वाले बच्चे के शरीर में फैट का लेवल कई गुना तक बढ़ सकता है। यानी आपका बच्चा मोटापे से ग्रस्त हो सकता है। कम कैलोरी होने के बावजूद ये बच्चे के स्वास्थ्य पर कैसे प्रभाव डाल सकती है, चलिए जानते हैं इसके बारे में।
बच्चे की गट हेल्थ को प्रभावित करती है
प्रेग्नेंसी में जो महिलाएं अधिक आर्टिफीशियल स्वीटनर का सेवन करती हैं, उनके अजन्मे बच्चे की गट हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जीरो कैलोरी स्वीटनर गट माइक्रोबायोम में मौजूद माइक्रोऑर्गेनिज्म पर बुरा प्रभाव डालते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को खराब कर बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान और बाद में लो कैलोरी स्वीटनर का सेवन सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसके अधिक सेवन से वजन और हार्ट संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं।
स्टीविया भी है खतरनाक
आजकल डायबिटिक पेशेंट और फिटनेस फ्रीक शुगर की जगह स्टीविया का अधिक प्रयोग करने लगे हैं। जिसमें कैलोरी तो कम होती है लेकिन ये मोटापे के लिए समान रूप से जिम्मेदारी हो सकती है। एस्पार्टेम और स्टीविया एक नेचुरल लो कैलोरी स्वीटनर हैं जिसे एक पौधे से बनाया जाता है। ये शुगर की तुलना में 200-300 गुना अधिक मीठा होता है। हालांकि वर्तमान में इसका चलन काफी बढ़ गया है लेकिन ये प्रेग्नेंट महिला से उसके बच्चे में ट्रांसफर हो सकता है। जो फैट का कारण बन सकता है।
बच्चे में हो सकती है एलर्जी
कई मामलों में देखा गया है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक स्वीटनर का प्रयोग करने से होने वाले बच्चे को एलर्जी या अस्थमा की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के दौरान मीठा खाने से डायबिटीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है लेकिन डिलीवरी के बाद ये समस्या अपने आप समाप्त भी हो जाती है। वहीं कुछ महिलाओं को जिंदगीभर इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
बच्चे हो रहे हैं मोटापे के शिकार
की रिपोर्ट के अनुसार प्रेग्नेंसी में आर्टिफीशियल स्वीटनर का अधिक सेवन करने से होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बच्चे जन्म से ही मोटापे का शिकार होते हैं जिस वजह से उन्हें सांस संबंधी समस्या या कैंसर के लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। हालांकि इस बात की पुष्टी नहीं हुई है लेकिन आर्टिफीशियल स्वीटनर शुगर से कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
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