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रेनकोट, छाता, रबर के जूते, ऑफ़िस बैग में एक्स्ट्रा प्लास्टिक कवर, आपने तो मॉनसून की तैयारी कर ली, लेकिन क्या आपका बगीचा तैयार है बूंदों से बातों के लिए? अगर नहीं, तो आज से ही तैयार करना शुरू कर दीजिए, क्योंकि तभी तो गुनगुनाएगा मौसम आपके आंगन में. यहां हम इसकी तैयारी का तरीक़ा बता रहे हैं.
बादल, बारिश, कड़कड़ाती बिजलियां, धुली-धुली सड़कें और सड़कों पर यहां-वहां उड़ती दरख़्तों की चिट्ठियां. मॉनसून अपने साथ जितने रंग और नज़ारे लेकर आता है, उतने किसी और मौसम में एक साथ नज़र नहीं आते. ये मौसम पेड़-पौधों के लिए जीवन-बूटी की तरह काम करता है, क्योंकि उनकी ग्रोथ नैचुरली होती है और दूसरे ऐक्सपेरीमेंट्स के प्रति उनका रेस्पॉन्स भी बाक़ी मौसमों से बेहतर होता है. इसलिए यह समय अपने बगीचे को नया रूप देने के लिहाज़ से सबसे अच्छा है. हालांकि बगीचे को री-अरेंज करना इतना भी आसान नहीं, क्योंकि ड्रेनेज से लेकर प्लांट्स प्लेसमेंट तक की कहानी नए सिरे से लिखनी पड़ती है. लेकिन नेचर एक्स्पर्ट की सलाह पर अमल किया जाए, तो एक सुकूनभरे सुंदर बगीचे का सपना बारिश के मौसम में पूरा किया जा सकता है. करना बस यह है-
1. मॉनसून का मौसम धूप-छांव से भरा होता है, इसलिए ध्यान रखें कि जिन पौधों को रौशनी की ज़रूरत होती है, अगर अंधेरे में रखे हों, तो उनकी जगह बदल दें.
2. बारिश की आम समस्या है-बरसाती कीड़े. पेड़-पौधों के बीच छिपकर बैठ जाने वाले इन कीड़ों में जोंक, गिरगिट, सांप आदि बहुत जाने-पहचाने नाम हैं. इसलिए बारिश के दिनों में पौधों को इस तरह व्यवस्थित करें कि एक जगह झुरमुट न बने और उनके बीच जाकर सफ़ाई की जा सके, क्योंकि पेड़ों की बस्ती जितनी घनी होगी, कीड़ों के पनपने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी.
3. कुछ पौधों को कम पानी की ज़रूरत होती है, उन्हें बारिश का मौसम शुरू होते ही शेड में शिफ़्ट कर देना चाहिए. ऐसे पौधों से घर के आंगन या टैरेस पर टेबल गार्डन भी तैयार किया जा सकता है. इसके लिए कोई पुरानी मेज या लकड़ी का तख़्त एक कोने में सजाएं. फिर आकार के मुताबिक़ गमले उस पर अरेंज करें. सबसे आगे की ओर लटकने वाले पौधों के गमले रखे जा सकते हैं. इससे टेबल गार्डन का लुक सामने से सुंदर दिखाई देगा.
4. मॉनसून के समय कई बार गार्डन में केंचुए पनप जाते हैं. धरती के लिए प्रकृति के वरदान सरीखे केंचुए मिट्टी की क्षमता बढ़ाते हैं. इसलिए इन्हें बुरा न समझें. ख़्याल बस इस बात का रखें कि गार्डन के मेहमान घर के भीतर दाख़िल न हों.
5. बारिश के मौसम में कुछ तेज़ गति से बढ़ने वाले पेड़ ज़रूर लगाएं. चाहें तो इनकी एक कतार लगाई जा सकती है, क्योंकि अनुकूल मौसम आने पर जब उनका आकार व क़द बढ़ेगा, तो साथ ही बढ़ेगी आपके घर की ख़ूबसूरती भी.
6. अगर आप गार्डन को समृद्घ लुक देना चाहते हैं और आपके घर में पर्याप्त जगह है, तो आप गार्डन में पॉन्डस, वॉटर-फ़ॉल, बर्ड-बाथ जैसी क्रिएटिव ऐक्सेसरीज़ रख सकते हैं.
7. आजकल बाज़ार में मेंढक, कछुए के स्कल्पचर वाले गमले आसानी से मिल जाते हैं. ये महंगे भी नहीं होते और देखने में आम गमलों से ज़्यादा ख़ूबसूरत भी लगते हैं. उनको अपने गार्डन में लाने से यक़ीनन आपके घर की सुंदरता और तारीफ़ कई गुना बढ़ जाएंगी. झरती बूंदों के बीच रखी यह ऐक्सेसरीज़ आपके मन और आंखों दोनों को सुकून देने वाली साबित होंगी.
8. अगर आप पैसे नहीं ख़र्च करना चाहते, तो पुराने गमलों या गार्डन की किसी दीवार पर रेनबो, अम्ब्रेला या फ़नी रेनी सीन पेंट करके भी लुक बदला जा सकता है.
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