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कुछ यूं बनाएं मंथली बजट, ताकि आपकी फ़ायनांस की गाड़ी पटरी से न उतरे

Kajal Dubey
3 May 2023 12:49 PM GMT
कुछ यूं बनाएं मंथली बजट, ताकि आपकी फ़ायनांस की गाड़ी पटरी से न उतरे
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अगर आप उन लोगों में से हैं, जिनका मंथली बजट हमेशा गड़बड़ हो जाता है, ख़ासकर शुरुआती दो हफ़्तों के बाद डांवाडोल होना शुरू हो जाता है, तो आपको यह छोटा-सा लेख ज़रूर पढ़ना चाहिए. बेशक़, इसमें कुछ भी ऐसा नहीं, है जो आप पहले से नहीं जानते, या आपको किसी ने नहीं बताया होगा, पर प्रकृति ने हमें भूलने की लाजवाब नेमत दी है, इसलिए कुछ छोटी-छोटी बातें हम दोबारा याद दिलाना चाहते हैं. हम ऐसा इसलिए भी कर रहे हैं, क्योंकि हर नया महीना हमें अपने जीवन को व्यवस्थित करने का एक मौक़ा देता है. तो हम चाहते हैं, आप भी इस मौक़े का फ़ायदा उठाएं और अपनी फ़ायनैंशियल सेहत को दुरुस्त करें.
पहला पॉइंट: देखें महीने के शुरू में आपके पास कितने पैसे हैं?
फ़ायनैंशियली आत्मनिर्भर बनने के लिए महीने की शुरुआत में सबसे पहले अपना अकाउंट बैलेंस चेक करें. इससे आपको यह आइडिया रहेगा कि आपके पास महीना बिताने के लिए कितने पैस हैं. आप ध्यान से सोचेंगे तो पाएंगे कि अमूमन हमारी बेसिक ज़रूरतों को पूरा करने लायक पैसे होते ही हैं. पैसे कम इसलिए हो जाते हैं, क्योंकि हम पैसे आते हैं, उन चीज़ों पर ख़र्च कर देते हैं, जो शायद हमारे लिए उतनी ज़रूरी नहीं हैं. उनके बिना भी हमारा काम आसानी से चल सकता है.
दूसरा पॉइंट: अपने सभी बड़े ख़र्चों को एक जगह लिख लें
आपको पता है कि आपके पास महीने भर चलाने के लिए कितने पैसे हैं. अब एक जगह यह लिख लें कि इस महीने के ख़र्चे क्या-क्या हैं. इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि आपको लगे कि पैसे तो कम हैं, ख़र्चे ज़्यादा. वहीं आमदनी अठन्नी और ख़र्चा रुपैया वाली बात. पर परेशान न होइए. अब सभी ख़र्चों में से उनको स्ट्राइक आउट यानी काटना शुरू कर दें, जो एकदम ज़रूरी न हों. यानी वे काम अगले दो या तीन महीनों में किए जा सकते हैं. आपकी लिस्ट में शामिल कुछ ख़र्चे तो ऐसे होंगे, जो शायद उतने ज़रूरी भी नही होंगे. उन्हें तो पूरी तरह से कट कर दें. अब दोबारा अपने टोटल ख़र्च को कैल्क्युलेट करें. आप पाएंगे कि आपके पास जितने पैसे हैं, उनमें आपका काम बन सकता है.
तीसरा पॉइंट: निवेश करना न भूलें
हमें पूरा यक़ीन है कि आपने ज़रूरी कामों की सूची में इन्वेस्टमेंट यानी निवेश को भी शामिल ही किया होगा. पर यदि इसे शामिल करना चूक गए तो अब शामिल कर लें. अपने फ़ायनैंशियल गोल के अनुरूप पैसे निवेश करें. निवेश के लिए अलग-अलग विकल्पों की तलाश करें, क्योंकि ट्रेडिशनल बचत के तरीक़ों में उतना रिटर्न नहीं मिल पा रहा है. हां, किसी भी तरह के निवेश के पहले आपको पर्याप्त जानकारी जुटा लेनी चाहिए. आपके निवेश का पोर्टफ़ोलियो डाइवर्स होना चाहिए कहने का मतलब केवल एक ही सेक्टर में पैसे न लगाएं.
चौथा पॉइंट: जो देनदारी है, उसे भी चुकाना शुरू कर दें
आजकल की दुनिया में सबसे आसान है उधार लेना, चाहे वह क्रेडिट कार्ड का ख़र्च हो या किसी से मांगी गई रकम, पर उसे चुकाना उतना ही भारी पड़ता पड़ता है. आप महीने की शुरुआत में ही अपने कर्ज़ों को चुकाने की योजना बनाएं और सभी ख़र्चे निकालने के बाद जो पैसा बचे, उसमें से थोड़ा-थोड़ा करके उधार चुकाना शुरू कर दें. यह काम महीने की शुरुआत में ही कर दें तो बेहतर होगा, क्योंकि बाद में यह काम टलता जाता है और हाथ के पैसे यहां-वहां ख़र्च हो जाते हैं. आप कह सकते हैं कि पैसे पास हों तो ख़र्च करने के बहाने अपने आप पैदा हो जाते हैं. महीने की शुरुआत में ही कर्ज़ चुकाने से आपके पास फ़ालतू ख़र्च के लिए पैसे नहीं होंगे और आपके सिर से कर्ज़ का बोझ भी उतरता रहेगा.
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