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सुबह की सैर के इन फायदों को जान आप भी करेंगे इसे अपनी जीवनशैली में शामिल

Kajal Dubey
24 May 2023 4:21 PM GMT
सुबह की सैर के इन फायदों को जान आप भी करेंगे इसे अपनी जीवनशैली में शामिल
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अच्छी सेहत के लिए जरूरी हैं कि अपने जीवनशैली को स्वस्थ और नियमित बनाया जाए। इसके लिए सभी खासतौर से अपनी दिनचर्या में सुबह की सैर को शामिल करते हैं जो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद मानी जाती हैं। यह सबसे आसान शारीरिक क्रिया मानी जाती हैं जिसमें किसी तरह के उपकरण या कौशल की जरूरत नहीं होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको सुबह की सैर के ऐसे फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जान हर कोई इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करने लगेगा। तो आइये जानते हैं सुबह की सैर किस तरह आपके शरीर को फायदा पहुंचाती हैं।
वजन घटाने के लिए
अनियंत्रित खान-पान और खराब जीवनशैली को मोटापे का एक बड़ा कारण माना जाता है। वहीं खराब जीवनशैली में न सिर्फ अधिक खानपान, बल्कि शारीरिक गतिविधियों और सोने की गुणवत्ता को भी जोड़ा जा सकता है। इस तरह की गतिविधियां शरीर का बॉडी मॉस इंडेक्स (BMI) बढ़ा सकती हैं, जिससे शरीर का वजन भी बढ़ता है। ऐसे में उचित डाइट के साथ एक स्वस्थ्य जीवनशैली वजन को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक मानी जाती है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि आहार में कोई बड़ा बदलाव किए बिना सुबह की सैर वजन घटाने में मदद कर सकती है। वहीं मोटापे से परेशान लोगों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि मात्र चलने से ही शरीर का फैट कम हो सकता है, शरीर में लोचता बढ़ सकती है और मांसपेशियों को मजबूती भी मिल सकती है।
डिप्रेशन से राहत दिलाए
इस समय की सबसे बड़ी बीमारियों में डिप्रेशन को गिना जाता है। इसे मूड डिसऑर्डर भी कहा जाता है, क्योंकि इसके कारण व्यक्ति का मानसिक स्तर बदलता रहता है। इसके रोगी के मन में उदासी, हानि, क्रोध या निराशा की भावनाएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो रोजमर्रा के जीवन को भी प्रभावित कर सकती हैं। वहीं, इस समस्या को कम करने में सुबह की सैर प्रभावकारी हो सकती है। वहीं एनसीबीआई पर प्रकाशित एक शोध में भी इस बात को स्वीकार किया गया है। शोध में माना गया है कि अगर डिप्रेशन के मरीज रोज 20 से 40 मिनट की सैर करें, तो उनकी स्थिति में काफी सुधार देखने को मिल सकता है। इस लिहाज से डिप्रेशन की समस्या में रोजाना नियमित सुबह की सैर करना लाभकारी माना जा सकता है।
मधुमेह को नियंत्रित करे
मधुमेह अनियंत्रित जीवनशैली के कारण होने वाली आम बीमारियों में से एक है। वहीं अगर सुबह की सैर की जाए, तो इस समस्या को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। एक शोध के अनुसार, सैर करने जैसी शारीरिक गतिविधि को अपनाने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 20 से 30 फीसदी तक कम होता है। वहीं सुबह की सैर मेटाबोलिक सिंड्रोम के जोखिम को कम कर हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित कर सकती है। इस तरह सुबह सैर करने के फायदे मधुमेह के मरीजों के लिए भी लाभकारी हो सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल रहता है नियंत्रित
नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक किया जाए, तो बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है। वहीं, विशेषज्ञ कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखने के लिए वयस्कों को हर सप्ताह ढाई घंटे तक और किशोरों व बच्चों को लगभग 1 घंटे तक मध्यम गति वाले व्यायाम करने की सलाह देते हैं। इसमें तेज गति से चलना भी शामिल है। इस आधार पर सुबह की सैर को बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के मामले में भी लाभकारी माना जा सकता है।
हृदय स्वास्थ्य को सुधारे
हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मॉर्निंग वॉक के फायदे मददगार हो सकते हैं। सुबह की नियमित सैर से हृदय संबंधित बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। इतना ही नहीं अध्ययनों से इस बात की भी पुष्टि होती है कि चलने की प्रक्रिया जितनी बढ़ाएंगे, हृदय से जुड़ी समस्याओं का जोखिम उतना ही कम करने में मदद मिल सकेगी। इस आधार पर हृदय की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए सुबह की सैर करना फायदेमंद माना जा सकता है।
फेफड़ों की कार्यक्षमता सुधारे
रोजाना 30 मिनट मॉर्निंग वॉक करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ सकती है। इसकी वजह यह है कि किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि करते समय फेफड़े शरीर में ऑक्सीजन प्रवाहित करते हैं, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और कार्बन डाई ऑक्साइड शरीर से बाहर निकलती है। वहीं हृदय मांसपेशियों में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। इसी तरह जब मांसपेशियां अधिक कार्य करती हैं, तो शरीर को कार्बन डाई ऑक्साइड बनाने के लिए अधिक मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इस वजह से सांस लेने की दर भी बढ़ जाती है। इस तरह नियमित रूप से सुबह चलने के फायदे फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में भी सहायक माने जा सकते हैं।
तनाव से मुक्ति
सुबह की सैर को तनाव दूर करने का प्रभावी तरीका माना जा सकता है। तनाव शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है, जो विभिन्न शारीरिक-मानसिक समस्याओं की वजह बन सकता है। वहीं मॉर्निंग वॉक से मस्तिष्क में रक्त का संचालन बेहतर होता है और मूड भी सही बना रहता है, जिससे तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। इस तरह सुबह की सैर मन को तरोताजा करके तनाव के जोखिम को कम करने का काम कर सकती है।
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