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जानिए क्या होता है हाइपेनिक जर्क

Tara Tandi
26 Aug 2022 11:57 AM GMT
जानिए क्या होता है हाइपेनिक जर्क
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व्यक्ति सोते समय बहुत कुछ महसूस करता है, कभी नींद में बोलने लगता है तो कभी चलने लगता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। व्यक्ति सोते समय बहुत कुछ महसूस करता है, कभी नींद में बोलने लगता है तो कभी चलने लगता है। कई बार तो बिस्तर पर लेटे-लेटे ही झटके भी महसूस करता है। लेकिन इन सबसे अलग क्या आपने कभी नींद में ऐसा महसूस किया है कि आप ऊंचाई से गिर रहे हैं? जी हां, यह फीलिंग अचानक और बहुत कम समय के लिए महसूस होती है। जिसे अंग्रेजी में हिप्निक जर्क या हिप्नोगोजिक जर्क (Hypnic Jerk or Hypnogogic Jerk) कहा जाता है। खुद को ऊंचाई से गिरता हुआ महसूस करके अचानक व्यक्ति की नींद खुल जाती है। माना जाता है कि लगभग 70 प्रतिशत लोग इस स्थिति को महसूस करते हैं।

क्या होता है हाइपेनिक जर्क-
यह जागने और सोने की बीच की अवस्‍था है। ये झटके उस समय महसूस होते हैं जब आप हल्की नींद में हो इसका मतलब होता है कि इंसान ना तो पूरी तरह से उठा होता है और ना ही गहरी नींद में सो रहा होता है। आमतौर पर यह घटना नींद के पहले चरण में होती है जब हार्ट रेट और सांस धीरे होने लगती है। हाइपनिक जर्क कोई डिजीज नहीं है और ना ही कोई नर्वस सिस्टम डिस्‍ऑर्डर है। यह अचानक मसल्‍स के झटके हैं जो नींद आने के कुछ घंटों में आ सकते हैं। रिसर्च के मुताबिक, सोते समय झटके महसूस होना सामान्य बात है। करीब 60 से 70 प्रतिशत लोग ऐसा अनुभव करते हैं।
हाइपेनिक जर्क के पीछे छिपे कारण-
वैज्ञानिक हाइपेनिक जर्क के पीछे अलग-अलग कारण बताते हैं। लेकिन इसका मुख्‍य कारण आज के दौर में चिंता और अवसाद को माना जाता है। इसके अलावा दिमाग को रेस्‍ट देने के बजाए देर रात तक काम करना या फिर टीवी देखना भी इस समस्या को बढ़ाता है। इसके अलावा हाइपेनिक जर्क के पीछे ये कारण भी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
-कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके पीछे स्‍ट्रेस, चिंता, थकान या कैफीन लेना या फिर नींद की कमी जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
-कई बार शाम को की गई ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी भी हाइपनिक जर्क का कारण बन सकती हैं।
-शरीर में कैल्शियम, मैग्नीशियम या आयरन की कमी के कारण भी ऐसा हो सकता है।
-सोते समय मसल्‍स में ऐंठन होने कारण भी व्यक्ति को झटके महसूस होते हैं।
-अनकम्फ़र्टेबल पोजीशन में सोना भी झटके का कारण हो सकता है। माना जाता है कि ऐसे में ब्रेन का आधा हिस्सा एक्टिव रहता है।
-नर्वस को उत्तेजित करने वाली मेडिसिन के ओवरडोज़ हो जाने पर भी हाइपनिक जर्क का खतरा हो सकता है।
हाइपनिक जर्क से बचने के उपाय-
-रोजाना कम से कम 8 घंटे की भरपूर नींद लें।
-सोने से पहले गर्म पानी से नहाकर थोड़ा रिलैक्स हो जाएं।
-सोने से 6 घंटे पहले एक्सरसाइज करने से बचें।
-पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम और कैल्शियम का सेवन करें।
-आयरन से भरपूर चीजों का सेवन करें।
-सोने से पहले सोडा, कॉफ़ी या अन्य कैफीन वाली चीजें पीने से परहेज करें।
-तनावपूर्ण कामों को दिन के समय ही खत्म करने की कोशिश करें।
Tara Tandi

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