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चीज़ से जुड़े इन मिथ्स की जान लें सच्चाई

SANTOSI TANDI
16 Jun 2023 12:26 PM GMT
चीज़ से जुड़े इन मिथ्स की जान लें सच्चाई
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मिथ्स की जान लें सच्चाई
चीज़ एक ऐसी फूड आइटम है, जिसे खाना अधिकतर लोगों को अच्छा लगता है। चीज़ आपके किसी भी फूड आइटम के स्वाद को कई गुना बढ़ा देती है। अमूमन लोग सैंडविच से लेकर बर्गर, पिज्जा यहां तक कि ग्रेवी वाली सब्जी में भी इसे इस्तेमाल करते हैं। इतना ही नहीं, इसका सेहत पर भी अपना अलग प्रभाव पड़ता है। मसलन, चीज़ में कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में होता है, इसलिए इसके सेवन से हड्डियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही साथ, चीज़ में पाए जाने वाले राइबोफ्लेविन माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाते हैं।
इस बात में कोई दोराय नहीं है कि चीज़ ना केवल टेस्ट को बढ़ाता है, बल्कि इसके अपने फायदे और नुकसान हैं। हालांकि, यह देखने में आता है कि जो लोग फिटनेस फ्रीक होते हैं, वे चीज़ से थोड़ी दूरी ही बनाते हैं। इतना ही नहीं, वे चीज़ से जुड़े कई मिथ्स को भी सच मानते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको चीज़ से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
मिथ 1- चीज़ में नमक काफी अधिक होता है, इसलिए यह सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
सच्चाई- यह सच है कि नमक का अधिक सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाता है। जब शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है तो इससे ना केवल बॉडी डिहाइड्रेट होती है, बल्कि हड्डियों पर भी इसका विपरीत असर पड़ता है। इसलिए, हर व्यक्ति को अपने सॉल्ट इनटेक पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि, कई लोगों की सोच यह होती है कि चीज़ में नमक की मात्रा काफी अधिक होती है, इसलिए इससे बचना चाहिए। लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है। वास्तव में, चीज़ की कई वैरायटीज होती हैं और उन्हीं के आधार पर चीज़ को सलेक्ट किया जाना चाहिए। मसलन, कम नमक वाले चीज़ में कॉटेज चीज़, मोज़रेला आदि को शामिल किया जा सकता है। वहीं, हॉलौमी, ब्लू चीज़ और चेडर जैसे चीज़ से बचना अच्छा रहता है।
मिथ 2- चीज़ और डेयरी प्रोडक्ट खाने से मोटे होते हैं।
सच्चाई- अधिकतर लोगों की यह सोच होती है कि चीज़ खाने से व्यक्ति मोटा हो जाता है और इसलिए वे इसे खाने से बचते हैं। जबकि कई स्टडी में यह बात सामने आई है कि दूध, दही और चीज़ आदि खाने से व्यक्ति के ओवरवेट होने की संभावना कम रहती है। हालांकि, यहां पर यह भी ध्यान देना आवश्यक है कि आप इसे मॉडरेशन में ही खाएं। जो लोग नियमित रूप से चीज़ का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, उनका कैलोरी काउंट गड़बड़ा सकता है और वजन बढ़ सकता है।
सच्चाई- यह एक बेहद ही कॉमन मिथ है, जिसे लोग सच मानते हैं। चूंकि डेयरी प्रोडक्ट्स में लैक्टोज होता है, इसलिए वे उससे बचते हैं। ऐसे में उन्हें पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी नहीं मिल पाता है। हालांकि, लैक्टोज इनटॉलरेंट होने के बाद भी आपको पूरी तरह से चीज़ छोड़ने की जरूरत नहीं है। सभी डेयरी बेस्ड चीज़ में लैक्टोज होता है, लेकिन कुछ में इसकी मात्रा काफी कम होती है। यकीनन आपके फ्रेश कच्चे चीज़ या प्रोसेस्ड चीज़ स्प्रेड से बचना चाहिए, लेकिन आप एज्ड चीज़ खा सकते हैं। इसमें लैक्टोज का स्तर काफी कम हो जाता है। मसलन, आप चेडर, स्विस, पारमेसन आदि चीज़ को खा सकते हैं। कुल मिलाकर, चीज़ जितना पुराना होता है, उसमें उतना ही कम लैक्टोज होता है। इतना ही नहीं, लैक्टोज इनटॉलरेंट लोगों के लिए एक अन्य ऑप्शन बकरी और भेड़ के दूध से बना चीज़ भी हो सकता है। इन्हें डाइजेस्ट करना अधिक आसान होता है। इस तरह, अगर देखा जाए तो लैक्टोज इनटॉलरेंट वाले लोगों को पूरी तरह से चीज़ से दूर रहने की आवश्यकता नहीं है।
तो अब आप भी चीज़ से जुड़े मिथ्स को सच मानने की गलती ना करें और पहले इनकी सच्चाई के बारे में जानें। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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