लाइफ स्टाइल

जानिए इमोशनल डिस्टेंसिंग के पीछे की वजह

Tara Tandi
14 Aug 2022 5:28 AM GMT
जानिए इमोशनल डिस्टेंसिंग के पीछे की वजह
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कई बार रिलेशनशिप में ऐसी स्थिति बनने लगती है जिसकी वजह से दो सबसे करीब लोगों के बीच इमोशनल डिस्टेंसिंग या इमोशनल डिटैचमेंट बढ़ने लगता है. ऐसे में रिश्‍तों में दूरियां आने लगती हैं और सही समय पर ना प्रयास किया गया तो गहरे रिश्‍ते भी कांच की तरह टूटकर बिखर जाते हैं. यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति अपनी भावनाओं या दूसरों की भावनाओं से जुड़ने में असमर्थता महसूस करता है. इसकी कई वजहें हो सकती हैं, जिनमें से एक है रिश्‍तों में स्‍ट्रेस का बढ़ना.

पिवॉट के मुताबिक, कई बार ये इमोशन्‍स टेम्‍पररी हो सकते हैं और प्रयास करने पर धीरे-धीरे रिश्‍तों में सुधार हो सकता है लेकिन कई बार कपल्‍स को ऐसी परेशानी से उबरने के लिए विशेषज्ञ की मदद तक लेनी पड़ सकती है. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर रिश्‍तों में इमोशनल डिस्‍टेंसिंग किन वजहों से बढ़ती है और इसका क्‍या उपाय है.
इमोशनल डिस्‍टेंसिंग की वजह
अकेला वक्‍त ना होना
अगर आप दोनों लंबे समय से एक दूसरे से दूर हैं या साथ रहकर भी एक दूसरे से बातचीत नहीं कर पा रहे या समय के अभाव में साथ में वक्‍त नहीं गुजार पा रहे हैं तो ये पार्टनर के बीच इमोशनल डिस्‍टेंसिंग की वजह बन सकता है.

इमोशनल डिस्‍ट्रेस
अगर आप दोनों के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है या आप दोनों की वजह से परिवार या समाज में काफी स्‍ट्रेस का माहौल है जिसका असर आप दोनों की जिंदगियों पर पड़ रहा है तो हो सकता है कि आपका पार्टनर मानसिक थकावट की वजह से आपसे इमोशनली तनाव महसूस करे और आपसे इमोशनली डिस्‍टेंस बना ले.

प्‍यार का खत्‍म हो जाना
कई बार पार्टनर के बीच एक दूसरे के लिए उतना अपनापन, प्‍यार या लगाव नहीं महसूस होता जितना पहले था. ये इमोशनल डिस्‍टेंसिंग की बड़ी वजह बन सकता है.
कई बार आप यह महसूस करते हैं कि आपका पार्टनर आपकी हर चीज को नजरअंदाज कर रहा है और लंबे समय से आपकी परवाह नहीं कर रहा तो ऐसे में पार्टनर के प्रति इमोशनल डिस्‍टेंसिंग हो सकती है.
हर वक्‍त क्रिटिसाइज करना
कई बार आप और आपके पार्टनर अगर हर बात पर एक दूसरे को क्रिटिसाइज कर रहे हैं और एक दूसरे में केवल कमियां ही दिख रही हैं तो यह इमोशनल डिस्‍टेंसिंग की वजह हो सकती है.
इस तरह बचें

लॉन्‍ग ड्राइव पर जाएं या साथ में वॉक करें.
एक दूसरे का समय दें और पैट करें.
कुछ दोस्‍त बनाएं जिनसे आप मदद ले सकें.
काउंसिलिंग की लें मदद.


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