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जानिए डेंगू से इस तरह करें बचाव

Tara Tandi
26 Aug 2022 5:56 AM GMT
जानिए डेंगू से इस तरह करें बचाव
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दिल्‍ली एनसीआर सहित देश के कई राज्‍यों में डेंगू का प्रकोप इन दिनों तेजी से बढ़ा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्‍ली एनसीआर सहित देश के कई राज्‍यों में डेंगू का प्रकोप इन दिनों तेजी से बढ़ा है. यह एक मच्छर जनित वायरल इंफेक्शन है जिसमें तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते आदि बेसिक लक्षण होते हैं. हड्डी तोड़ बुखार नाम से फेमस यह बीमारी एडीज मच्छर के काटने से होता है. वैसे तो वायरस 10 दिनों से अधिक समय तक जीवित नहीं रहता लेकिन जब डेंगू का संक्रमण गंभीर रूप ले लेता है तो इससे मौत तक हो सकती है. ऐसे में जरूरी है कि हम डेंगू से बचाव के पहले से उपाय करें और इसके लक्षणों को समझें. सीडीसी के मुताबिक, डेंगू चार तरह के रिलेटेड वायरस से संक्रमित करता है और यही वजह है कि एक इंसान चार बार डेंगू की चपेट में आ सकता है. तो आइए जानते हैं इसके लक्षण, इलाज और बचने के उपायों को.

डेंगू के हैं ये लक्षण
डेंगू से संक्रमित होने के चार से सात दिनों के अंदर इसके लक्षण नजर आने लगते हैं. इन लक्षणों में तेज बुखार होना, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में भयानक दर्द, उल्टी और जी मिचलाना, आखों में दर्द होना, त्वचा पर लाल चकत्ते होना, ग्लैंड्स में सूजन होना आदि शामिल है. अगर सही समय पर ब्‍लड टेस्‍ट ना किया जाए तो रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और ब्‍लड प्लेटलेट काउंट कम होने लगता है. इसके अलावा पेट दर्द, लगातार उल्टी होना, मसूड़ों या नाक से रक्तस्राव, स्किन पर चोट जैसा निशान, सांस लेने में कठिनाई, थकान, चिड़चिड़ापन या बेचैनी अनुभव होते हैं.
डेंगू हो तो क्‍या करें
-डेंगू के लक्षण दिखते ही सबसे पहले अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें और बताए गए टेस्‍ट को कराएं. टेस्‍ट के आधार पर ही डॉक्‍टर आपको कुछ सलाह दे पाएंगे .
-बता दें कि अब तक इसकी दवा उपलब्‍ध नहीं है लेकिन बुखार, दर्द आदि को कंट्रोल करने के लिए पेरासिटामोल दवाओं की मदद ली जा सकती है.
-शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है. ऐसे में भरपूर मात्रा में पानी, नारियल पानी, दाल, जूस आदि का सेवन करें.
-गंभीर लक्षण दिखने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी होता है और जरूरत पड़ने पर उन्‍हें इंट्रावेनस फ्लूइड या इलेक्ट्रोलाइट सप्लीमेंट दी जाती है.
-कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग और ब्लड ट्रांस्फ्यूजन के जरिए भी इलाज किया जाता है.
-कभी भी आप खुद से एस्पिरिन जैसी दवाओं का सेवन ना करें. ये रक्तस्राव के खतरे को बढ़ा सकता है.
डेंगू से इस तरह करें बचाव
– रात में मच्‍छरदानी का इस्‍तेमाल करें.
-घर में 24 घंटे मॉस्किटो रेपलेंट्स आदि का इस्‍तेमाल करें.
-घर आस पास अगर जल श्रोत है तो शाम होते होते दरवाजे और खिड़कियों को बंद कर लें.
-शरीर को पूरी तरह से ढंकने वाले कपड़े पहनाएं.
-घर या घर के आसपास पानी इकट्ठा ना होने दें.
-कूलर, गमलों, बाल्‍टी आद‍ि में बारिश के जमा पानी को गिराते रहें.
-किचन और बाथरूम में पानी को ढंक कर रखें.
Tara Tandi

Tara Tandi

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