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लाइफ स्टाइल
बच्चे को सुबह जल्दी स्कूल के लिए उठाना बन गया है टास्क, तो ये टिप्स आएंगी काम
Neha Dani
7 Aug 2022 10:26 AM GMT
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डिस्ट्रैक्शन ना हो और बच्चा सुकून की नींद ले सकें।
क्या बच्चे को सुबह उठाकर स्कूल भेजना आपके लिए एक बड़ा टास्क है, और जगाने के घंटों बाद भी बच्चा नींद में या आलस में ही रहता हैं। लेकिन क्या आपने इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की। दरअसल मानव शरीर के लिए पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है और अगर बात बच्चों की हो तो उनके लिए नींद उतनी ही जरूरी है जितना खाना। क्यूंकि अच्छी नींद से बच्चे की शारीरिक और मानसिक ग्रोथ भी अच्छी होती है। इससे इम्यूिन सिस्ट म मजबूत बनता है और बच्चा मौसमी बीमारियों की चपेट में नहीं आता। लेकिन वर्तमान समय में टीवी और मोबाइल जैसे गैजेटस बच्चों की नींद के दुश्मन बन गए है। क्यूंकि देर रात तक इनमें लगे रहने के कारण बच्चों के नींद का शेडयूल बिगड़ रहा है। यहां हम आपको बताएंगे कि बच्चे की उम्र के हिसाब से उसे कितने घंटे सोना चाहिए और अच्छी नींद के लिए कौन-से टिप्स कारगर है।
उम्र के हिसाब से कितने घंटों की नींद है आवश्यक
बच्चों की नींद उनकी उम्र के हिसाब से होती है। नवजात बच्चों की बात करें तो वो दिन के 24 घंटों में कम से कम 18 घंटे की नींद लेता है। वहीं जब बच्चा 4 से 12 महीने का हो जाता है तो वो 12 से 16 घंटे की नींद लेता है। 1 से 2 साल की उम्र के बच्चे को 11 से 14 घंटे सोना चाहिए। जिन बच्चों की उम्र 3 से 5 साल होती है उन्हें कम से कम 10 से 13 घंटे की नींद लेनी चाहिए। वहीं 6 से 12 साल के बच्चे के लिए 9 से 12 घंटे की नींद जरूरी है। 13 से 18 साल के बच्चों को 8 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
बच्चों की नींद पूरी करने के उपयोगी टिप्स
- बच्चा जो भी सीखता है वो अपने आसपास के माहौल से ही सीखता है। इसलिए सिर्फ बच्चे को ही नहीं बल्कि पूरे परिवार को भी अच्छी नींद का महत्व समझना होगा। और सभी को समय पर सोने की आदत ड़ालनी होगी।
- हर एक चीज का शेडयूल बनाए। क्यूंकि समय पर उठने, समय पर खाने का, नैप लेने, बाहर खेलने जैसी एक्टिविटीज तभी हो सकती हैं जब हर चीज का टाइम फिक्स होगा।
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- बच्चे को किसी ना किसी एक्टिविटीज में एंगेज रहें। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा इंडोर और आउटडोर गेम्स में फिजिकली इनवॉल्व हो। क्यूंकि यदि बच्चे ने दिनभर में बहुत सारी एक्टिविटीज की हैं तो रात में उसे आरामदायक नींद आएगी।
- इस बात का ध्यान रखें कि जहां बच्चा सोता है वहां कोई भी डिवाइस नहीं होना चाहिए। यदि बच्चा डिजिटल डिवाइस मांगता भी है तो उसके उपयोग करने के समय में पाबंदी लगाएं और रात के समय में सभी स्क्रीन्स को बंद कर दें।
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- बेडरूम में शांत जगह पर ही बच्चा आसानी से सो सकता है। इसलिएसोते समय आप अपने कमरे की लाइट धीमी कर दें और बेडरूम में हल्की आवाज रखें ताकि कोई भी डिस्ट्रैक्शन ना हो और बच्चा सुकून की नींद ले सकें।
Neha Dani
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