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लाइफ स्टाइल
एसिडिटी की समस्या से हैं परेशान तो तुरंत अपनाए ये घरेलू नुस्खे
Kajal Dubey
12 Jun 2023 6:06 PM GMT
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बदलते खान-पान और जीवनशैली के कारण इन दिनों अमूमन लोगों को पेट से सम्बंधित कई समस्याएं होने लगी हैं। इनमें से एक है एसिडिटी। एसिडिटी होने पर पेट के ऊपरी भाग में जलन व दर्द होना, भूख ना लगना, खट्टी डकार आना और पेट में गैस बनने जैसी परेशानियां होती हैं। एसिडिटी यदि बार-बार होती है तो यह गैस्ट्रो इसोफेगल डिजीज में भी बदल सकती है।
एसिडिटी होने के कारण
- अत्यधिक मिर्च-मसालेदार और तैलीय भोजन करना।
- पहले खाए हुए भोजन के बिना पचे ही पुन भोजन करना।
- अधिक अम्ल पदार्थों के सेवन करने पर।
- पर्याप्त नींद न लेने से भी हाइपर एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
- बहुत देर तक भूखे रहने से भी एसिडिटी की समस्या होती है।
- लम्बे समय से पेनकिलर जैसी दवाइओं का सेवन करने से।
- गर्भवती महिलाओं में भी एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो जाती है।
- नमक का अत्यधिक सेवन करने से।
- शराब और कैफीन युक्त पदार्थ का अधिक सेवन।
- अधिक भोजन करना और भोजन करते ही सो जाना।
- धूम्रपान करना।
- अत्यधिक तनाव लेने के कारण भी भोजन ठीक प्रकार से हजम नहीं होता और एसिडिटी की समस्या उत्पन्न होती है।
- आजकल किसान फसल उगाने में कई प्रकार के कीटनाशक और उर्वरक का इस्तेमाल करते है, जिससे यह जहरीले रासायनिक खाद्य पदार्थ खाद्य सामग्रियों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर पेट से संबंधित रोग उत्पन्न करते है।
आम तौर पर एसिडिटी से राहत पाने के लिए लोग पहले घरेलू नुस्खों पर ही ऐतबार करते हैं। चलिये ऐसे कौन-कौन-से घरेलू उपाय हैं जो एसिडिटी दूर करने में हमारी मदद कर सकते हैं...
इलायची
इलायची खाने की आदत आपको एसिडिटी से बचाए रखने में मदद करती है। जब भी आपको एसिडिटी या पेट में जलन की समस्या हो तो एक से दो इलायची को मुंह में रखकर चूसते रहें।
तुलसी
तुलसीन केवल एसिडिटी में लाभदायक है बल्कि मानसिक और अन्य शारीरिक रोगों में भी बेहद प्रभावी औषधी है। खाने के बाद तुलसी के कुछ पत्तों को चबाएं या फिर गर्म पानी में डालकर इसका सेवन करें।
पुदीना
पुदीना हमेशा से ही पेट व पाचन की समस्याओं के लिए फायदेमंद रहा है। मसालेदार भोजन से पेट में होने वाली जलन, पुदीने के पत्तों को चबाने से शांत होगी या फिर पानी में नींबू और पिसी हुई पुदीना पत्ती को काले नमक के साथ मिलाकर पिएं।
दूध
एसिडिटी के लिए पुराना रामबाण उपाय है ठंडा दूध पीना। पेट या सीने में जलन होने पर दूध और पानी को बराबर मात्रा में मिलाकर पिएं या फिर ठंडे दूध का सेवन करें।
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