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डिलीवरी के बाद परेशान है टेलबोन के दर्द से, तो ये ट्रिक्स दिलाएंगी आपको आराम

Neha Dani
10 July 2022 9:17 AM GMT
डिलीवरी के बाद परेशान है टेलबोन के दर्द से, तो ये ट्रिक्स दिलाएंगी आपको आराम
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7. फिजिकल एक्टिविटी के बाद दर्द का कम हो जाना

प्रेगनेंसी और डिलीवरी किसी भी महिला के लिए मानसिक और शारीरिक बदलाव लाता है। कुछ महिलाओं को कमर दर्द तो, कुछ को पोस्टपार्टम डिप्रेशन से गुजारना पड़ता है। कई गर्भवती महिलाएं बैक या पेल्विक रीजन में दर्द की शिकायत करती है। यह सभी पेन कोक्सीक्स पेन के अलग-अलग प्रकार है इन्हीं में से एक है टेल बोन में दर्द। प्रेगनेंसी के दौरान टेलबोन में होने वाले दर्द का अनुभव करना पूरी तरह से नॉर्मल है, क्योंकि जाहिर सी बात है जैसे-जैसे आप की प्रेगनेंसी बढ़ेगी और गर्भ में शिशु का आकार बढ़ेगा तो आपकी रीढ़ के अंत में मौजूद टेलबोन पर दबाव पड़ेगा जो यूट्रस के ठीक पीछे होती है। यह दर्द डिलीवरी के महीने तक तो बना रह सकता है, लेकिन कुछ मामलों में डिलीवरी के बाद भी यह दर्द जारी रहता है जिसकी वजह हो सकती है प्रसव का लंबा दर्द या अन्य कारण। यहां हम आपको बताएंगे कुछ तरीके जिनकी मदद से आप टेलबोन के दर्द से राहत पा सकती हैं।


क्या होता है टेलबोन पेन
टेलबोन आपकी रीढ़ के अंत में मौजूद बोन होती है। प्रेगनेंसी के दौरान जैसे-जैसे बच्चा गर्भ में बड़ा होने लगता है इससे आपके शरीर के निचले हिस्से में दबाव बढ़ने लगता है और इसी वजह से आपके टेल बोन में दर्द का एहसास होता है।

टेलबोन पेन के कारण-
डिलीवरी के बाद लंबे समय तक बैठने, कॉन्स्टिपेशन और आंतों को खाली करने की वजह से टेलबोन में दर्द हो सकता है! डिलीवरी के बाद टेलबोन में दर्द कॉमन प्रॉब्लम है, खासतौर पर उन महिलाओं के लिए जिनका पेल्विक फ्लोर कमजोर होता है।

यह होते हैं टेलबोन पेन के लक्षण-
1. रीढ़ के अंत वाले हिस्से में धीरे-धीरे दर्द बढ़ना।

2. कूल्हे में कभी तेज व कभी हल्का दर्द होना।

3. लोवर बैक में लगातार दर्द।

4. पोस्चर चेंज करने के दौरान दर्द का बढ़ना या घटना।

5. इस दर्द में आगे की ओर या बगल की ओर झुकते समय सुधार होता है।

6. कॉन्स्टिपेशन के दौरान यह दर्द और भी बढ़ जाता है।

7. फिजिकल एक्टिविटी के बाद दर्द का कम हो जाना


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