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कैसे बनाये टीनएजर्स बच्चों के साथ बेहतर बॉन्डिंग

Apurva Srivastav
20 May 2023 3:55 PM GMT
कैसे बनाये टीनएजर्स बच्चों के साथ बेहतर बॉन्डिंग
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उम्र बच्चे और पैरेंट्स दोनों के लिए एक कठिन अवस्था है. यही वह अवस्था होती है, जहां से बच्चे खुद आगे बढ़ने के रास्ते खोजना शुरू कर देते हैं. इस उतार-चढ़ाव के दौरान बच्चों को पैरेंट्स की खास तौर पर जरूरत होती है. इस उम्र में ज्यादातर बच्चे मनमानी पर उतारू हो जाते हैं. इस चुनौती भरे समय में बच्चों और पैरेंट्स के रिश्तों में तनाव आने की संभावना अधिक होती है. इसके लिए बेहतर है कि बच्चे के साथ आपकी बॉन्डिंग अच्छी हो. इस उम्र में उन्हें अच्छे पैरेंट्स ही नहीं, एक अच्छे दोस्त की भी जरूरत होती है. ऐसे में जरूरी है कि पैरेंट्स और बच्चे के बीच ऐसा रिश्ता हो, कि वह बिना किसी भय के आपसे अपनी बातें शेयर कर सके. टीनएजर्स बच्चों को दोस्त बनाने के लिए पैरेंट्स को कुछ खास बॉन्ड डेवलप करना होता है. आइए जानते हैं 5 आसान टिप्स जिनको अपनाकर आप टीनएजर्स बच्चों के साथ बेहतर बॉन्डिंग कर सकते हैं.
दोस्त बन करें सपोर्ट- टीनएज के इस पड़ाव में बच्चों को अच्छे पैरेंट्स के साथ अच्छे दोस्त की बहुत जरूरत होती है. इस उम्र में बच्चे अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहते हैं. उन्हें भविष्य में क्या करना है या क्या बनना है इस विषय में अपने पैरेंट्स से सपोर्ट की उम्मीद होती हैं. लेकिन पैरेंट्स से बॉन्डिंग ठीक न होने से बच्चे अपने दिल की बात शेयर नहीं कर पाते हैं. ऐसे में बेहतर है कि टीनएजर्स बच्चों से खास बॉन्ड डेवलप करें. साथ ही दोस्त बनकर कार्य में सपोर्ट करें. ऐसा करने से आप दोनों के बीच रिश्तों की डोर मजबूत होगी.
क्वालिटी टाइम बिताएं- बच्चों के साथ खास बॉन्ड डेवलप करने के लिए पैरेंट्स को उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताना चाहिए. ऐसा करने से बच्चे में सकारात्मक सोच बढ़ेगी. इसके लिए अपने लाडले को लंच या पिकनिक पर ले जा सकते हैं. उनके साथ कुछ खेलों में भी शरीक हो सकते हैं. ऐसा करने के लिए समय जरूर निकालें. इससे आप दोनों के बीच अच्छी बॉन्डिंग होगी.
छोटी-छोटी जिम्मेदारियां सौंपें- बच्चों को घर की छोटी-मोटी जिम्मेदारियां सौंपनी चाहिए. ऐसा करने से बच्चे समझेंगे कि पैरेंट्स उनकी चीजों पर भी भरोषा करेंगे. इसके साथ ही कई मसलों पर उन्हें ही फैसला लेने के लिए आजादी देनी चाहिए. ताकि उनमें भी अच्छे-बुरे की समझ ठीक से डपलप हो सके. यदि आपका लाडला कुछ अच्छा करने की कोशिश कर रहा है तो उसके काम में दखल न दें. बेहतर होगा कि उसके काम में हाथ बटाएं.
बार-बार ‘लव यू’ कहना ना भूलें- जो पैरेंट्स अपने बच्चों को बार-बार ‘लव यू’ कहते हैं या प्यार जताते हैं, उनके बच्चे अपने पैरेंट्स से अधिक लगाव रखते हैं. समय-समय पर अपने बच्चों को बताएं कि आप उनसे प्यार करते हैं. इसके साथ ही हर स्थिति में आप उन पर भरोसा करें. यह आप दोनों के बीच के बंधन को मजबूत करने में मदद करेगा. ऐसा करने से वे ज्यादा खुश व एक्टिव और होशियार बनते हैं. इसलिए बच्चों के साथ स्नेहपूर्ण व्यवहार बेहद जरूरी है.
प्रोत्साहित करना ना भूलें- सपनों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रहे बच्चों को प्रोत्साहित करना कभी नहीं भूलना चाहिए. ऐसे में उनके थोड़े से प्रयास के लिए भी उनकी तारीफ करें, उनकी रुचि में अपनी रुचि दिखाएं, उनकी योजना के बारे में पूछें, अच्छी सलाह दें इत्यादि करने से बच्चों में पैरेंट्स के प्रति प्यार बढ़ता है. इसके साथ ही, बच्चों की आलोचना करने से जरूर बचना चाहिए.
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