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मसल्स गेन, वेट लॉस से लेकर बोन हेल्थ में करती है मदद

Kajal Dubey
15 May 2023 1:58 PM GMT
मसल्स गेन, वेट लॉस से लेकर बोन हेल्थ में करती है मदद
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1. मसल्स गेन और रिकवरी में मददगार (Help in muscles gain and recovery)
हाई प्रोटीन डाइट का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे मसल्स गेन और रिकवरी में काफी मदद मिलती है। लेकिन इसके लिए लोग प्रोटीन पाउडर और शेक का उपयोग करने लगे हैं।
लेकिन रिसर्च में पाया गया है कि कैलोरी डेफेसिट में रहने के दौरान लो प्रोटीन डाइट की तुलना में दुबले शरीर में लीन मसल्स मास को बढ़ाने के लिए हाई प्रोटीन डाइट इफेक्टिव होती है।
इसका कारण यह है कि प्रोटीन में कई अमीनो एसिड होते हैं, जो मसल्स के बिल्डिंग ब्लॉक और टिश्यूज को बनाने में मदद करते हैं। वास्तव में, प्रोटीन की कमी से न केवल मसल्स लॉस होता है बल्कि गंभीर बीमारियां जैसे, मेटाबॉलिक डिजीज (metabolic diseases) हो सकती हैं।
2. मूड को बेहतर बनाती है (High protein diet improve your mood)
डाइट्री प्रोटीन सोर्स (dietary protein sources) में कुछ अमीनो एसिड होते हैं, जो आपके हार्मोन को बैलेंस रखने के लिए आवश्यक हैं।
उदाहरण के लिए, न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन (neurotransmitter dopamine) को अमीनो एसिड टायरोसिन (amino acid tyrosine) से बनाया जाता है। जबकि सेरोटोनिन को एमिनो एसिड ट्रिप्टोफैन (serotonin is made from the amino acid tryptophan) से बनाया जाता है। डोपामाइन और सेरोटोनिन दोनों ही मूड को सही करते हैं।
प्रोटीन फूड प्रोडक्ट आवश्यक अमीनो एसिड का जरूरी सोर्स है। प्रोटीन युक्त भोजन खाने के बाद शरीर प्रोटीन फूड प्रोडक्ट को अच्छी तरह सेरोटोनिन में बदलने के लिए हाई-कार्ब-नो-प्रोटीन स्नैक्स (high-carb-no-protein snacks) भी एड करें।
3. हाई प्रोटीन डाइट फैट कम करने में मददगार (High protein diet can promote fat loss)
हाई प्रोटीन डाइट से पेट भरा रहता है और आप कम खाते हैं। जिससे धीरे-धीरे फैट लॉस होता है। 2005 में हुई स्टडी के मुताबिक हाई-प्रोटीन डाइट से भूख और शरीर के वजन में लगातार कमी आई थी।
आपने देखा भी होगा, जो भी वेट या फैट लॉस जर्नी पर होता है उसे प्रोटीन युक्त फूड खाने की सलाह दी जाती है।
4. हड्डियों को मजबूत करता है प्रोटीन (Protein keeps your bones strong)
एक आम मिथ है कि हाई प्रोटीन डाइट (विशेष रूप से पशु प्रोटीन में हाई डाइट) फॉलो करने से खनिज लीचिंग और अन्य कारकों (mineral leaching and other factors) के कारण हड्डियां कमजोर होती हैं, जो कि गलत है।
दरअसल, जब तक कैल्शियम का सेवन पर्याप्त होता है। तब तक हाई प्रोटीन डाइट से अधिक हड्डी द्रव्यमान (bone mass) बढ़ता है और फ्रैक्चर (fractures) की संभावना कम रहती है।
बुजुर्गों पर 2003 में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने कम प्रोटीन डाइट (प्रतिदिन 16-50 ग्राम) का सेवन किया, उन्हें हड्डियों के घनत्व (bone density) में सबसे अधिक नुकसान हुआ। प्रोटीन हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक घटक है इसलिए इसका सेवन करना चाहिए।
5. ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर रखती है हाई प्रोटीन डाइट (High protein diet stabilizes blood sugar levels)
हाई ब्लड शुगर (हाइपरग्लाइसेमिया) एक्स्ट्रा वजन बढ़ने (unwanted weight gain) और टाइप -2 मधुमेह (type-2 diabetes) का एक प्रमुख कारण है। यह अन्य निगेटिव इफेक्ट (negative effects) भी डालता है। जिसमें आवर्ती मूत्राशय (recurring bladder) और त्वचा में संक्रमण (skin infections), थकान (tiredness), धुंधली दृष्टि (blurred vision) शामिल हैं।
आप कार्ब्स अधिक खाते हैं तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है क्योंकि इसमें इनडायरेक्ट शुगर भी होती है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि हाई प्रोटीन डाइट ब्लड शुगर को कम करती है और ग्लूकोज कंट्रोल (glucose control) में सुधार करता है।
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