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बाल झड़ने से किडनी खराब होने तक, ये हैं व्हे प्रोटीन

Kajal Dubey
5 May 2023 12:45 PM GMT
बाल झड़ने से किडनी खराब होने तक, ये हैं व्हे प्रोटीन
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मिथक 1 : व्हे प्रोटीन किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचाता है
हकीकत : सबसे पहले आप सोचिए, पनीर को बनाते समय जो पानी निकलता है क्या उसके सेवन से आपकी किडनी या लिवर को कोई नुकसान हो सकता है ? आपका जवाब होगा, नहीं।
व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट के मामले में भी ऐसा ही है, लेकिन शर्त ये है कि व्हे प्रोटीन ऑथेंटिक और ओरिजनल (Authentic and Original) हो। अभी तक हुई किसी भी रिसर्च में यह साबित नहीं हो पाया है, कि लिमिटेड मात्रा में व्हे प्रोटीन के सेवन से किडनी या लिवर को कोई नुकसान होता है।
लेकिन एक बात को और ध्यान रखें, कि अगर आप लंबे समय तक अपने शरीर की जरूरत से अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करते हैं, तो किडनी को खतरा हो सकता है। लेकिन ये खतरा सिर्फ लंबे समय तक अधिक प्रोटीन के सेवन से ही होता है, न कि नॉर्मल सेवन से। इसलिए कभी भी जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन नहीं करना चाहिए।
मिथक 2 : व्हे प्रोटीन के कारण बाल झड़ते हैं
हकीकत : बालों के विकास के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है और इससे कभी भी बाल नहीं झड़ सकते। हालांकि, रिसर्च ये बताती हैं कि कुछ व्हे प्रोटीन में मौजूद क्रिएटिन (Creatine) पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन को डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (Dihydrotestosterone) में बदल देता है, जो बालों के झड़ने या बालों के झड़ने को स्टिम्युलेट (Stimulate hair fall or hair loss) कर सकता है।
इसके अलावा, जिन लोगों को हार्मोनल प्रॉब्लम (Hormonal problems) होती हैं, उन्हें व्हे प्रोटीन के सेवन से बालों के झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि सप्लीमेंट में एक्स्ट्रा कंपाउंड होते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि आप 100 प्रतिशत व्हे प्रोटीन (100% Pure whey protein) का उपयोग करें और व्हे प्रोटीन के सेवन से पहले डाइटीशियन से परामर्श करें।
मिथक 3 : व्हे प्रोटीन लेने से एसिडिटी और डाइजेशन खराब होता है
हकीकत : व्हे प्रोटीन इसका कारण नहीं होता। बल्कि वह प्रोटीन जो शरीर में अब्जॉर्ब नहीं होता वो इस तरह की समस्याओं का कारण बनता है। इसका एक कारण पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन न करना भी हो सकता है।
यदि आप पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन नहीं करेंगे तो व्हे प्रोटीन डाइजेस्ट नहीं होगा और डाइजेशन खराब हो जाएगा। जिसके कारण फोड़े और एसिडिटी (Acidity) जैसी समस्याएं होंगी। व्हे प्रोटीन के सही डाइजेशन के लिए पर्याप्त मात्रा में नेचुरल लिक्विड ड्रिंक्स (Natural liquid drinks) या पानी का सेवन करते रहें।
इसके अलावा सूखा खाना (जिसमें पानी की कमी होती है) भी प्रोटीन के अब्जॉर्ब होने में समस्या पैदा कर सकते हैं। इसलिए डाइटीशियन द्वारा बताई हुई मात्रा के साथ सही मात्रा में पानी पीना सबसे अच्छा तरीका है।
मिथक 4 : व्हे प्रोटीन लेने से मोटापा बढ़ता है
हकीकत : यदि आप अपने शरीर की जरूरत अनुसार व्हे प्रोटीन का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में फैट नहीं बनता और आप मोटे भी नहीं होते । इसकी अपेक्षा आपके मसल्स अच्छे से ग्रो करने लगते हैं।
यदि आपका कैलोरी इंटेक जरूरत से अधिक है तो आप समय के साथ फैटी हो सकते हैं। इसका कारण है कि अगर आप जरूरत से अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करेंगे तो वो या तो बर्बाद हो जाता है या फिर फैट में कन्वर्ट हो जाता है। इसलिए लिमिट में ही व्हे प्रोटीन का सेवन करें।
मिथक 5 : व्हे प्रोटीन, प्रोटीन का नेचुरल रूप नहीं है
हकीकत : यह व्हे प्रोटीन के सबसे फेमस मिथकों में से एक है। जो लोग इसे सच मानते हैं, उनको बताना चाहूंगा कि व्हे प्रोटीन का प्राइमरी सोर्स गाय का दूध होता है। गाय के दूध में केसीन और व्हे (Casein and whey) नामक दो मुख्य प्रोटीन कंपाउंड होते हैं।
केसीन को पनीर में बदल दिया जाता है और व्हे प्रोटीन बचा हुआ लिक्विड होता है। जिसे पनीर बनाने की प्रोसेस से अलग किया जाता है। इन दोनों कंपाउंड में PDCA का स्कोर 1.0 है, जो प्रोटीन सोर्स के लिए बेस्ट होता है। इसलिए, व्हे प्रोटीन, प्रोटीन का प्राकृतिक और शुद्धतम रूप है।
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