लाइफ स्टाइल

कान साफ करते समय न करे ये गलती

Apurva Srivastav
9 March 2023 3:50 PM GMT
कान साफ करते समय न करे ये गलती
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कान के अंदर एक पिले रंग पदार्थ पाया जाता है। जिसे लोग गन्दगी समझकर रोज साफ़ करते है। लेकिन असलियत में ये मैल एक वैक्स होता है जो की कान की सफाई के लिए बेहद जरूरी होता है। मेडिकल शब्दों में इस वैक्स को सिरूमन कहते हैं। कई बार लोग इस मैल वैक्स समझकर साफ करने के लिए हेयरपिन या माचिस की तीली जैसी नुकीली चीजों का उपयोग करते हैं जो कान के लिए खतरनाक हो सकती हैं।
कान साफ करने वाले लोगों से रहें दूर
हमारे आसपास बहुत से ऐसे लोग होते हो जो कुछ रुपियों के बदले हमारे कान की सफाई करने का दावा करते है। वो इस वैक्स को गंदगी बताते हैं और आपको बिमारियों का नाम लेकर इतना डरा देते हैं कि आप उनसे अपने कान साफ करवाने के लिए तैयार हो ही जाते हैं। इतना ही नहीं ये आपको यकीन दिलाने के लिए ग्राहकों के कान से एक बार में बहुत सारी मैल निकाल करा दिखा देते हैं। कान की सफाई के नाम पर झांसे में आने वाले लोगों को इस बात का अंदाजा तक नहीं होता की ऐसा करने से उनके कान के परदे तक फट सकते हैं।
ये है एक्सपर्ट्स की राय
दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के नाक, कान और गला (ENT) विशेषज्ञ डॉ. रवि मेहर कहते हैं कि राह चलते किसी अनजान शख्स से कान का मैल साफ कराना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
डॉ. रवि ने कहा, ”अगर आपके कान में मैल बनता है तो सीधे किसी ENT सर्जन के पास जाएं। हर सरकारी अस्पताल में ENT स्पेशलिस्ट मौजूद हैं। वहां न के बराबर फीस चुकाकर आप उचित इलाज करा सकते हैं। अक्सर लोग ईयर बड्स से कान साफ करने की कोशिश करते हैं लेकिन उससे मैल बाहर नहीं निकलता बल्कि और अंदर चला जाता है। इसके इस्तेमाल से कान के कैनाल को भी नुकसान पहुंच सकता है।”
क्या होता है ईयरवैक्स?
कान में इसका जमना सामान्य बात है। ईयरवैक्स यानी मैल वास्तव में एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। ये कान की त्वचा को चोट से बचाता है। बैक्‍टीरिया, वायरस, फंगस और पानी से भी कान की सुरक्षा करता है। यह मैल ही आपके कान को साफ और स्‍वस्‍थ रखने में मदद करता है।
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