- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- क्या आप भी जानते हैं...
x
कोशिकाओं की रक्षा कर ये शरीर को कई रोंगों जैसे कि ह्रदय रोग या कैंसर और डिमेंशिया आदि से बचा लेता है.
– विटामिन ई इम्यून सिस्टम के कार्य में भी अहम किरदार निभाता है. ये संक्रमण से लड़ने में कोशिकाओं की सहायता करता है.
– विटामिन ई प्रोस्टाग्लैंडिन नामक हार्मोन के उत्पादन में भी अहम किरदार निभाता है. ये हार्मोन कई शारीरिक प्रक्रियाओं जैसे कि ब्लड प्रेशर और मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होता है.
– इसके अतिरिक्त विटामिन ई एक्सरसाइज के बाद मांसपेशियों को ठीक करने मे भी मददगार है.
– क्रोन डिजीज, सिस्टिक फाइब्रोसिस या लिवर की पाचन मार्ग में पित्त रस स्रावित न कर पाने की क्षमता को विटामिन ई से ठीक किया जा सकता है. विटामिन ई के सप्लीमेंट से पाचन संबंधित समस्याओं से भी बचा जा सकता है.
यहां से लें विटामिन ई
बादाम
विटामिन ई का मजबूत साधन हैं बादाम. बादाम से प्राकृतिक ढंग से विटामिन ई हासिल होता है. हम बादाम का दूध, बादाम ऑयल या कच्चे बादाम खाकर विटामिन ई हासिल कर सकते हैं.
सूरजमुखी के बीज
विटामिन ई के मजबूत साधन में से एक है सूरजमुखी के बीज. सूरजमुखी के बीज से भरपूर मात्रा में विटामिन ई हासिल होता है. एक चौथाई कप सूरजमुखी के बीजों से दिनभर की आवश्यकता का लगभग 90.5 प्रतिशत विटामिन ई हासिल होता है. कद्दू और तिल के कच्चे बीजों से भी विटामिन ई हासिल होता है.
स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी है विटामिन-'ई'। – News18 हिंदी">ब्रोकली
ब्रोकली भी हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में बहुत ही कारगर है. यह स्वास्थ्यवद्र्धक होती है जिससे हमें कई तरह के लाभ हासिल होते हैं. इसमें विटामिन ई के अतिरिक्त अन्य कई पोषक तत्व होते हैं जिनसे हमें बहुत से लाभ हासिल होते हैं. खानपान में ब्रोकली को अहमियत दें.
जैतून
जैतून से भी विटामिन ई खूब मिलता है. इसे अपने सलाद के साथ उपयोग किया जा सकता है. इसके ऑयल का उपयोग पकाने के रूप में भी किया जा सकता है. आपको जैतून का स्वाद पसंद है तो यह आपके लिए बेहतर है. जैतून के एक कप से दिनभर की विटामिन ई की आवश्यकता का बीस प्रतिशत हमें हासिल होता है.
उबली सब्जियां
उबली हरी सब्जियां आपके लिए विटामिन ई का मजबूत साधन है. आप उबली हुई सब्जियों का एक कप भी लेते हैं तो आपको 17 प्रतिशत विटामिन ई हासिल होगा. इन उबली सब्जियों से आपको विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के भी भरपूर मात्रा में मिलेगा.
अजमोद
अजमोद का उपयोग गार्निश के रूप में किया जाता है लेकिन इससे हमें अच्छी मात्रा में विटामिन ई हासिल होता है. यह ताजा अच्छा माना जाता है लेकिन इसे सुखाकर भी उपयोग कर सकते हैं. अजमोद को सलाद और सूप के रूप में अपने खानपान में प्रमुखता से शामिल किया जाना चाहिए.
एवोकेडो में भी विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है. एवोकेडो हमारे विटामिन ई की आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम हैै. इससे हमें स्वास्थ्य संबंधी कई तरह के लाभ हासिल होते हैं. इसे सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है. इसे अपने खानपान में अहमियत से शामिल करना चाहिए.
पपीता
पपीते से भी हमें अच्छी मात्रा में विटामिन ई हासिल होता है. पपीता खाने में भी टेस्टी होता है. इसे फ्रूट सलाद, जूस या स्मूदी के रूप में खा सकते हैं. पपीते में विटामिन ई के अतिरिक्त और भी पौष्टिक तत्व हासिल होते हैं. पपीते को अपने खानपान का हिस्सा बनाकर हम पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई हासिल कर सकते हैं.
विटामिन ई कितना लेना चाहिए
विशेषज्ञों के मुताबिक 14 वर्ष से अधिक उम के लोगों को रोजाना 15 मि।ग्रा विटामिन ई की आवश्यकता होती है. स्तनपान करवाने वाली स्त्रियों को 19 मि।ग्रा और 6 महीने से कम उम्र के शिशु को 4 मि।ग्रा विटामिन ई चाहिए होता है. 6 महीने से 1 वर्ष के बच्चे को 5 मि।ग्रा, 1 से 3 वर्ष के बच्चे को 6 मि।ग्रा, 4 से आठ वर्ष के बच्चे को 7 मि।ग्रा और 9 से 13 वर्ष के बच्चे को 11 मि।ग्रा विटामिन ई की आवश्यकता होती है.
अन्य विटामिनों की तरह विटामिन ई भी शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है और हर उम्र के व्यक्ति को इस विटामिन का सेवन जरूर करना चाहिए.
Gulabi Jagat
Next Story