लाइफ स्टाइल

चाय के साथ रस्क खाने की आदत, आज से बदले, वरना होगी ये परेशानियां

Manish Sahu
18 July 2023 6:27 PM GMT
चाय के साथ रस्क खाने की आदत, आज से बदले, वरना होगी ये परेशानियां
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लाइफस्टाइल: बदलते लाइफस्टाइल और बिजी शेड्यूल के कारण लोगों में स्ट्रेस का लेवल काफी बढ़ गया है। जिसका सीधा असर उनके मेंटल हेल्थ पर पड़ता है। काम में और अपने आस-पास के नेगेटिव एनर्जी के कारण हम इतना तनाव महसूस करने लगते हैं कि छोटी-छोटी बातों से गुस्सा आने लगता है। ऐसे में आपको तनाव मुक्त रहने के लिए माइंड को थोड़ा रिलेक्स करने की जरूरत होती है। लेकिन अपने बिजी शेड्यूल के कारण और ऑफिस वर्क लोड की वजह से आप खुद को समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में अपने दिमाग को शांत करने का सबसे बेस्ट ऑप्शन किसी शांत जगह पर बैठकर मेडिटेशन करना है। मेडिटेशन से आप अपने दिमाग को शांत करने के साथ खुद के आस-पास एक पॉजिटिव एनर्जी महसूस कर पाएंगे। मेडिटेशन करते समय सही तरह से फोकस करना और अपने विचार पर कंट्रोल करना बहुत ज्यादा मुश्किल होता है। ऐसे में आज हम इस आर्टिकल के जरिए आपको मेडिटेशन करने के तरीकों और उसके फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।जिसके बाद आप अपने पसंद के मेडिटेशन के तरीके को अपनाकर अपने मेंटल हेल्थ को हेल्दी रख पाएंगे। 1. ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो मेडिटेशन को अच्छे से समझते हैं। ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन की महर्षि महेश योगी की देन है। इस मेडिटेशन तकनीक से आपका मन शांत रहता है। ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन एक प्रकार के मौन, मंत्र ध्यान को संदर्भित करता है। इस मेडिटेशन को करने से आपके तनाव और चिंता में कमी आती है, नींद में सुधार होने के साथ अन्य भी कई फायदे होते हैं। मानसून में नमकीन- बिस्कुट में आ जाती है सीलन? ऐसे स्‍टोर करें 2. फोकस मेडिटेशन फोकस मेडिटेशन आपको नेचुरल तरीके से फोकस के साथ अपना अटेंशन बढ़ाने में भी मदद मिलती है। फोकस मेडिटेशन में आपको अपने पांचो इंद्रियों पर ध्यान लगाने की जरूरत होती है। इसके साथ ही किसी चीज की मदद से आपको अपने माइंड और सांस पर फोकस करने की जरूरत होती है। फोकस मेडिटेशन करने से आप आप पूरे दिन अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं। इतना ही नहीं ये आपके मूड को बूस्ट करने में भी फायदेमंद है। मेडिटेशन आपके मूड को कंट्रोल करने के साथ आपके अंदर गुड हार्मोन को बढ़ाने में मदद मिलती है। 3. माइंडफुलनेस मेडिटेशन माइंडफुलनेस मेडिटेशन उन लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है जो किसी से सीखें बिना खुद ही अपने दिमाग को शांत करने के लिए मेडिटेशन करने हैं। माइंडफुलनेस मेडिटेशन से आपको बस अपने मन के विचारों पर ध्यान देने की जरूरत होती है। माइंडफुलनेस मेडिटेशन से आपको अपने दिमाग को शांत करने में मदद मिलती है। गुस्से पर कंट्रोल रहता है। व्यक्ति के निर्णय लेने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है। आप तनाव से दूर रहते हुए खुश रहते हैं। क्या आपके दिन की शुरूआत भी चाय के साथ होती है? और चाय के साथ आपको टोस्ट खाने की भी आदत है। तो आज से ही अपनी इस आदत को बदल दीजिए। वरना आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है।जी हां, जिस टोस्ट को चाय के साथ खाकर आप अपने दिन की शुरूआत करते है, वो असल में आपके लिए कई तरह से हानिकारक साबित हो सकता है।
यहां हम आपको चाय के साथ टोस्ट खाने के नुकसान के बारे में बताने जा रहे है। ताकि समय रहते आप अपनी इस आदत को बदल दें। कुछ चीजें ऐसी होती है जिनकी हमें आदत-सी लग जाती है। और इन सबमें चाय का नाम सबसे पहले आता है। जिसके साथ अधिकांश लोग रस्क खाना पसंद करते है। क्यूंकि ये थोड़े हैवी होते है। और इसे चाय के साथ खाने से इसका टेस्ट और भी अच्छा लगने लगता है। लेकिन न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, रस्क खाने से कई शारीरिक परेशानियां बढ़ सकती हैं, क्योंकि इसको बनाने के लिए जो चीजें इस्तेमाल की जाती है, जैसे, रिफाइंड, आटा, चीनी, तेल, ग्लूटेन की क्वालिटी सही नहीं होती। ऐसे में ये शरीर पर नैगेटिव इफेक्ट दिखा सकता है रस्क को भूरा रंग देने के लिए अक्सर कारमेल रंग या ब्राउन फूड कलर का इस्तेमाल किया जाता है। जो आपके लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल मैदे के साथ रस्क को गेहूं की तरह ब्राउन कलर का दिखाने और इसे अच्छा लुक देने के लिए इसमें रंग मिलाया जाता है। बल्कि जो रस्क मल्टीग्रेन होते है उनमें भी मैदा हो सकता है। इसलिए हमेशा 100 प्रतिशत गेहूं या सूजी से बनें रस्क ही खाएं। वैसे अगर आप रस्क की जगह पर दूसरे विकल्प की तलाश कर रहे है तो इसके लिए सींग-चना या भुने हुए मखाने अच्छे रहेंगे। रस्क खाने से होने वाले नुकसान - ये बात सभी अच्छे से जानते है कि ज्यादा मैदा, तेल या चीनी दिल की सेहत के लिए नुकसानदेह है। चूंकि रस्क मैदे से बनता है, चाय के साथ रस्क खाने से आपके डाइजेशन सिस्टम पर बुरा असर पड़ सकता है और वो वीक हो सकता है। क्योंकि टोस्ट आसानी से डाइजेस्ट नहीं होता। - रस्क सिर्फ स्वाद दे सकता है न्यूट्रीशंस नहीं। क्यूंकि इसमें ऐसे गुण कम होते हैं जिनसे आपको न्यूट्रिशन मिल सके। इससे केवल पेट भरा जा सकता है। ये केवल पेट को भरने का काम करता है, इससे आपकी सेहत को किसी तरह का कोई फायदा पहुंच रहा है ऐसा सोचने की गलती ना करें। - रस्क के ज्यादा सेवन से ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने का खतरा रहता है। चाय के साथ रस्क खाने से शरीर में सूजन भी बढ़ सकती है। ऐसे में आपको अंदरूनी भारीपन या दर्द महसूस हो सकता है। - इसके अलावा, ये आपकी आंत में बैक्टीरिया को भी बढ़ाने का काम करता है, जिसकी वजह से कई तरह की शारीरिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं। - रस्क खाने का असर आपकी इम्यूनिटी पर भी हो सकता है। वो लो हो सकती है। ऐसे में आप मौसमी बीमारियों की चपेट में जल्दी आ सकते है। - रस्क आपके हार्मोनल हेल्थ को प्रभावित करता है - चूंकि रस्क को बनाने के लिए मैदे का इस्तेमाल किया जाता है,
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