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लाइफ स्टाइल
जिंदा सांप-बिच्छू खाने वाले बेयर ग्रिल्स आम दिनों में लेते हैं ऐसी डाइट, सिर्फ 30 मिनट करते हैं वर्कआउट
HARRY
24 July 2022 11:25 AM GMT
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बेयर ग्रिल्स के बारे में यह भी जानें
मोस्ट पॉपुलर शो 'Man vs Wild' से दुनियाभर में पहचान बनाने वाले बेयर ग्रिल्स (Bear Grylls) को हर कोई जानता है. अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा, प्रधानमंत्री पीएम मोदी, अक्षय कुमार, रणवीर सिंह समेत कई हॉलीवुड हस्तियां भी उनके शो का हिस्सा बन चुके हैं. अपनी एडवेंचरस लाइफस्टाइल के लिए फेमस बेयर ग्रिल्स को शो में जिंदा कीड़े-मकोड़े, बिच्छू, सांप और ना जाने क्या-क्या खाते हुए दिखाया जाता है. बेयर ग्रिल्स ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है और उसमें उन्होंने अपनी डाइट और वर्कआउट के बारे में बताया. जंगलों में शूटिंग करने वाले और इतनी फिजिकल एक्टिविटी करने वाले बेयर ग्रिल्स आम दिनों में कैसी डाइट लेते हैं और कैसा वर्कआउट करते हैं? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.
बेयर ग्रिल्स के बारे में यह भी जानें
बेयर ग्रिल्स का असली नाम एडवर्ड माइकल ग्रिल्स (Edward Michael Grylls) है और उनका जन्म 7 जून 1974 को लंदन में हुआ था. वह अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच और अमेरिकल लेंग्वेज जानते हैं. बचपन में ही बेयर ने स्काइडाइविंग सीख ली थी और कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल कर लिया था. बेयर ग्रिल्स ने तीन सालों तक ब्रिटिश आर्मी में सेवा दी है. साल 2004 में उन्हें रॉयल नेवी रिजर्व में लेफ्टिनेंट कमांडर रैंक से सम्मानित किया गया था.
बेयर ग्रिल्स ने 1998 में 23 साल की उम्र में एवरेस्ट चढ़ने का सपना पूरा किया था. इसके 18 महीने बाद बेयर ग्रिल्स की पैराशूट ग्लाइडिंग के दौरान रीढ़ की टूट गई थी लेकिन उन्होंने अपने जज्बे से फिर से अपने आपको फिट किया. उन्होंने ने अब तक कई टीवी शो किए हैं. इनमें 2005 में आया Escape to the Legion, मैन वर्सेज वाइल्ड, 2010 में वर्सट केस सिनेरियो, 2011 में बियर वाइल्ड वीकेंड, 2013 में गेट आउट अलाइव, एस्केप फ्रॉम हेल, द आइसलैंड, रनिंग वाइल्ड विद बेयर ग्रिल्स, मिशन सर्वाइवर, बेयर ग्रिल्स सर्वाइवल स्कूल, सर्वाइवर गेम्स का नाम शामिल है.
बेयर ग्रिल्स लेते हैं ऐसी डाइट
Businessinsider के मुताबिक, बेयर ग्रिल्स पहले वीगन (वीगन डाइट) थे लेकिन अब वह कभी भी सब्जियां नहीं खाते और हमेशा नॉनवेज फूड्स ही खाते हैं. जब से उन्होंने नॉनवेज फूड्स खाना शुरू किया है तब से वह सब्जी विरोधी हो गए हैं और उन्होंने इंटरव्यू के दौरान दावा किया कि कच्ची सब्जियां स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं हैं.
बेयर ग्रिल्स इंटरव्यू के दौरान कहा, "मैंने वीगन डाइट के बाद नॉनवेज डाइट लेनी शरू की थी. मैं अपनी डाइट में रेड मीट, डेयरी प्रोडक्ट और फलों का सेवन करता हूं. मैं ड्राई फ्रूट्स, अनाज, गेहूं और सब्जियां खाने के सख्त खिलाफ हूं. मेरे दोपहर के लंच में नॉनवेज, अंडे, डेयरी प्रोडक्ट, बहुत सारा बटर और फल खाते हैं. इसके अलावा हर दूसरे दिन में लिवर मीट खाता हूं. हफ्ते में एक या दो बार पिज्जा या तला हुई चीजें भी खाता हूं. यह हो सकता है मैंने इतने वर्षों तक भैंस की धमनी से खून भी पिया, कच्चा लिवर और कच्चा हार्ट भी खाया. यह खाना मेरे लिए मुश्किल नहीं है लेकिन यह उतना अच्छा भी नहीं है. अब मैं कच्चा मांस नहीं खाता और पका हुआ खाना ही खाना.
बेयर ग्रिल्स ने आगे कहा, "जब मुझे COVID-19 हुआ था तब मैं काफी सारा जूस और सब्जियां लेता था. ऐसा करने से मेरी किडनी में दर्द होने लगा था. किडनी में दर्द तब होता है जब आप यूरिन रोकते हैं या किडनी स्टोन की समस्या होती है. ये दोनों समस्याएं डिहाइड्रेशन या अधिक सोडियम वाली डाइट लेने से होती है. मेरा मानना है कि सब्जियां इंसानी शरीर के अच्छी नहीं होतीं."
बेयर ग्रिल्स जब एडवेंचर ट्रिप से घर जाते हैं तो सबसे पहले घर जाकर बर्गर खाते हैं. बर्गर में पनीर, अंडा भी डालते हैं. इसके साथ वे एक चम्मच बोन मेरो, ग्रीक योगर्ट, शहद और जामुन खाते हैं. इसके बाद संतरे का जूस खाते हैं.
बेयर ग्रिल फॉलो करते हैं ये वर्कआउट रिजीम
48 साल के बेयर ग्रिल्स ने इंटरव्यू में बताया कि वे रोजाना एक्सरसाइज भी करते हैं. वे रनिंग अधिक नहीं करते. कार्डियो के रूप में वह टेनिस खेलते हैं और हफ्ते में तीन दिन 30-40 मिनट वेट ट्रेनिंग करते हैं. हफ्ते में एक बार सुबह के समय 15 मिनट योग करते हैं. जिस दिन वेट ट्रेनिंग नहीं करते हैं उस दिन 500 मीटर रनिंग करते हैं. वह 25 पुल-अप, 50 प्रेस-अप, 75 स्क्वॉट्स और 100 सिट-अप करते हैं.
बेयर ग्रिल्स ने आगे कहा, मैं रनिंग वाइल्ड शो के आखिरी में हमेशा थक जाता हूं क्योंकि जंगलों में घूमना, पीठ पर वजन ढोना होता है. इन वर्कआउट्स से मेरी हड्डियां और मांसपेशियों मजबूत रहती हैं और फ्लेग्जिबिलिटी भी बनी रहती है.
रोजाना नॉनवेज फूड सही है या नहीं ?
नॉनवेज फूड्स का पिछले कुछ सालों में दुनिया भर में काफी चलन बढ़ गया है. हालांकि नॉनवेज और एनिमल प्रोडक्ट, प्रोटीन का काफी अच्छा सोर्स होते हैं और वह आवश्यक पोषक तत्व प्रदान कर सकते हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि बहुत अधिक नॉनवेज फूड खाने से गैस संबंधी समस्याएं, डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. रिसर्च से पता चलता है कि सब्जियां खाने से कैंसर, हार्ट संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, मौत का खतरा भी कम हो सकता है और अन्य बीमारियों का जोखिम भी कम हो सकता है. इसके साथ ही सब्जियां बेहतर मानसिक स्वास्थ्य, नींद, ऊर्जा और डाइजेशन में भी मदद करती हैं. सब्जियां, साबुत अनाज और नट्स वाली डाइट लेना काफी अच्छा माना जाता है.
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, कच्चे फल और सब्जियां बाउल सिंड्रोम के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं लेकिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मुताबिक, सब्जियों में डाइजेस्ट ना होने वाला फाइबर बिना IBS वाले लोगों के बाउल सिंड्रोम को कम कर सकता है. सब्जियां कब्ज को दूर कर सकती हैं या रोक सकती हैं और कोलोन वॉल की सूजन को कम करने में भी मदद करती हैं.
मैकगिल यूनिवर्सिटी के ऑफिस फॉर साइंस एंड सोसाइटी के रिडस्टर्ड डाइटिशियन हेइडी बेट्स (Heidi Bates) ने कहा, "इस बात का कोई सबूत नहीं है कि सब्जियां बीमारी का कारण बनती हैं. सब्जी खाने वाले लोगों को हृदय रोग, स्ट्रोक, डायबिटीज, मोटापा और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करने में मददगार माना गया है".
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