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ज्यादा मसाला खाने के नुकसान (losses of eating too much spice in hindi)
मसाले की तासीर बेहद गरम होती है। आमतौर पर हम भारतीय मसाले जैसे- लाल मिर्च, काली मिर्च और हल्दी का इस्तेमाल रोजाना ही करते हैं। मगर इन मसालों को अगर एक सीमा से अधिक खाया जाए तो ये हमारे शरीर में स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां उत्पन्न कर सकते हैं। जैसे अधिक लाल मिर्च के सेवन के बाद हमें कुछ समय के लिए भूख नहीं लगती जिससे भूख ना लगने जैसी समस्या हो सकती है।
गर्भवती महिलाओं को ज्यादा मसाला खाने से परहेज़ करना चाहिए क्योंकि इसके अधिक सेवन से उनके होने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा मसालेदार खाना खाने से मसूड़ों में सूजन आना और नाक से खून आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
बवासीर रोगियों को अधिक मसाला खाने से बचना चाहिए क्योंकि मसालेदार खाना हमारे पेट की गर्मी को और बढ़ने का काम करता है जिससे उन्हें मल त्यागने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है और उनकी बीमारी दवाइयां खाने पर भी जल्द ठीक नहीं हो पाती।
ज्यादा मसालेदार भोजन हमारी टेस्ट बड को काफी नुक्सान पहुंचा सकते हैं। अधिक मात्रा में मसाले खाने से हमें सांस की बदबू की की समस्या हो सकती है। अधिक मसाले और तीखा खाने के सेवन से हमारे पेट की कई समस्याएं हो जाती हैं। मसालों की अधिक मात्रा पेट की अंदरूनी सतह पर असर करती है जिससे उस जगह पर सूजन आ जाती है, और जिसके प्रभाव से पेट में अल्सर और एसिडिटी जैसी समस्या हो जाती है।
मसालों का एक उचित मात्रा से अधिक सेवन करने पर पेट में जलन की समस्या पैदा हो जाती है जिससे बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
ज्यादा मसाले खाने से हमे नींद न आने जैसी समस्या हो सकती है। मसालेदार खाना हमारे शरीर के गैस्ट्रिक ग्लैंड को ख़राब कर सकती हैं। जिसकी वजह से अनिद्रा की परेशानी हो सकती है।
लम्बे समय तक ज्यादा मसालों के सेवन से हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म स्लो हो जाता है जो सीधा हमारे पाचन क्रिया पर बुरा प्रभाव डालते हैं। जिसकी वजह से हमारा एनर्जी स्तर कम हो जाता है।
मसालेदार भोजन का सेवन करने से हमे अपच और नींद ना आने जैसी समस्याएं हो जाती है जिसके कारण हमारे शरीर में वजन बढ़ने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
ज्यादा मसालों का सेवन करना हमारे पेट में छालों को बढ़ाने का कारण बन सकता है। इस तरह के खाने हमारे पेट में अम्लों के स्राव को बढ़ा सकते हैं जो पहले से मौजूद घावों में जलन पैदा कर सकते हैं और उनके भराव की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसीलिए इस तरह की समस्याओं से जूझ रहे लोगों को अपने आहार में मसालों का कम से कम उपयोग करना चाहिए।
मसालेदार भोजन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। क्योंकि इस प्रकार का भोजन पेट में ठीक तरीके से पच नहीं पाता जिसकी वजह से पेट में दर्द या दस्त जैसी पेट की अन्य समस्याएं होने लगती हैं।
जिन लोगों को पेट संबंधी समस्या रहती है उन्हें ज्यादा मसालों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे उनके पेट में गैस की समस्या रहेगी और खाना पचने में बहुत अधिक समय लगेगा।
अल्सर जैसी बिमारी से पीड़ित लोगों को मसाले का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि मसाले शरीर में जाकर हमारी आंतों से चिपक जाते हैं जिनसे रोगियों की समस्याएं बढ़ सकती है।
मसालों का अधिक सेवन पेट की पाचन क्रिया पर बुरा प्रभाव डाल सकता है जिससे पेट में जलन पैदा हो सकती है। किसी- किसी को ज्यादा मसाले खाने से बेचैनी होने की समस्या हो सकती है।
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