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लाइफ स्टाइल
बैली फैट के लिए खाना खाने की बुरी आदतें, जानें सही तरीका
Kajal Dubey
15 May 2023 4:46 PM GMT
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1. डाइट सोडा पीना (Drinking diet soda)
शुगर बेस्ड सोडे को नॉन-शुगर बेस्ड सोडे में बदलने से आपकी सेहत को फायदा होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। सॉफ्ट ड्रिंक (Soft drink) की बिक्री बढ़ाने के लिए आजकल डाइट सोडा (Diet soda) काफी फेमस हो रहा है।
दरअसल, अंतर सिर्फ यह होगा कि डाइट सोडे में कैलोरी कुछ कम हो सकती हैं, लेकिन सोडा के अपने नुकसान होते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के रिसर्चर्स ने 10 साल तक 475 वयस्कों की निगरानी की। इस दौरान उन्होंने पाया कि जिन्होंने डाइट सोडा पिया उनकी कमर सोडा न पीने वाले लोगों की तुलना में 70 प्रतिशत अधिक थी। इस पर एक्सपर्ट ने दावा किया कि पेट का साइज कम करने के लिए सोडे का सेवन नहीं करना चाहिए। (1)
2. दोस्तों के साथ ग्रुप में भोजन करना (Group dinner with friends)
आपने भी यह नोटिस किया होगा जब हम ग्रुप में होते हैं तो खाना ज्यादा खाते हैं। जब हम अन्य लोगों के साथ खाते हैं, तो हम अकेले भोजन करने की तुलना में औसतन 44 प्रतिशत अधिक खाते हैं।
जर्नल न्यूट्रिशन (Journal Nutrition) में पब्लिश स्टडी के मुताबिक एक अन्य व्यक्ति ने दूसरे के साथ खाना खाया। दूसरे के साथ खाया गया खाना अकेले खाए गए खाने से 33 प्रतिशत अधिक था। (2)
यदि आप चार, छह या आठ दोस्तों के साथ भोजन करते हैं तो आप 70 प्रतिशत तक अधिक खाना खाते हैं। यानी आप जितने दोस्तों के साथ होते हैं उतनी ही बात करते हैं और उतनी ही देर डाइनिंग टेबल पर बैठते हैं। इससे आप अधिक खाना खाते हैं।
इसलिए यदि आप पेट कम करना चाहते हैं तो अकेले भोजन करें। इसके अलावा फ्रेंड्स के साथ घूमें, एक्सरसाइज करें और अन्य एक्टिविटी करें।
3. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का प्रयोग (Use electronic gadgets)
शायद आप इस बात से सहमत न हो। लेकिन यह रिसर्च में साबित हो चुकी है। यदि खाने के समय आप टीवी देख रहे हैं या मोबाइल चला रहे हैं तो ऐसे में आप अधिक खाना खा लेते हैं।
रेंस सेलर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट के लाइटिंग रिसर्च सेंटर के अध्ययन में पाया गया कि टेक गैजेट्स से निकलने वाली रोशनी मस्तिष्क में मेलाटोनिन (Melatonin) के प्रोडक्शन को दबा देती है, जो कि मुख्य स्लीपिंग हार्मोन है। इसलिए जब आपके पास पर्याप्त मात्रा में इसका प्रोडक्शन नहीं होता है तो आपको नींद आने में मुश्किल होती है। (3)
पीडियाट्रिक ओबेसिटी (Pediatric obesity) में की गई स्टडी के मुताबिक जिन छात्रों के बेडरूम में एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग होता है उनका वजन बेडरूम में बिना डिवाइस वाले छात्रों की तुलना में 1.47 गुना अधिक होता है। तीन डिवाइस वाले बच्चों के लिए यह बढ़कर 2.57 गुना हो गया था। (4) इसलिए खाते समय किसी भी प्रकार के गैजेट्स का प्रयोग न करें।
4. आप बहुत जल्दी खाते हैं (You eat too quickly)
शरीर को मस्तिष्क द्वारा यह बताने में 20 मिनट लगते हैं कि आपका पेट भरा चुका है। अमेरिकन डायटेटिक्स एसोसिएशन के जर्नल (Journal of the American Dietetic Association) की स्टडी में पाया गया कि धीमी गति से खाने वालों ने तेज खाना खाने वालों की तुलना में 66 कम कैलोरी खाई थी।
यदि आप हर मील को धीरे-धीरे खाते हैं तो आप हर साल कम से कम 20 पाउंड वजन कम कर लेंगे। इसलिए भोजन को अच्छी तरह रिलेक्स होकर और चबाकर खाना चाहिए। ताकि आप ओवरइटिंग से बच सकें।
5. इमोशनल इटिंग (Emotional eating)
अमेरिकन डायटेटिक्स एसोसिएशन के जर्नल की स्टडी में पाया गया कि इमोशनल ईटिंग वाले लोग अधिक खाते हैं। जो लोग किसी भी तरह से तनाव या इमोशनली मूड से खाना खाते हैं तो उनमें वजन या पेट बढ़ने की संभावना 13 गुना अधिक हो जाती है।
यदि आप तनाव में हैं तो कुछ खाने की बजाय पानी पिएं और टेंशन खत्म करने के उपाय करें न कि खाना खाएं। इससे ज्यादा कैलोरी शरीर में नहीं जाएगी और पेट नहीं बढ़ेगा।
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Kajal Dubey
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