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अश्वगंधा मधुमेह को सिर्फ विंटर चेरी ही नहीं कहा जाता है, यह मधुमेह रोगियों के लिए भी मददगार है

Bhumika Sahu
5 Jan 2023 11:57 AM GMT
अश्वगंधा मधुमेह को सिर्फ विंटर चेरी ही नहीं कहा जाता है, यह मधुमेह रोगियों के लिए भी मददगार है
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भारतीय घरों में ये आपको मिल ही जाएगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अश्वगंधा को आमतौर पर "इंडियन विंटर चेरी" या "इंडियन सेंग" के रूप में जाना जाता है। भारतीय घरों में ये आपको मिल ही जाएगा। इसे आयुर्वेद में सबसे महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियों में से एक माना जाता है। इसके अतिरिक्त, इसमें निहित एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हमें कई सारी बीमारियों से बचाते हैं।
पिछले 300 सालों से इसका इस्तेमाल हो रहा है
शरीर में मौजूद कोशिका की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर अश्वगंधा को बढ़ाता है शरीर की रोग जैसी क्षमता को मजबूत करता है। अश्वगंधा के जहां मानसिक तौर पर आप सुरक्षित रहते हैं तो वहीं शारीरिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखता है। लगभग 300 साल से अश्वगंधा का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में हाई ब्लड प्रेशर से लेकर फर्टिलिटी में सुधार के लिए किया जा रहा है।
भरोसे के लिए भी है
इसलिए ही नहीं बल्कि अगर आप ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए किसी आयुर्वेदिक चीज की तलाश कर रहे हैं तो आप अपने आहार आहार योजना में अश्वगंधा को शामिल कर सकते हैं। दरअसल, अश्वगंधा छोटे पीले-हरे फूल और लाल जंबो और साधारण हरे क्रेकर पर एक खरोंच लग जाती है। अश्वगंधा की जड़ें और पत्ते ही जा इसके अधिकांश स्वास्थ्य लाभ पाए जाते हैं।
अश्वगंधा के चक्कर के भी हैं स्वास्थ्य लाभ
इसका सबसे लोकप्रिय उपयोग चाय में है। आप इसकी जड़ का उपयोग अलग-अलग तरीके से कर सकते हैं। हालांकि, आजकल लोग इसे देखकर अपना चूर्ण बना लेते हैं और फिर इसके फायदे जान लेते हैं। इसे कई खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए भी चलाया जाता है, जैसे -
1. फाइब्रोमाएल्जिया।
2. सेक्स को नियमित करने के लिए।
3. हिकप्स।
4. गठिया।
5. नींद न आने की बीमारी से।
6. अंग्रेजी।
7. ट्यूमर।
8. टीबी में।
9. सांकेतिक शब्दों में।
10. लंघन
11. लिवर से जुड़ी बीमारियों के लिए।
आम रोगी कैसे करें अश्वगंधा का सेवन?
आम रोगी अश्वगंधा को अलग-अलग तरीके से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
1. अश्वगंधा चाय
अश्वगंधा की पंक्तियों को 15 से 20 मिनट के लिए जाम में जल में दबाकर और छानकर नींबू और शहद के साथ परोसना को सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है।
2. अश्वगंधा दूध
एक चम्मच दूध में ¼ से ½ चम्मच अश्वगंधा की जड़ का पाउडर डालें। इसे आप 1-2 महीने तक ले सकते हैं।
3. अश्वगंधा की गोली
अश्वगंधा की एक गोली दिन में दो बार गर्म दूध या पानी के साथ लें।
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