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Adult होने से पहले ही चींटियां देने लगती हैं दूध

Kajal Dubey
27 May 2023 6:29 PM GMT
Adult होने से पहले ही चींटियां देने लगती हैं दूध
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गाय, भैंस, बकरी, ऊंट और गधे के दूध के बारे में तो आपने सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि चींटियां भी दूध देती हैं। जी हां, ये बिल्कुल सही है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने रिसर्च के जरिए पता लगाया कि चींटियां वयस्क होने से पहले ही दूध देना शुरू कर देती हैं। शोध के अनुसार युवा चींटियों से एक खास तरह का तरल पदार्थ निकलता है। यह एक ही प्रकार का दूध है। युवा चींटियों का यह दूध बच्चों से लेकर वयस्क चींटियों तक सभी पीते हैं। शोधकर्ताओं ने दूध देने और फिर उसे पीने की पूरी प्रक्रिया को कैमरे में कैद किया। शोध के दौरान पाया गया कि चींटी के प्यूपा विकास की प्रक्रिया में विशेष तरल पदार्थ छोड़ते हैं।
इसमें प्यूपा की पुरानी झिल्ली के टुकड़े से लेकर एंजाइम तक पाए जाते हैं। इसका सेवन वयस्क चींटियों और लार्वा द्वारा किया जाता है। अंडे से निकले कीट को चींटी का लार्वा कहते हैं। विकास की प्रक्रिया के दौरान, चींटी पहले एक अंडा, फिर एक लार्वा, फिर एक प्यूपा और अंत में एक वयस्क होती है। प्यूपा से दूध निकालकर बाकी चींटियों को पिलाना उनके जीवित रहने के लिए जरूरी है। चींटी का लार्वा दूध पर उसी तरह निर्भर करता है जिस तरह इंसान के नवजात शिशु के लिए मां का दूध जरूरी होता है।
चींटी के प्यूपा से निकलने वाले इस खास तरल पदार्थ में अमीनो एसिड और शुगर के साथ विटामिन भी होते हैं। इतना ही नहीं इसमें हार्मोन भी पाए जाते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, इस दूध के कारण ही चींटियों के विकास के चरणों के बीच निर्भरता विकसित होती है। हालाँकि, यह इतना कम दूध देती है कि इसे इकट्ठा करना संभव नहीं है।जर्नल नेचर में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, प्यूपा को चींटियों से अलग करने पर पहली बार इस खास तरल पदार्थ पर ध्यान दिया गया। शोध में पाया गया है कि प्यूपा से काफी मात्रा में तरल पदार्थ निकलता है। इसके बाद शोधकर्ताओं ने यह जानने की कोशिश की कि इस दूध को कौन पीता है। इसके लिए उन्होंने प्यूपा के अंदर नीला रंग डाला।
प्यूपा को नीले रंग से रंगने के बाद, शोधकर्ताओं ने इसे कॉलोनी की बाकी चींटियों के साथ छोड़ दिया। 24 घंटे के भीतर वैज्ञानिकों ने पाया कि नीला रंग वयस्क चींटी के साथ-साथ लार्वा तक भी पहुंच गया था। इससे स्पष्ट है कि अन्य चींटियाँ प्यूपा का दूध पीती हैं। यदि प्यूपा से निकलने वाला द्रव न निकाला जाए अर्थात शेष चींटियाँ न पियें तो उसके द्रव में डूबकर उसकी मृत्यु हो सकती है।
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